क्या आप रूखी त्वचा से परेशान हैं? आपकी स्किन पर दाग-धब्बे या लटकी हुई स्किन रहती है। इसे क्योर करने के लिए आप कई तरह के क्रीम और लोशन अप्लाई करती हैं? इस समस्या के लिए नेचुरल सप्लीमेंट समाधान हो सकता है। ध्यान रहे कि बाज़ार में त्वचा के लिए सप्लीमेंट की कोई कमी नहीं है। उनका चुनाव करने से पहले विशेषज्ञ की जरूर सलाह लें। सही प्रोडक्ट का चुनाव (supplement for glowing skin) करें।
कई वजह से डर्मेटोलोजिस्ट सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। डर्मेटोलोजिस्ट डॉ. कशिश कालरा कहते हैं, ‘सप्लीमेंट आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं, जिनकी शरीर को ठीक से काम करने की जरूरत होती है। इसमें विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो स्किन को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं।कई विटामिन सप्लीमेंट जैसे कि बायोटिन, बी 12 आदि स्किन की समस्या को दूर करते हैं। स्किन चमकीली होती है।’
डॉ. कशिश के अनुसार, सैल्मन, सार्डिन और मैकेरल जैसी वसायुक्त मछली के तेल के अलावा, प्लांट बेस्ड फ़ूड जैसे कि फ्लेक्ससीड्स, चिया सीड्स में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता है। इससे तैयार ओमेगा 3 फैटी एसिड सप्लीमेंट सूजन वाली स्किन प्रॉब्लम को दूर करता है। ओमेगा-3 तेल उत्पादन को नियंत्रित करता है और त्वचा को नम रखने में मदद करता है। झुर्रियों को रोकने के लिए त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में भी देरी करते हैं। अल्ट्रा वायलेट-प्रेरित एंजाइमों के प्रोडक्शन को रोकने में मदद करता है। यह स्किन के कोलेजन को खत्म कर देते हैं। इससे स्किन पर रेखाएं और ढीली त्वचा पैदा होती है। छह महीने तक लगातार एंटीऑक्सिडेंट और ओमेगा-3 और ओमेगा-6 की खुराक लेने से स्किन प्रॉब्लम दूर हो सकती है। स्किन ग्लो करने लगती है।
विटामिन सी स्किन के कोलेजन को बनाए रखने में मदद करता है। इससे स्किन चिकनी दिखती है। विटामिन सी घाव भरने में भी मदद करता है और सूजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।विटामिन सी के किसी भी सप्लीमेंट को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले डॉक्टर से जांच अवश्य करा लें।
विटामिन सी स्किन के कोलेजन को बनाए रखने में मदद करता है। चित्र : अडोबी स्टॉक
आयरन के बिना स्किन सुस्त और ड्राई हो सकती है। पालक, काजू, रेजिन, अंजीर आदि खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला आयरन विटामिन बी को सक्रिय कर त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करता है। आयरन की कमी होने पर ही आयरन सप्लीमेंट लें। डॉक्टर ही यह पता लगा सकते हैं कि आपमें आयरन की कमी है या नहीं। यह ब्लड टेस्ट के माध्यम से पता चल सकता है। इससे यह पता चलेगा कि कितना आयरन लेने की जरूरत है। ध्यान दें कि बहुत अधिक आयरन से फ्री-रेडिकल स्किन संरचनाओं को क्षति पहुंचा सकते हैं।
विटामिन सी की तरह विटामिन ई एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो फ्री-रेडिकल क्षति से लड़ने में मदद करता है। एवोकैडो, ओलिव आयल या गेंहू से तैयार विटामिन ई सप्लीमेंट स्किन की फाइन लाइंस को खत्म कर देता है। विटामिन ई वसा में घुलनशील होता है। इसलिए इसे जेल कैप के रूप में लेना सबसे अच्छा होता है। चिकित्सक द्वारा बताई गई खुराक ही लें। अधिक मात्रा के सेवन से साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
जिंक में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। लेंटिल, होल ग्रेन, राइस से तैयार होता है नेचुरल जिंक सप्लीमेंट। यह शरीर में संक्रमण के प्रतिरोध और ऊतकों की मरम्मत के लिए जरूरी है। हालांकि जिंक की ज्यादा खुराक बहुत अधिक हानिकारक हो सकती है। इसलिए नेचुरल सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से बात करें।
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