एक उम्र के बाद सभी की त्वचा पर एजिंग के निशान नजर आना शुरू हो जाते हैं, यह पूरी तरह से सामान्य है और आप सभी को इसे अपनाना चाहिए। परंतु कई ऐसे कारण भी हैं, जिनकी वजह से हमारी त्वचा समय से पहले एजिंग का शिकार हो जाती है, जिसे हम ‘प्रीमेच्योर एजिंग’ के नाम से जानते हैं (causes of premature aging)। प्रीमेच्योर एजिंग (premature aging) व्यक्ति को समय से पहले बूढ़ा बना देती है। इसमें त्वचा पर झुरिया (wrinkles), फाइन लाइंस (fine lines), डार्क सर्कल (dark circle), डार्क स्पॉट (dark spot) आदि नजर आना शुरू हो जाते हैं, जिससे स्किन डल नजर आती है।
यदि आपकी त्वचा पर भी प्रीमेच्योर एजिंग के निशान नजर आ रहे हैं, तो इस स्थिति में किचन में मौजूद कुछ खास सामग्री आपकी मदद कर सकती है। इन सामग्रियों में मौजूद प्राकृतिक कंपाउंड एजिंग प्रक्रिया को धीमा कर देती है और आपकी त्वचा पर नजर आने वाले एजिंग के निशान को भी हल्का करने में मदद करती है। तो चलिए जानते हैं, ये कौन से होम रेमेडीज हैं, साथ ही जानेंगे इन्हें इस्तेमाल करने का सही तरीका।
प्रीमेच्योर एजिंग कई कारण से हो सकती है। कुछ लोगों को जेनेटिक्स और हार्मोनल डिसऑर्डर की वजह से समय से पहले एजिंग का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा एनवायरमेंट और लाइफस्टाइल फैक्टर भी एजिंग प्रोसेस को बढ़ावा देते हैं और समय से पहले आपकी त्वचा को बूढ़ा बना सकते हैं।
एयर पॉल्यूशन, वातावरण में बढ़ता केमिकल और टॉक्सिंस अधिक मात्रा में शराब और सिगरेट का सेवन, सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव, टैनिंग बेड, त्वचा पर केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल आदि अर्ली एजिंग के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इसलिए इन सभी स्थितियों से जितना हो सके उतना बचने का प्रयास करें।
केले में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, मैग्नीशियम, विटामिन ए, बी और ई त्वचा की उम्र बढ़ाने वाली फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान के खिलाफ एक ढाल के रूप में कार्य करते हैं और महीन रेखाओं और झुर्रियों को दिखने से रोकने में मदद करते हैं।
अंडे के सफ़ेद भाग से बने फेस मास्क में मौजूद प्रोटीन त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करती है, इस प्रकार ये आपकी त्वचा को एंटी-एजिंग लाभ प्रदान कर सकती है। जब स्किन हाइड्रेटेड होती है तो स्किन सैगिंग नहीं होता और त्वचा पर एजिंग के निशान कम से कम नज़र आते हैं।
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दही, चाहे ग्रीक हो या सामान्य, इसमें लैक्टिक एसिड होते हैं, जो एक कार्बनिक कंपाउंड है और पोर्स को कसने में मदद करते हैं। इस प्रकार ये झुर्रियों और महीन रेखाओं को कम करने में मदद करते हैं। इसमें एक्सफोलिएटिंग गुण भी होते हैं, जो आपकी त्वचा की ड्राइनेस और सुस्ती को कम कर देती हैं।
ऑर्गेनिक नारियल तेल त्वचा में अंदर तक पेनिट्रेट होता है, बिना चिकनाहट छोड़े त्वचा को पर्याप्त नमी प्रदान करता है। वहीं ऑर्गेनिक जोजोबा ऑयल- जो प्राकृतिक सीबम से काफी मिलता-जुलता है, त्वचा की प्राकृतिक नमी के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। इसे रोजाना अपनी त्वचा पर अप्लाई करें, इससे स्किन मुलायम और चमकदार नज़र आती है।
शहद एंटीसेप्टिक है और त्वचा पर सूदिंग प्रभाव डालता है, जबकि नींबू एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। शहद आपकी त्वचा को नमी प्रदान करते हुए अपने एंटीसेप्टिक गुण के कारण बैक्टीरिया से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। वहीं नींबू पिंपल और मुंहासों के दाग-धब्बों को हल्का कर देती है। इनकी गुणवत्ता त्वचा की समग्र सेहत का ध्यान रखते हुए, स्किन को समय से पहले बूढ़ा नहीं होने देती है।
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