सूरज की किरणों के संपर्क में आने से स्किन टैन हो सकता है, ऐसे में त्वचा की ऊपरी परत सामान्य स्किन टोन के मुकाबले अधिक डार्क नजर आती है। आमतौर पर चेहरे, हाथ और गर्दन की त्वचा पर टैन नजर आता है, क्योंकि शरीर के यह हिस्से वातावरणीय प्रदूषण और सूरज की किरणों के संपर्क में सबसे अधिक समय तक रहते हैं। हालांकि, स्किन टैनिंग से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है त्वचा पर सनस्क्रीन अप्लाई करना। सनस्क्रीन त्वचा को सूरज के हानिकारक किरणों के प्रभाव से बचाता है और इसके की रंगत को एक सामान्य बनाए रखना है।
हालांकि, यदि इसके बाद भी आपकी त्वचा पर टैन नजर आता है, या आपकी त्वचा पहले से ही टैन है, तो परेशान न हों। कुछ खास DIY फेस मास्क हैं जिनका इस्तेमाल आपकी स्किन टैनिंग को कम कर आपकी त्वचा को एक सामान्य रंगत प्राप्त करने में मदद करेगा। आज हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है सालों से आजमाया जा रहा मां के खास नुस्खों से बना टैन रिमूवल होममेड फेस मास्क- (DIY face packs to avoid sun tanning)।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है। साथ ही इसे नेचुरल स्किन व्हाइटनिंग एजेंट के तौर पर जाना जाता है। यह त्वचा को सनबर्न से प्रोटेक्ट करते हुए फोटो डैमेज को होने से रोकता है। टमाटर का नियमित इस्तेमाल त्वचा को पोषण प्रदान करते हुए इसे स्मूद बनता है और ड्राई स्किन सेल्स को वापस से पुनर्जीवित करता है। साथ ही साथ पिंपल को कम करने में भी यह प्रभावी रूप से मददगार होता है।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए – एक पका हुआ टमाटर
सबसे पहले टमाटर के पल्प को बाउल में निकाल लें।
इसे अप्लाई करने से पहले गीले टॉवल को अपने चेहरे पर रखकर लगभग 5 मिनट के लिए छोड़ दें।
फिर टॉवल हटाए और टमाटर के पल्प को अपनी स्किन पर सभी ओर अच्छी तरह अप्लाई करें।
2 मिनट तक उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए चेहरे को मसाज दें, फिर बचे हुए पल्प को चेहरे पर अप्लाई कर लें।
लगभग 15 से 20 मिनट तक इसे लगा हुआ छोड़ दें, समय पूरा होने पर सामान्य पानी से चेहरे को साफ कर लें।
उचित परिणाम के लिए इसे हफ्ते में कम से कम दो बार जरूर अप्लाई करें।
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बेसन स्किन टैनिंग को कम करता है और आपकी त्वचा की रंगत को निखारने में मदद करता है। इसके अलावा यह त्वचा पर मौजूद एक्सेस तेल को रिमूव करते हुए पिंपल्स को आने से रोकता है। हल्दी के इस्तेमाल से एजिंग के निशान समय से पहले नजर नहीं आते वहीं यह पिगमेंटेशन के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपचार साबित हो सकती है। योगर्ट में मौजूद लैक्टिक एसिड और अन्य अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड स्किन को एक्सफोलिएट करते हुए इसे पर्याप्त नमी प्रदान करते हैं, जिससे की स्किन मुलायम और रेडिएंट नजर आती है।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए – एक चम्मच हल्दी पाउडर, एक चम्मच बेसन और दो चम्मच योगर्ट
हल्दी, बेसन और योगर्ट को एक साथ मिलाकर एक स्मूथ पेस्ट तैयार कर लें।
अब इस पेस्ट को अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए स्किन को कुछ देर तक मसाज दें।
इसे लगभग 30 से 40 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें, जब यह सुख जाए तो सामान्य पानी से त्वचा को साफ कर लें।
उचित परिणाम के लिए हफ्ते में इसे दो बार जरूर अप्लाई करें।
पपीता साल के हर महीने में उपलब्ध होता है आप इसे आसानी से अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल कर सकती हैं। पपीते में मौजूद पपाइन नामक एंजाइम सन टैनिंग को कम करने के साथ ही स्किन को वापस से रिपेयर करने में भी मदद करता है। वहीं यह पोर्स को खोलना है जिससे कि एक्ने और पिंपल्स कम हो जाते हैं और स्किन पर जमें एक्सेस ऑयल को रिमूव करने में भी मदद मिलती है। वहीं शहद स्किन को मॉइश्चराइज करते हुए इसे पर्याप्त पोषण प्रदान करता है। नींबू में मौजूद विटामिन सी त्वचा के डेड स्किन सेल्स को निकालने में मदद करती हैं और स्किन को एक प्राकृतिक ग्लो प्रदान करती है।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए – एक चम्मच पपीते का पल्प, एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद।
सबसे पहले पपीते को मसलकर इसका पल्प तैयार कर लें।
उसमें शहद और नींबू डालें सभी को एक साथ मिलकर एक स्मूथ पेस्ट तैयार करें।
अब इस पेस्ट को अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घूमते हुए कुछ देर तक मसाज दें।
इस पेस्ट को खासकर उन एरिया पर अप्लाई करें जहां आपकी स्किन अधिक टैन हो रखी है।
इसे 10 से 15 मिनट तक त्वचा पर लगाए रखें, फिर ठंडे पानी से त्वचा को साफ कर लें।
उचित परिणाम के लिए हफ्ते में दो बार इसका इस्तेमाल करना जरूरी है।
फिर साधारण पानी से त्वचा को साफ कर लें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार संतरे के छिलके में हेसप्रिडिन मौजूद होता है। हेसप्रिडिन एक प्रकार का केमिकल है, जो खट्टे फल में मौजूद होता है और इसकी एंटीमाइक्रोबॉयल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी स्किन हीलिंग को प्रमोट करती हैं। इसके अलावा संतरे का छिलका मेलानिन प्रोडक्शन को भी काम करने में मदद करता है। इसकी एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज स्किन को फ्री रेडिकल से होने वाले डैमेज से प्रोटेक्ट करती हैं। वहीं त्वचा को प्राकृतिक ग्लो के साथ ही एक इवन स्किन टोन प्रदान करती हैं।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए – संतरे का छिलका और एक चम्मच दूध
यदि आपके पास संतरे के छिलके का ड्राई पाउडर है तो आप उसका इस्तेमाल करें।
यदि नहीं है तो संतरे की ताजे छिलके को एक चम्मच दूध के साथ अच्छी तरह ब्लेड करें और इसका एक स्मूथ पेस्ट तैयार कर लें।
अब तैयार किए गए मिश्रण को अपनी त्वचा पर अप्लाई करें और सर्कुलर मोशन में उंगलियों को घुमाते हुए 5 मिनट तक स्किन को मसाज दें।
फिर इस पेस्ट को लगभग 10 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें, उसके बाद ठंडे पानी से त्वचा को साफ कर लें।
उचित परिणाम के लिए हफ्ते में एक बार इसका इस्तेमाल जरूर करें।
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