गर्मी के दिनों में बाल चिपचिपे और डैमेज हो जाते हैं। अधिक पसीने से स्कैल्प संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जैसे की बहुत से लोगों को डैंड्रफ की समस्या परेशान करना शुरू कर देती है। वहीं पसीना आने की वजह से डैंड्रफ स्कैल्प में चिपक जाते हैं, जिससे और ज्यादा इरिटेशन होती है। खासकर महिलाएं खुजली से परेशान रहती हैं, और स्कैल्प को खुजलाने से नाखून में चिपचिपे डैंड्रफ भर जाते हैं। यदि आप भी डैंड्रफ से परेशान रहती हैं, तो इसमें आयुर्वेद आपकी मदद कर सकता है। 3 खास जड़ी बूटियों से बना त्रिफला, आपके स्कैल्प से डैंड्रफ रिमूव करने के साथ ही इसे स्वस्थ रहने में मदद करता है। साथ ही आपके बालों को पर्याप्त पोषण प्रदान करता है और हेल्दी हेयर ग्रोथ को प्रमोट करता है।
आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. ऐश्वर्या संतोष ने डेंड्रफ को डील करने के लिए त्रिफला के फायदे बताते हुए, इसके स्कैल्प मास्क की विधि भी बताई है। तो चलिए जानते हैं इस बारे आखिर ये कैसे काम करती है, और इसे स्कैल्प पर किस तरह अप्लाई करना है (Triphala benefits for dandruff)।
त्रिफला को चाय की तरह गर्म पानी के साथ लेने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है, जिससे हेयर फॉलिकल्स उत्तेजित हो सकते हैं। साथ ही साथ इससे हेल्दी हेयर ग्रोथ में भी मदद मिलती है। त्रिफला चूर्ण में तीन पौधों में से एक विभीतक है, जिसमें एंटीफंगल गुणों के साथ-साथ एंटी बैक्टिरियल गुण भी पाए जाते हैं। त्रिफला का उपयोग स्कैल्प संक्रमण या रूसी के परिणामस्वरूप परतदार त्वचा के इलाज के लिए किया जाता है। अमालकी, विभितकी और हरितकी, इन तीनों का कांबिनेशन डैंड्रफ से जुड़ी समस्या में कारगर होने के साथ ही स्कैल्प संबंधी अन्य समस्याओं में भी कारगर होती हैं।
त्रिफला हेयर फॉलिकल्स को स्टिम्युलेट करता है और हेल्दी हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देता है। इसे स्कैल्प पर अप्लाई करने के साथ ही डाइट में शामिल करने से शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है, जिससे आपकी बालों को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं और बालों की सेहत बरकरार रहती है। आमलकी में मौजूद विटामिन सी बालों के टिप को बेहद मजबूत बनाती है।
यह भी पढ़ें: सन बर्न और स्किन टैनिंग का उपचार है अपराजिता का फूल, जानिए कैसे करना है इस्तेमाल
त्रिफला स्कैल्प संक्रमण पैदा करने वाले कीटाणुओं के ग्रोथ को सीमित कर देती है, इसके अलावा फॉलिकल्स की सेहत को बरकरार रखती है। साथ ही साथ ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करती है, जिससे कि हेल्दी हेयर ग्रोथ में मदद मिलती है। त्रिफला में एंटी हेयर लॉस प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं।
तीन खास जड़ी बूटियां से बना त्रिफला बालों को पर्याप्त मौसम प्रदान करता है प्रत्येक बालों पर एक प्रोटेक्टिव कोटिंग चढ़ा देता है, जिससे बालों को एक्सटर्नल हीट और डैमेज से सुरक्षा मिलती है। यह आपके बालों को फ्रिज़्जी नहीं होने देता, साथ ही साथ मुलायम और शाइनी बनाता है। इसके अलावा मॉइश्चर हेयर ड्राइनेस को कंट्रोल करता है।
एक बाउल में दो चम्मच त्रिफला पाउडर निकालें, इसमें 4 चम्मच प्लेन बटरमिल्क डालें।
इन्हें आपस में एक साथ मिलाएं और एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
अब इस मास्क को अपने स्कैल्प एवं बालों पर अप्लाई करें, इसके बाद इनसे कुछ देर मसाज करें।
अब इसे लगभग 15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें, और फिर सामान्य पानी से बालों को साफ कर लें।
इसे हफ्ते में 2 से 3 बार देहराएं। यदि डैंड्रफ बहुत ज्यादा है, और इसे अप्लाई करने के बाद आपको फायदा नजर नहीं आ रहा, तो डॉक्टर से मिलकर अपनी स्थिति की जांच करवाएं।
त्रिफला चूर्ण को आप पानी के साथ या चाय के तौर पर अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। उबलते पानी में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण डालें और इसे कंज्यूम करें। त्रिफला को डाइट में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है, दो मिल के बीच के गैप में इसे पेट खाने होने पर लेना। इससे यह शरीर में अधिक प्रभावी रूप से अवशोषित हो पता है और आपकी बॉडी को उचित फायदे प्रदान करता है। आप त्रिफला में नींबू और शहद डालकर इसे खाने के पहले भी कंज्यूम कर सकती हैं।
यह भी पढ़ें: आपकी स्किन के लिए मैजिकल रेमेडी है फ्लैक्स सीड्स जेल, जानें इसके फायदे और अप्लाई करने का तरीका