ये संकेत बताते हैं कि आप जरुरत से ज्यादा कर रही हैं एक्सरसाइज, गति, रुटीन और इंटेंसिटी का रखें ध्यान

हर किसी का शरीर अलग होता है, जिसका मतलब है कि हर व्यक्ति की कसरत करने की सीमाएं अलग-अलग होती हैं। अपने शरीर को जानना और यह जानना कि वह आपको क्या बता रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी है कि आप खुद पर बहुत ज़्यादा ज़ोर न डालें।
थकान तब होती है जब आप बार-बार व्यायाम करने के बाद अपने शरीर को ठीक से आराम नहीं देते हैं। चित्र- अडोबी स्टॉक
Published On: 23 Jul 2024, 07:00 pm IST
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जहां कुछ लोगों को एक्सरसाइज करने के लिए मोटिवेट होने में ही सारा समय चला जाता है, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें कसरत करने के बाद अपने शरीर को ज़रूरी आराम देना मुश्किल लगता है। हर कोई, चाहे वह फ़िटनेस का दीवाना हो या शौकिया, शरीर और दिमाग दोनों को आराम देने के लिए एक न एक रास्त ढुंढना ही पड़ता है।

हम खुद पर भावनात्मक और शारीरिक रूप से इतना दबाव डालते हैं कि अक्सर जब हम एक्सरसाइज (exercise) करते हैं तो हम अपने मस्तिष्क सहित मांसपेशियों (muscles) पर ज़्यादा काम करते हैं और उन्हें ज़्यादा ट्रेन करते हैं। शोध के अनुसार, भारतीय अपनी डाइट को बनाए रखने की तुलना में एक्सरसाइज पर ज़्यादा ध्यान देते हैं। अध्ययन से पता चला है कि 53% लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं जबकि 21% स्वस्थ रहने के लिए एक ख़ास डाइट का पालन करते हैं। लेकिन क्या एक्सरसाइज (workout) करने के प्रति बहुत ज़्यादा उत्साह शरीर पर कोई नाकारात्मक प्रभाव डाल सकता है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की।

फिटनेस और लाइफस्टाइल एक्सपर्ट यश अग्रवाल बताते है कि ज़्यादा व्यायाम करने से हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंच सकता है और हार्ट फेल जैसी समस्याएं भी हो सकती है।

थकान तब होती है जब आप बार-बार व्यायाम करने के बाद अपने शरीर को ठीक से आराम नहीं देते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

हर किसी का शरीर अलग होता है, जिसका मतलब है कि हर व्यक्ति की कसरत करने की सीमाएं अलग-अलग होती हैं। अपने शरीर को जानना और यह जानना कि वह आपको क्या बता रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी है कि आप खुद पर बहुत ज़्यादा ज़ोर न डालें। आपको कुछ संकेत बताते है जो शरीर आपको जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने पर देता है।

जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने के संकेत (Signs of too much exercise) 

1 शरीर में अधिक दर्द होना

वर्कआउट के बाद दर्द होना एक अच्छा एहसास हो सकता है, लेकिन कभी-कभी दर्द इस बात का संकेत हो सकता है कि आप वास्तव में खुद पर ज्यादा जोर डाल रहें है। थोड़ा थका हुआ होना अच्छी बात है, लेकिन आपको कभी भी ऐसा महसूस नहीं होना चाहिए कि आप अपने शरीर के किसी हिस्से को हिला नहीं सकते। और दर्द एक या दो दिन में ठीक हो जाना चाहिए। एक हफ़्ते या उससे ज़्यादा समय तक दर्द बना रहना इस बात का संकेत है कि आपने ज़रूरत से ज़्यादा एक्सरसाइज कर रहें है।

2 शरीर में एक तरफ ज्यादा दर्द होना

अगर एक्सरसाइज के बाद आपके शरीर के एक तरफ की मांसपेशी या जोड़ में दर्द हो रहा है, लेकिन दूसरी तरफ नहीं, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपने शरीर के किसी हिस्से पर ज़्यादा काम किया है और उसे ठीक होने और रिकवर होने के लिए ज़्यादा समय की ज़रूरत हो सकती है।

अगर आपको एक तरफ दर्द ह और आप ठीक भी हो रहे हैं, लेकिन आपको ठीक होने के लिए अतिरिक्त समय देना चाहिए और इस प्रक्रिया को तेज़ करने के लिए अलग से कुछ मदद लेना फायदेमंद हो सकता है।

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3 लगातार थका हुआ महसूस होना

क्या आप भी उसी तरह थका हुआ महसूस करते हैं जैसे बीमार होने पर करते हैं। बहुत ज़्यादा थका हुआ होना इस बात का संकेत हो सकता है कि आप बहुत ज़्यादा व्यायाम कर रहे हैं।

थकान तब होती है जब आप बार-बार व्यायाम करने के बाद अपने शरीर को ठीक से आराम नहीं देते हैं। आप बहुत ज़्यादा थका हुआ महसूस कर सकते हैं और फोकस भी खो सकते है, जो ख़तरनाक हो सकता है, खासकर अगर आप सड़क पर दौड़ रहे हों या साइकिल चला रहे हों।

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धीरे-धीरे अपने वर्कआउट की तीव्रता और अवधि बढ़ाएं। चित्र : शटरस्टॉक

सुनिश्चित करें कि आप हैवी वर्कआउट के बाद शरीर को आराम करने के लिए पर्याप्त समय दें और व्यायाम करने से पहले ठीक से खाएं। व्यायाम करने से आपके कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा के भंडार खत्म हो जाते हैं, इसलिए अगर आप स्वस्थ, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों से ऊर्जा नहीं लेते हैं, तो आपका शरीर थका हुआ महसूस होने लगता है।

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क्या है वर्कआउट का सही तरीका (What is the right way to workout) 

प्रभावी रूप से कसरत करने के लिए, अपनी मांसपेशियों को तैयार करने और चोट से बचने के लिए वार्म-अप से शुरुआत करें। कार्डियो, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और लचीलेपन वाले व्यायामों को मिक्स करके करें। चोट से बचने और अधिकतम लाभ उठाने के लिए उचित तरीके पर ध्यान दें। धीरे-धीरे अपने वर्कआउट की तीव्रता और अवधि बढ़ाएं। रिकवरी के लिए आराम के दिन केवल आराम पर ध्यान दें। अपने फिटनेस लक्ष्यों का समर्थन करने के लिए हाइड्रेटेड रहें और संतुलित आहार लें। अपने शरीर की सुनें और ज़रूरत पड़ने पर व्यायाम में बदलाव करें।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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