Sudarshan Kriya : अपनी इनर और आउटर ब्यूटी में एक नई सी जान लाने के लिए ट्राई करें सुदर्शन क्रिया

गुस्सा सिर्फ आपके संबंध ही नहीं, आपके सौंदर्य को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। इसके साथ आने वाला तनाव हॉर्मोन आपको उम्र से पहले बूढ़ा दिखाने लगता है। जबकि सुदर्शन क्रिया इसे कंट्रोल करती है।
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आपकी स्किन के लिए हेल्दी ट्रीट है टोमेटो फेशियल, जानिए कैसे करना है। चित्र : शटरस्टॉक
Updated On: 20 Oct 2023, 09:35 am IST
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बचपन से ही हम अपने माता पिता से कई बार ये सुनते हुए आएं हैं कि ज़्यादा गुस्सा नहीं करना चाहिए इससे मन खराब होता है और स्वास्थ्य भी सही नहीं रहता है। ये बातें सिर्फ कहने के लिए नहीं हैं बल्कि वाकई में मन के बुरा विचारों जैसे क्रोध, ईर्ष्या, अपराधबोध (Guilty), भय और आक्रोश हमारे स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

इतना ही नहीं ये नेगेटिव इमोशन्स हमारी स्किन हेल्थ के लिए भी अच्छे नहीं हैं। इनसे हमारी त्वचा पर काले धब्बे, झुर्रियां, झाइयां, मुहांसे भी आ सकते हैं। एनसीबीआई के ऑनलाइन जर्नल के अनुसार भी यह साबित हुआ है कि जब हम ज़्यादा स्ट्रेस में होते हैं तो पिंपल्स हो जाते हैं।

तो स्किन हेल्थ के लिए सबसे ज़रूरी है खुद को अंदर से शांत करना और पॉज़िटिव रहना। ऐसे में यदि आप भी आजकल किसी तरह के स्ट्रेस में हैं और आपकी स्किन हेल्थ भी कुछ खास नहीं है तो खुद को स्ट्रेस से बाहर निकालने और अपनी स्किन में एक नई सी जान लाने के लिए अपनाएं सुदर्शन क्रिया (Sudarshan Kriya)।

जानिए क्या है सुदर्शन क्रिया?

सुदर्शन क्रिया मन को शांत और शुद्ध करने के लिए बनाया गया एक योग अभ्यास है। सुदर्शन क्रिया का मतलब है – सुदर्शन यानी ‘दृष्टिकोण’ और क्रिया का अर्थ है ‘शुद्धि’ (Detox)। संक्षेप में, सुदर्शन क्रिया आपको जीवन के प्रति अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण देने के लिए ब्रेथ कंट्रोल के माध्यम से आपके मन को शुद्ध करती है।

अपनी सांसों के प्रति सचेत रहना, अपने मन को चिंताओं से दूर करने का सबसे सरल तरीका है। यह क्रिया आपके दिमाग और शरीर पर एक साथ काम करती है।

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प्राकृतिक चमकती त्वचा के लिए सुदर्शन क्रिया। चित्र : शटरस्टॉक

आपकी इनर और आउटर ब्यूटी के लिए कैसे फायदेमंद है सुदर्शन क्रिया

1 आपको स्ट्रेस फ्री रखती है

कोर्टिसोल एक हार्मोन है जो आपके रक्तप्रवाह में हर बार तनावग्रस्त होने पर निकलता है। ज़्यादा मात्रा में, यह आपके शरीर और त्वचा पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है जिससे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा और मुहांसे जैसी समस्याएं होती हैं। सुदर्शन क्रिया आपकी नसों को शांत करने और इन समस्याओं को दूर रखने का एक प्रभावी तरीका है।

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के 2009 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, सुदर्शन क्रिया एंग्जाइटी और अवसाद को प्रभावी ढंग से दूर कर सकती है।

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2 अंदर से खुश रखती है

यह क्रिया आपको खुश और सकारात्मक बनाती है, साथ ही अधिक ऊर्जावान भी। इसके अलावा, यह आपके मन को प्रफुल्लित कर सकती है, जिसकी वजह से आपको अच्छे विचार आते हैं और रचनात्मकता बढ़ती है।

3 अच्छी नींद में मददगार

स्किन हेल्थ को बरकरार रखने और डार्क सर्कल से बचने के लिए ब्यूटी स्लीप बहुत ज़रूरी है। अनिद्रा से पीड़ित लोगों को सुदर्शन क्रिया को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करना चाहिए। इसकी वजह से आप खुद को फ्रेश महसूस कर पाएंगी।

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आपकी ब्यूटी स्लीप जरूरी है। चित्र: शटरस्टॉक

आप किस तरह कर सकती हैं सुदर्शन क्रिया का अभ्यास

1. सबसे पहले करें उज्जयी क्रिया

अपनी पीठ सीधी और पैरों को क्रॉस करके एक आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं।
धीरे से अपनी आंखें बंद करें।
धीमी और गहरी सांस लें।
धीमी सांस छोड़ें।
एक मिनट में 2-4 बार दोहराएं।

2. ओम का जाप

अपनी पीठ सीधी और पैरों को क्रॉस करके एक आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं।
धीरे से अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांसें लें।
सांस छोड़ते हुए ‘ओ’ शब्द बोलें और ‘म’ की ध्वनि को खींचें।
फिर गहरी सांस लें।
सांस छोड़ते हुए ‘ओ’ शब्द बोलें और ‘ओ’ की ध्वनि को खींचें।
अब सांस छोड़ते हुए दोनों अक्षरों का उच्चारण बराबर करते हुए ‘O’ शब्द का उच्चारण करें।
कुछ और बार दोहराएं।

3. अंत में करें भस्त्रिका

अपनी पीठ सीधी और पैरों को क्रॉस करके एक आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं।
बाहों को सीधे अपने कंधों के ऊपर फैलाएं।
अपने हाथों से मुट्ठी बनाएं।
एक ही समय में श्वास लें और अपनी मुट्ठियों को हवा में खोलें।
सांस छोड़ें और अपनी बाहों को कंधे के स्तर तक नीचे लाएं। ऐसा करते समय अपने हाथों को फिर से मुट्ठी में बंद कर लें।
इसे एक मिनट में 20-30 बार दोहराएं।

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लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

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