आयुर्वेद में बालों को अत्यंत महत्व दिया गया है। हड्डी के ऊतकों, तंत्रिका तंत्र और पाचन तंत्र में गड़बड़ी, बालों की ग्रोथ और चमक में रूकावट पैदा कर सकती है।
जीवन चक्र में आपके बालों का 10% तक झड़ना सामान्य बात है। यदि इससे अधिक संख्या में बाल झड रहे हैं, तो यह चिंता का विषय है और आपको ज्यादा देखभाल और ध्यान देने की ज़रुरत है। इसके लिए बालों में नियमित तेल लगाने से मदद मिल सकती है।
बालों में हल्का गुनगुना तेल डालने और अच्छे से मालिश करें, यह प्राचीन तरीका बालों की नमी, चमक और मजबूती बढ़ाता है। हेयर ऑयलिंग बालों को मुलायम भी रखती है और विटामिन और मिनरल प्रदान करती है। जो बार-बार धोने पर कम हो जाते हैं। बालों का तेल जड़ों तक पहुंचता है और स्ट्रैंड्स को मजबूत बनाता है और स्कैल्प को पोषण देता है।
हालांकि, बाल झड़ने के कई आंतरिक कारण भी हो सकते हैं- जैसे तनाव, आजकल का अनहेल्दी लाइफस्टाइल, प्रदूषण आदि! तनाव बालों के रोम छिद्रों को बंद कर देता है, जिससे समय से पहले बालों का झड़ना शुरू हो जाता है और बाल पतले होने लगते हैं। इससे निपटने के लिए, हर किसी को योग या डेली एक्सरसाइज़ जैसी कम से कम एक आदत ज़रूर अपनानी चाहिए।
आइए जानते हैं कुछ आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों के बारे में, जिससे आपके बालों का झड़ना कम किया जा सकता है:
अमलाकी सबसे अच्छी दवाओं में से एक है जो व्यापक रूप से बालों के झड़ने के लिए उपयोग की जाती है। इसमें विटामिन-C और बहुत सारे खनिज होते हैं जो बालों के झड़ने से रोकने के लिए आवश्यक होते हैं।
एलोवेरा एक कंडीशनर के रूप में काम करता है और आपको कुल मिलाकर सॉफ्ट एंड सिल्की बाल प्रदान करता है। यह सर की डेड स्किन की मरम्मत करता है और इस तरह बालों के विकास में आपकी मदद करता है। यह खुजली को भी कम करता है और रूसी भी हटाता है।
इस क्लासिक हेयर टॉनिक का उपयोग बालों के झड़ने, रीग्रोथ और रूसी के लिए किया जा सकता है। भृंगराज तेल सिर को शांति देता है, रक्त संचार बढ़ाता है और स्मरण शक्ति बढ़ाता है।
यह पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला तेल है। इसका बहुत अधिक औषधीय महत्व है, जो इसे बालों के विकास के लिए उपयोगी बनाता है। तिल के तेल में विटामिन- E, B- कॉम्प्लेक्स और कई खनिज होते हैं। तिल हमारे सर को स्वस्थ बनाता है और बालों को समय से पहले सफ़ेद होने से रोकता है।
हम में से ज्यादातर लोग नारियल तेल का इस्तेमाल अपनी दिनचर्या में करते हैं। यह सबसे प्रसिद्ध तेल है, जिसे हम बिना दुष्प्रभावों की चिंता किये उपयोग कर सकते हैं। यह बालों को मॉइस्चराइज़ करता है और टूटना कम करता है। यह हमारे बालों को प्रोटीन के नुकसान से भी बचाता है।
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कस्टमाइज़ करेंनीम में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो फंगल संक्रमण को दूर रखता है। यह बालों के तंतुओं को पोषण देता है, उन्हें अच्छी तरह से हाइड्रेट करता है, और उन्हें मजबूत बनाता है।
करी पत्ता भारत में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली रसोई सामग्री में से एक है। इसकी छोटी पत्तियां एंटीऑक्सिडेंट और प्रोटीन से भरपूर होती हैं।
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