तापमान बढ़ने से चेहरे की त्वचा का ग्लो कम होने के साथ बालों की नमी भी कम होने लगती है। इसके चलते उमस भरी गर्मी में बालों में डलनेस और फ्रिज़ीनेस बढ़ने लगती है। इसके चलते बालों में ड्राइनेस, हेयरफॉल और हेयर डैमेज की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बालों के टैक्सचर को सुधारने और उसकी खोई नमी को वापिस पाने के लिए कुछ खास बातों का ख्याल रखना आवश्यक है। जानते हैं वो टिप्स जिनकी मदद से बालों में बढ़ने वाली फ्रिज़ीनेस को कम करने में मिलती है मदद।
बालों में बढ़ने वाली फ्रिज़ीनेस से बचने के लिए हेयरवॉश से पहले एवोकाडो ऑयल को बालों की जड़ों में अप्लाई करें। फिर कुछ देर तक उंगलियों से मसाज करे। इससे स्कैल्प का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है और बालों का रूखापन कम हो जाता है। इसे नियमित तौर पर अप्लाई करने से बाल मुलायम और मज़बूत बनते हैं।
पपीते में लाइकोपीन की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिससे सीबम सिक्रीशन में मदद मिलती है। वहीं एलोवेरा जेल की कूलिंग प्रॉपर्टीज बालों को हेल्दी बनाने में मदद करती है। पपीते में पाया जाने वाला विटामिन ए बालों को पोषण प्रदान करता है। 2 चम्मच पपीते के पल्प में 1 चमच एलोवेरा जेल को मिलाकर बालों में हेयरमास्क अप्लाई करें। 15 से 20 मिनट तक बालों में लगाने के बाद बालों को धो लें। इससे बालों का रूखापन कम होने लगता है।
बालों की उचित देखभान के लिए हेयरवॉश से पहले हेयर स्प्रे फॉलिकल्स की मज़बूती को बढ़ा देता है। इसके लिए भीगे हुए चावलों के पानी को स्प्रे बॉटल में डालें और उसमें ओवरनाइट भीगे मेथी सीड्स के पानी का मिलाकर स्प्रे तैयार करें। अब इसे हेयरवॉश से पहले बालों में अप्लाई करें। इससे बालों का टूटना और झड़ना कम होने लगता है। इसे लगाने से बालों को बैक्टीरियल इंफ्ेक्शन से बचाने में मदद मिलती है।
बालों को लंबा व घना बनाने और फ्रिज़ीनेस की समसया को दूर करने के लिए केमिकल युक्त शैम्पू की जगह हर्बल शैम्पू का प्रयोग करें। इससे बालों को नेचुरली मॉइश्चराइज़ रखने में मदद मिलती है और फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है। लोहे के बर्तन में ड्राई आंवले और शिकाकाई को पानी में ओवरनाइट सोक होने के लिए रख दें। उसके बाद इससे निकलने वाले लिक्विड से बालों को शैम्पू के रूप में प्रयोग करें। इससे बालों को फायदा मिलता है।
बार बार बालों की स्टाइलिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले हीटिंग टूल्स बालों के टैक्सचर को नुकसान पहुंचाने लगते है। इससे बालों की नमी खोने लगती है और फ्रिज़ीनेस बढ़ने लगती है। इसके लिए बालों में हीटिंग टूल्स के प्रयोग को सीमित करें।
बालों को मुलायम और शाइनी बनाने के लिए रेगुलर केमिकल युक्त शैम्पू के इस्तेमाल से बाल कमज़ोर होकर टूटने झड़ने लगते है। ऐसे में स्कैल्प को रूखेपन से बचाने और बालों
के टैक्सचर को इंप्रूव करने के लिए नेचुरल शैम्पू लगाएं।
धूप में निकलने से पहले हेयर कवर करना न भूलें। इससे बालों को यूवी रेज़ के प्रभाव से मुक्त रखने में मदद मिलती है। इससे बालों की नमी बरकरार रहती है और बालों में बढ़ने रूखेपन से भी बचा जा सकता है।
हेयरवॉश से पहले बालों की चंपी करने से बालों का टूटना और झड़ना कम होने लगता है। इससे दो मुंहे बालों की समस्या से भ बचा जा सकता है। बालों को हेल्दी बनाए रखने के लिए बालों की जड़ों के बीचों बीच मसाज करें। इससे बालों को पोषण की प्राप्ति होती है और बाल मज़बूत होते हैं।
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