विटामिन-ई कैप्सूल अपने एंटी-ऑक्सिडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। ये चेहरे के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसके इस्तेमाल से चेहरा मुलायम होता है और चेहरे पर चमक भी आ जाती है। यह त्वचा संबंधी कई समस्याओं के लिए रामबाण इलाज माना जाता है। अपने मॉइस्चराइजिंग गुणों के चलते यह अब स्किनकेयर इंडस्ट्री में भी काफी हिट है। ऐसे कई ब्यूटी प्रोडक्ट हैं, जिनमें विटामिन ई का इस्तेमाल (Vitamin E capsule benefits) किया जाता है।
चेहरे के लिए स्किनकेयर इंडस्ट्री में विटामिन ई सीरम से लेकर मॉइस्चुराइजर तक उपलब्ध हैं। अपनी स्किन की देखभाल के लिए आप इन प्रोडक्ट्स को सीधे अपने चेहरे पर इस्तेमाल कर सकती हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि आप अपनी स्किन की देखभाल के लिए विटामिन ई कैप्सूल का इस्तेमाल कैसे कर सकती हैं और इसके क्या-क्या फायदे हैं।
विटामिन-ई कैप्सूल (Vitamin E capsule benefits) एक तरह का हेल्थ बूस्टर है, जो एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इंटरनल मेडिकल एक्सपर्ट राहुल तांबे कहते हैं- ‘विटामिन ई आपके शरीर में सेल्स को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। यह शरीर को ऐसे हानिकारक मोलिक्यूल्स से बचाता है जो उम्र बढ़ाने की स्पीड को बढ़ाते हैं, सूजन का कारण बनते हैं या कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।’ इसी के साथ राहुल तांबे कहते हैं कि 18 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को हर दिन 15 मिलीग्राम विटामिन ई जरूर लेना चाहिए।
यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, अगर महिलाओं को सीड्स, नट्स जैसे फूड सोर्स से विटामिन ई नहीं मिल रहा है तो वह विटामिन ई कैप्सूल भी ले सकती हैं। यह शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाता है।
अगर आप सुंदर बाल चाहती हैं तो विटामिन ई कैप्सूल आपके लिए बेस्ट चॉइस हो सकता है। इसका इस्तेमाल स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है, जिससे बाल मजबूत होते हैं और साथ-साथ चमकदार बनते हैं। डॉक्टर तांबे कहते हैं कि ‘यह आपके बालों की हेल्थ को सुधारता है, जिससे हेयर फॉल (बालों के गिरने) की समस्या भी कम होती है।’
अपने दिल की सेहत को बनाए रखने के लिए आपको रोजाना नट्स और सीड्स खाने चाहिए, जो विटामिन ई के गुणों से भरपूर होते हैं। एडवांस इन न्यूट्रिशन इन 2022 में पब्लिश की गई एक रिसर्च में पाया गया कि नट्स और बीज खाने हृदय के स्वास्थ्य में काफी लाभकारी होते हैं। डॉ तांबे कहते हैं, “विटामिन ई ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और शारीरिक तनाव को कम करके आपके दिल की सेहत सुधारने में मदद करता है।”
विटामिन-ई आपके इम्यून सिस्टम को सुधारने में भी मदद करता है, खासतौर पर बूढ़ों के लिए यह बेहद फायदेमंद होता है। 2018 में एडवांस इन न्यूट्रिशन में पब्लिश किए गए एक रिसर्च में पाया गया कि विटामिन ई का सही मात्रा में सेवन वृद्धों के इम्यून सिस्ट्म को बूस्ट करता है और संक्रामक बीमारियों के खतरे को कम करने में भी मददगार साबित होता है।
विटामिन ई लीवर के लिए भी फायदेमंद हो सकता है, खासतौर पर नॉनअल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज यानी एनएएफएलडी से पीड़ितों के लिए यह काफी फायदेमंद होता है। जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी में 2021 में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि विटामिन ई से संबंधित सप्लिमेंट्स के इस्तेमाल से ब्लड में लिपिड के स्तर में कमी आती है, एनएएफएलडी से पीड़ित मरीजों के लीवर के स्वास्थ्य में सुधार हुआ।
उम्र बढ़ने के साथ आंखों से संबंधित समस्याएं भी घेरने लगती हैं, ऐसे में विटामिन ई काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। डॉ तांबे कहते हैं, “विटामिन ई उम्र बढ़ने के साथ होने वाली आंखों की समस्याओं, जैसे मोतियाबिंद से बचाने में भी मददगार होता है।” 2023 में द कोक्रेन डेटाबेस ऑफ सिस्टमैटिक रिव्यूज में पब्लिशि एक रिसर्च में कहा गया है, विटामिन ई में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट उम्र संबंधी मैक्यूलर डीजेनरेशन के बढ़ने के जोखिम को कम कर सकते हैं।
विटामिन ई चेहरे को मॉइस्चराइज करता है, जिससे चेहरे का सूखापन और खुजली जैसी समस्याएं दूर होती हैं। डॉ. नाहर कहते है- “इसका उपयोग सोरायसिस और एक्जिमा जैसी समस्याओं के इलाज में भी किया जा सकता है जो खुजली और रूखी त्वचा का कारण बनती हैं।”
यूवी किरणों के संपर्क में आने से स्किन में मेलेनिन की मात्रा बढ़ने का खतरा होता है, जिससे स्किन में काले धब्बे और पिगमेंटेशन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। विटामिन ई के प्रोटेक्टिव गुण और एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को यूवी किरणों के सीधे प्रभाव से बचा सकते हैं। इसके इस्तेमाल से स्किन रिपेयर होती है और पिगमेंटेशन की समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।
स्किन के लिए विटामिन ई का इस्तेमाल कई तरह से फायदेमंद होता है। स्किन को यूवी किरणों से बचाने के साथ ही ये स्किन को स्पॉटलेस भी बनाता है। इसके इस्तेमाल से स्किन पोर्स खुल जाते हैं, जिससे यह त्वचा में गहराई से प्रवेश करके स्किन को मॉइस्चराइज करता है और स्किन को साफ बनाने में हेल्प करता है। यह चेहरे पर होने वाली मुंहासों (एक्ने) को ठीक कर सकता है। इसके अलावा चेहरे पर होने वाली रेडनेस और खुजली को भी कम करता है।
विटामिन ई में एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते हैं, जिससे यह समय से पहले स्किन में होने वाली झुर्रियों को दूर करता है और जिससे स्किन चमकदार बनती है और समय से पहले होने वाली फाइन लाइंस की समस्या भी दूर होती है।
डॉ. नाहर कहते हैं- “विटामिन ई कैप्सूल को चेहरे पर सीधे भी लगाया जा सकता है और अगर आप इसे चेहरे पर सीधे इस्तेमाल नहीं करना चाहते तो घर पर कोई फेस मास्क बनाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।”
इसके अलावा आप कैप्सूल को सीधे तौर पर भी स्किन पर एप्लाई कर सकती हैं और इसे खाने से भी फेस को कई फायदे मिलते हैं। डॉक्टर नाहर कहते हैं- ‘विटामिन ई कैप्सूल आप हफ्ते में 2 बार ले सकते हैं। स्किन हेल्थ में सुधार के लिए 400 mg की कैप्सूल ली जा सकती है।’
जब आप विटामिन ई युक्त स्किनकेयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं तो दूसरे इन्ग्रीडिएंट्स के साथ इसमें विटामिन की सही मात्रा का उपयोग किया जाता है। 2016 में इंडियन डर्मेटोलॉजी ऑनलाइन जर्नल में पब्लिश एक रिसर्च के अनुसार, ज्यादातर ओवर-द-काउंटर क्रीम में 0.5 से 1 प्रतिशत विटामिन ई होता है।
विटामिन ई कैप्सूल के फायदों के बारे में तो आपने सुना होगा, लेकिन क्या आप त्वचा पर होने वाले इसके नुकसान के बारे में जानते हैं। अगर नहीं, तो चलिए बताते हैं-
चेहरे पर विटामिन ई का इस्तेमाल इन दिनों काफी चलन में है। यह आपकी त्वचा को मॉइस्जराइज करता है और समय से पहले होने वाली फाइन लाइंस और झुर्रियों की समस्याओं को भी दूर करता है। लेकिन, जरूरतसे ज्यादा विटामिन ई के इस्तेमाल से कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं, इसलिए चेहरे पर विटामिन ई कैप्सूल का उपयोग करने के बजाय विटामिन ई युक्त त्वचा देखभाल उत्पादों का उपयोग करना सबसे अच्छा है।
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