बहुत से लोगों में समय से पहले बालों के सफेद होने की समस्या देखने को मिलती है। वहीं कई लोगों के केवल 2 से 4 बाल सफेद होते हैं, और ऐसे लोग सफेद बालों के नजर आने पर इन्हे निकाल देते हैं। अगर आप भी उन लोगों में से एक हैं, जो अपने ग्रे हेयर को स्कैल्प से खींच कर निकाल देते हैं, तो आपको सचेत हो जाना चाहिए। आमतौर पर कहा जाता है की सफेद बालों को तोड़ने से और ज्यादा सफेद बाल आते हैं, पर इसके प्रभाव यहीं तक सीमित नहीं हैं। इसकी वजह से आपको कई अन्य साइड इफेक्ट्स का भी सामना करना पड़ सकता है।
डर्मेटोलॉजिस्ट और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ डर्मेटोलॉजी एंड वेनरोलॉजी के मेंबर डॉ समीर पी आप्टे ने सफेद बालों को जड़ से निकलने के कुछ संभावित साइड इफेक्ट्स पर बात की है। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से (causes of early gray hair)।
विशेषज्ञ की माने तो सफेद बाल तोड़ने से और ज्यादा सफेद बाल निकलने की बात एक मिथक है। सफ़ेद बालों को तोड़ने से आस-पास के बालों के रोम या बालों के रंग के लिए जिम्मेदार मेलानोसाइट्स पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। प्रत्येक बाल स्वतंत्र रूप से काम करते हैं, और एक बाल को तोड़ने से दूसरे बाल प्रभावित नहीं होते हैं। जैसे-जैसे बाल वापस से बढ़ते हैं, नए बाल अलग-अलग मात्रा में रंजकता के साथ उभर सकते हैं, जिनमें भूरे या सफेद रंग भी शामिल हैं।
इससे यह धारणा बन सकती है कि तोड़ने से बाल अधिक सफ़ेद होते हैं, लेकिन यह बालों के बढ़ने की स्वाभाविक प्रगति है। हालांकि, बार-बार बालों को तोड़ने से समय के साथ बालों के रोम को नुकसान हो सकता है, जिससे बाल झड़ने लगते हैं, लेकिन इसका बालों के रंग से कोई संबंध नहीं है।
अगर आपके पास सफेद हो रहे हैं और आप अपने एक-एक सफेद बाल को निकालती रहती हैं, तो इससे बेहतर है आप इन्हें बढ़ने से रोकें। इसके लिए अपने बालों को सूरज के हानिकारक किरणों के प्रभाव से बचना बहुत जरूरी है। कहीं बाहर निकलने से पहले अपने बालों को अच्छी तरह कैप या स्कार्फ से कवर करना न भूलें।
अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें, क्योंकि एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के प्रभाव को कम कर देता है और बालों का सफेद होना भी कम हो जाता है। ताजी फल एवं सब्जियों के साथ ही ग्रीन टी, ओलिव ऑयल और फिश आदि का सेवन करें।
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आमतौर पर बालों के सफेद होने का एक सबसे बड़ा कारण पोषक तत्वों की कमी है। ऐसे में अपने बालों को सफेद होने से रोकना है तो यह सुनिश्चित करें कि आपकी बॉडी में पर्याप्त पोषक तत्व होने चाहिए। यदि आपके शरीर में किसी भी प्रकार के विटामिन और मिनरल की कमी है, तो उनकी पूर्ति करने का प्रयास करें।
बालों को तोड़ने से आपके स्कैल्प पोर्स बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकते हैं, जिससे संभावित रूप से रेडनेस, सूजन और फॉलिकुलिटिस की परेशानी हो सकती है। डॉ. के अनुसार यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हेयर फॉलिकल्स संक्रमित हो जाते हैं साथ ही इनमें सूजन आ जाती है। इसकी वजह से कई स्किन कंडीशंस आपको परेशान करना शुरू कर देते हैं और स्कैल्प एक्ने आदि जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं।
प्लकिंग से आपके बालों का नेचुरल हेयर ग्रोथ साइकिल प्रभावित हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप बाल अलग-अलग दर से वापस बढ़ने लगते हैं। इससे बालों की लंबाई असामान्य रूप से बढ़ती है और हेयर टेक्सचर भी प्रभावित हो जाती है।
सफ़ेद बालों को तोड़ने से बालों के नेचुरल हेयर ग्रोथ का डायरेक्शन बदल सकता है, जिससे इनग्रोन हेयर का खतरा बढ़ जाता है। वे तब होते हैं जब बाल त्वचा में वापस मुड़ जाते हैं, जिससे इंफ्लेमेशन, रेडनेस और इन्फेक्शन हो सकते हैं।
सफेद बालों को तोड़ने की आदत स्कैल्प में बर्निंग सेंसेशन, रेडनेस, खुजली और जलन के रूप में प्रकट हो सकती है। यदि आपकी स्कैल्प स्किन सेंसिटिव है, तो आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि आपको ऐसी प्रतिक्रियाओं का खतरा अधिक हो सकता है। सफेद बालों को भूलकर भी जड़ से न तोड़ें।
सफेद बालों को बार बार तोड़ना संभावित रूप से आपके हेयर फॉलिकल्स को नुकसान पहुंचा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप बालों का विकास धीमा हो सकता है। कुछ लोगों में इससे स्थायी रूप से बाल झड़ सकते हैं।
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