धूप की किरणों के संपर्क में आते ही त्वचा की नमी खाने लगती है। इसके अलावा सन एक्सपोज़र टैनिंग और स्किन डलनेस को बढ़ा देता है। ऐसे में त्वचा को हेल्दी और क्लीन बनाए रखने व कूलिंग इफेक्ट प्रदान के लिए दही एक बेहतरीन इंग्रीडिएंट है। इसे चेहरे पर लगाने से टैनिंग और दाग धब्बों समेत स्किन का ग्लो भी बरकरार रहता है। जानते हैं गर्मी में दही से तैयार फेस पैक के फायदे और अप्लाई करने का तरीका भी।
इस बारे में डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ अंकुर सरीन बताते हैं कि दही में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। इसमें मौजूद हेल्दी बैक्टिरिया की मात्रा त्वचा को एक्सफोलिएट कर पीएच स्तर को मेंटेन करने में मदद करता है। इसमें पाई जाने वाली कूलिंग प्रॉपर्टीज़ त्वचा को हाईड्रट करने और डेड स्किन सेल्स की समस्या को हल करने में मदद करती है। इसे लगाने से फ्री रेडिकल्स की समस्या हल हो जाती है और त्वचा मुलायम और स्मूद नी रहती है।
दही में मौजूद लेक्टिक एसिड की मात्रा स्किन के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करती है। इसे नियमित तौर पर चेहरे पर लगाने से त्वचा पर बढ़ने वाली फाइन लाइंस और झुर्रियों से राहत मिल जाती है। त्वचा स्मूद और ग्लोई बनने लगती है। इसमें पाए जाने वाले हाईड्रेटिंग गुण कोलेजन को बूस्ट करने में मदद करते हैं।
एनआईएच के अनुसार दही में लेक्टिक एसिड पाया जाता है, जो अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड होता है। इससे त्वचा को एक्सफोलिएट करने में मदद मिलती है, जिससे त्वचा पर मौजूद अतिरिक्त ऑयल और पॉल्यटेंटस से मुक्ति मिल जाती है। इसे चेहरे पर लगाने से सीबम प्रोडक्शन को रेगुलेट करने से मदद मिलती है। पोर्स क्लीन होने से एक्ने की समस्या से मुक्ति मिल जाती है।
दही में पाई जाने वाली नेचुरल मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टीज त्वचा की खोई नमी को वापिस लौटा देती है। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स और एंटी बैक्टीरियल तत्व स्किन को इन्फ्लेमेशन और रूखेपन से भी बचाते है। यूवी रेज़ के प्रभाव में आने से त्वचा का टैक्सचर प्रभावित होन लगता है। ऐसे में दही में मौजूद लैक्टिक एसिड की मात्रा स्किन को मुलायम और हेल्दी बनाने में मदद करती है।
धूप में बाहर निकलने से स्किन डार्कनेस का सामना करना पड़ता है। ऐसे में दही को चेहरे पर अप्लाई करने से अनईवन स्किन टोन की समस्या हल होने लगती है। इससे स्किन पर बढ़ने वाली रैशिज़ की समस्या भी हल हो जाती है। दरअसल, इसे चेहरे पर अप्लाई करने से डेड स्किन सेल्स की समस्या हल हो जाती है और त्वचा को ऑक्सीडेटिव तनाव से मुक्ति मिलती है।
एक्सफोलिएंटिंग प्रॉपर्टीज़ से भरपूर पपीते में पपैन और काइमोपापेन एंजाइम पाए जाते है। इससे टैनिंग की समस्या हल होती है। वहीं दही में मौजूद विटामिन डी और जिंक की मात्रा स्किन टोन को नॉर्मल बनाए रखने में मदद करती है। इसके लिए 2 चम्मच दही में पपीते का पल्प मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। अब इसे चेहरे पर लगाकर छोड़ दें। 10 मिनट के बाद चेहरे को धो लें। इससे त्वचा की टैक्सचर और कलर दोनों में निखार आने लगता है।
डेड स्किन सेल्स को रिमूव करके स्किन को ग्लो को बनाए रखने के लिए 2 चम्मच दही को ब्लैण्ड करें और उसमें 1 चम्मच शहद मिला दें। इसे चेहरे पर लगाकर छोड़ दें और फिर हल्के हाथों से 2 से 3 मिनट तक मसाज करें। इससे पोर्स में मौजूद डस्ट और गंदगी की समस्या हल होने लगती है। सव्ताह में 2 बार इसे अप्लाई करें।
स्किन टाइटनिंग के लिए दही में मुल्ताली मिट्टी को मिलाएं और चेहरे पर लगाकर 8 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें। इससे चेहरे पर उम्र से पहले दिखने वाली फाइन लाइंस और झुर्रियों की समस्या हल होने लगती है। इसके अलावा लार्ज पोर्स श्रिंक होने लगते हैं। इसे चेहरे और गर्दन पर अप्लाई करें।
अतिरिक्त ऑयली स्किन एक्ने का मुख् कारण साबित होती है। ऐसे में सीबम प्रोडक्शन को रेगुलेट करने के लिए दही में ओट्स का पाउडर मिलाकर चेहरे पर अप्लाई कर लें। इससे डीप क्लींजिंग में मदद मिलती है और स्किन हेल्दी बनने लगती है।
ये भी पढ़ें – मेथीदाना और करी लीव्स हैं बालों का जांचा-परखा नुस्खा, इस तरह बनाएं इससे हेयर ग्रोथ ऑयल
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।