चेहरे को क्लीन और क्लीयर बनाए रखने के लिए कई प्रकार के प्रोड्क्ट्स का प्रयोग किया जाता है। मगर फिर भी चेहरे पर दिखने वाले महीन ब्राउन स्पॉट्स खूबूसरती को फीका बना देते हैं। आमतौर पर स्किन केयर रूटीन फॉलो न करना और सन एक्सपोज़र का सामना करना इस समस्या का कारण साबित होता है। जानते हैं फ्रैकल्स (freckles) क्या है और इसे कैसे दूर (How to get rid of freckles) किया जा सकता है।
इस बारे में डर्माटोलॉजिस्ट डॉ कशिशि कालरा बताते हैं कि टाइनी ब्राउन स्पॉट्स क्लस्टर्स में पाए जाते हैं, जो स्किन की सुपरफीशियल लेयर में पाए जाते हैं। फ्रेकल्स जेनेटिक होते है, जो सनलाइट एक्सपोज़र से भी बढ़ने लगते हैं। वे लोग जो बिना किसी प्रोटेक्शन के घूप में लंबे वक्त तक रहते है, उन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
आमतौर पर वे लोग जिनका स्किन कलर फेयर है, उनमें ये समस्या ज्यादा पाई जाती है। इसके लिए सनस्क्रीन का नियमित रूप से प्रयोग करें। ये पूरी तरह से हार्मलेस है। इसके अलावा कोजिक एसिड, ग्लाईकालिक और आरब्यूटिन समेत कई स्किन लाइटनिंग एजेंटस की मदद से इन्हें दूर किया जा सकता है।
एक्सपर्ट के अनुसार रोज़ाना सनस्क्रीन का प्रयोग करने से सन डैमेज से बचा जा सकता है, जिससे त्वचा पर बनने वाले फ्रैकल्स को दूर किया जा सकता है। अमेरिकन अकेडमी और डर्माटोलॉजी के अनुसार सनस्क्रन हमेशा एसपीएफ 30 या उससे अधिक इस्तेमाल करें। साथ ही बाहर निकलने से 15 मिनट पहले सनस्क्रीन को चेहरे पर अप्लाई करें, ताकि वो स्किन में मर्ज हो सके। इसके अलावा हर 2 से 3 घंटे में इसे चेहरे पर लगाना आवश्यक है।
त्वचा पर दिखने वाले ब्राउन दाग धब्बो को दूर करने के लिए ऐसी क्रीम का प्रयोग करें, जिसमें विटामिन सी, रेटिनोइड, हाइड्रोक्लोराइड और ग्लाइकोलिक एसिड की मात्रा पाई जाती हो। इसके अलावा क्रीम में मौजूद कोजिक एसिड, ग्लाईकालिक और आरब्यूटिन कंपाउड भी स्किन लाइटनिंग में मददगार साबित होते हैं। इससे स्किन पर होने वाले यूवी रेज के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है।
धूप में देर तक रहने से त्वचा में मेलेनिन का प्रभाव बढ़ने लगता है, जिससे त्वचा को नुकसान पहुंचता है। इसके लिए स्किन की क्लीजिंग से लेकर टोनिंग और एक्सफोलिशन का ध्यान रखें। इससे त्वचा की लेयर्स में मौजूद डेड स्किन सेल्स को रिमूव किया जा सकता है। इसके अलावा त्वचा को हेल्दी बनाए रखने के लिए डे स्किन केयर और नाईट स्किन केयर रूटीन को अवश्य अपनाएं। इससे का निखार बरकरार रहता है।
4. नीलगिरी का तेल लगाएं
एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर नीलगिरी का तेल त्वचा पर टायरोसिनेज एक्टीविटी और मेलेनिन सिथीसिज़ को रोकने में मदद करता है। इसे चेहरे पर लगाने से फ्रैकल्स और हाइपरपिग्मेंटेशन के खतरे से बचा जा सकता है। इसके लिए नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदों को कैरियर ऑयल के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाएं और फिर 10 से 15 मिनट के बाद चेहरे को धो दें। इससे त्वचा पर फ्रैकल्स की समस्या को कम किया जा सकता है।
विटामिन ए और सी से भरपूर केले को चेहरे पर लगाने से कोलेजन की मात्रा बढ़ने लगती है। इससे स्किन स्मूद और हाइड्रेट रहती है, जो फ्रैकल्स के अलावा स्किन को यूथफुल रखने में मदद करता है। वहीं बादाम के तेल में केले को मैश करके चेहरे पर लगाने से स्किन को विटामिन और मिनरल की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा बादाम के तेल में मौज्द एंटीऑक्सीडेंट स्किन को सेलुलर डैमेज से बचाते हैं। केले में कुछ बूंद बादाम का तेल मिलाकर लगाने से डार्क स्पॉटस से राहत मिल जाती है।
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