नेचुरल क्लींजर की तरह काम करता है उबटन फेस पैक, जाने कैसे करना है अप्लाई
धूल, गंदगी और थकान आपकी त्वचा को बेजान बना देते हैं। वहीं ठंड की शुष्क हवा से त्वचा काफी ज्यादा ड्राई हो जाती है। ऐसे में त्वचा को एक उचित देखभाल देना बहुत जरूरी है। अन्यथा आपकी छोटी सी लापरवाही त्वचा संबंधी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती हैं। कई बार महिलाएं पार्लर और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में हजारों रुपए खर्च कर आती है। वहीं इनमें से कुछ महिलाएं साइड इफेक्ट शिकार हो जाती हैं और उनकी समस्या और ज्यादा गंभीर हो जाती है। ऐसे में जब आप प्राकृतिक रूप से त्वचा का ख्याल रख सकती हैं, तो फिजूल में घाटे का सौदा क्यों करना।
इस बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, प्राकृतिक गुणों से भरपूर उबटन फेस मास्क की प्रभावी रेसिपी। तो बिना देर किये जानते हैं, इसे किस तरह तैयार करना है। साथ ही जानेंगे यह किस तरह काम करता है।
यहां जाने कैसे तैयार करना है उबटन फेस पैक
इसके लिए आपको चाहिए
चंदन – 1 चम्मच
बेसन – 2 चम्मच
दूध – 2 चम्मच
हल्दी पाउडर – 1/2 चम्मच
इस तरह तैयार करें
एक बाउल में चंदन, बेसन, दूध और हल्दी पाउडर को डालकर एक साथ अच्छी तरह मिला लें।
मिशन को मिलाते वक्त ध्यान दें कि इसमे लम्प्स न रहें। यदि फेस पैक गाढ़ा है तो इसमें थोड़ा और दूध मिला सकती हैं।
अब अपनी उंगलियों की मदद से इस मिश्रण को त्वचा पर अप्लाई करें और हल्के हाथों से 1 मिनट तक मसाज दें।
फिर बचे हुए मिश्रण को भी त्वचा पर सभी ओर अच्छे से लगा लें।
इसे कम से कम 15 से 20 मिनट तक लगाए रखें और जब यह सूखने लगे तो इसे साफ कर लें।
उबटन को त्वचा से हटाने के लिए सबसे पहले चेहरे को पानी से गिला कर लें और धीरे धीरे सर्कुलर मोशन में उंगलियों को घुमाते हुए त्वचा को साफ करें।
उबटन को हटाने के बाद त्वचा पर किसी प्रकार के फेस वाश या साबुन का इस्तेमाल न करें। यह खुद एक क्लिंजर की तरह काम करता है।
उचित परिणाम के लिए इसे हफ्ते में कम से कम 3 बार जरूर लगाएं।
एक्ने, ब्रेकआउट और पिगमेंटेशन से छुटकारा पाने में मददगार है ये फेस पैक
1 हल्दी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक एक्टिव कंपाउंड एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो एक्ने और ब्रेकअप जैसी समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो त्वचा पर हुए सूजन को कम करने के साथ ही हीलिंग पावर को बढ़ा देती है। वहीं यह त्वचा में मौजूद नेचुरल ऑयल को बैलेंस रखता है और सूरज की हानिकारक किरणों के साथ-साथ वातावरणीय प्रदूषण से त्वचा को प्रोटेक्ट करता है। जिस वजह से स्किन इलास्टिसिटी बनी रहती है और एजिंग जैसी समस्या नजर नहीं आती। वहीं यह फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को भी कम कर देता है और स्किन सेल्स डैमेज नहीं होते।
2 बेसन
बेसन में जिंक की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है, जो एक्ने फैलाने वाले बैक्टीरिया से बचाव में मदद करती हैं। इसके साथ ही इसकी अल्कलाइन और एक्सफोलिएटिंग प्रॉपर्टी त्वचा पर जमी इंप्योरिटी को बाहर निकालती हैं और पोर्स को साफ रखती हैं। इसके साथ ही इसे स्किन टैनिंग को कम करने का एक अच्छा तरीका माना जाता है। वहीं यह एक्सफोलिएंट की तरह काम करते हुए डेड स्किन सेल्स को बाहर निकालते हैं। जो नेचुरल स्किन टोन को उभर कर बाहर आने में मदद करता है। साथ ही साथ त्वचा के पीएच लेवल और सीबम को बैलेंस रखता है।
3 चंदन
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार चंदन में एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबॉयल, एंटीवायरल और एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टी मौजूद होती है। इसके साथ ही यह त्वचा से जुड़ी समस्याएं जैसे की दाग धब्बे, रिंकल, इन्फ्लेमेशन, एग्जिमा, सोरायसिस, एक्ने और पिगमेंटेशन की समस्या में कारगर होता है। वहीं इसमे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो एजिंग की समस्या में कारगर होता है।
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