20 से लेकर 40 साल की उम्र तक आपकी त्वचा ज्यादा सेंसिटिव होती है और बदलते मौसम में त्वचा संबंधी समस्याएं ज्यादा हो सकती हैं। बदलते मौसम में स्किन एलर्जी काफी आम है, लेकिन इसके लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग-अलग हो सकते हैं। कभी ज्यादा गर्मी की वजह से, तो कभी ज्यादा सर्दी की वजह से त्वचा पर दाने या दाग-धब्बे हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप त्वचा संबंधी इन बदलावों के बारे में जान लें।
बदलते मौसम में होने वाली ये सबसे आम समस्याओं में से एक है। इसके लक्षणों में रूखी त्वचा, लालिमा, खुजली, त्वचा पर धाग-धब्बे और चकत्ते शामिल हैं। ये सभी लक्षण ज़्यादातर गर्दन, कोहनी और घुटनों पर देखने को मिलते हैं। अभी तक इसका कोई सटीक उपचार नहीं है। पर एक अच्छा स्किन केयर रूटीन फॉलो करने से आप इस तरह की समस्याओं से बच सकती हैं।
त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार, हर बार स्नान के तुरंत बाद एक अच्छा मॉइस्चराइजर लगाकर त्वचा को हाइड्रेट रखना सबसे सही उपाय है। इस तरह, आप अपनी त्वचा की देखभाल कर सकती हैं और एलर्जी और जलन से बच सकती हैं।
मौसम बदलने के कारण त्वचा पर पित्ती भी हो सकती है। ये 20% लोगों को अपने जीवन में एक बार तो ज़रूर होती है। जब शरीर का तापमान अचानक बढ़ता या घटता है, तो शरीर हिस्टामाइन जैसे रसायनों को छोड़ता है – जिससे खुजली और सूजन, पित्ती या पैच बन जाते हैं।
अक्सर, पित्ती चेहरे, हाथ और पैरों पर दिखाई देती है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पसीना, शराब, खरोंच और खुजली को और बढ़ा सकते हैं।
इसके अलावा, मछली, चॉकलेट, टमाटर और मांस खाने से बचें। सूजन को और कम करने के लिए, आप ढीले कपड़े पहन सकती हैं। माइल्ड साबुन का उपयोग कर सकती हैं और ठंडे पानी से स्नान करना लाभकारी हो सकता है। साथ ही चिकित्सीय सलाह बहुत जरूरी है।
ये त्वचा में रूखेपन की वजह से होता है। खासकर सर्दियों में इसमें खुजली और पपड़ीदार चकत्ते और फफोले के अलावा, एक्जिमा के कारण खुजली, लाल या भूरे रंग के पैच और छोटे धब्बे बन सकते हैं जिनमें से पस निकल सकता है।
इसमें कुछ चीज़ें जो आपकी परेशानी बढ़ा सकती हैं जैसे- डिटर्जेंट, खुरदुरे कपड़े, अत्यधिक तापमान, पसीना, तनाव आदि शामिल हैं।
डॉक्टर की सलाह, क्रीम और मलहम के अलावा, आप एक्यूपंक्चर, अरोमाथेरेपी, योग और ध्यान जैसे वैकल्पिक उपचारों की मदद से इसे थी कर सकती हैं।
यह स्थिति फूल के पराग, धूल के कण, रूसी और बदलते मौसम के कारण होती है। लक्षणों को कम करने के लिए, आपको पराग के दिनों में बाहरी गतिविधियों से बचना चाहिए। कोशिश करें कि जरूरत पड़ने पर बाहर कपड़े न टांगें और मास्क पहनें। सही उपचार के लिए चिकित्सक के पास जाएं।
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कस्टमाइज़ करेंबदलते मौसम में स्किन एलर्जी काफी आम है। इसलिए खुद को हायड्रेटेड रखें, मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करना न भूलें और चिकित्सीय सलाह ज़रूर लें!
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