मौसम बदलते ही बाल, स्किन और बॉडी में कई तरह के बदलाव नज़र आने लगते हैं। घर से बाहर निकलते ही बालों में स्वैटिंग (Sweating) और चिपचिपाहट का होना स्वाभाविक है। ऐसे में हेयर कलीनिंग के लिए हम शैंपू का प्रयोग करते हैं। कैमिकल्स से युक्त शैंपू से हर रोज़ बाल धोने से बालों के वॉल्यूम में कमी नज़र आने लगती है। अगर आप भी बालों को क्लीन रखने के लिए नेचुरल तरीका अपनाना चाहती हैं। तो इन इंग्रीडिएंटस (Ingredients) के इस्तेमाल से आप भी बालों को मुलायम और मज़बूत बना सकती है। आइए जानते हैं बालों को नुचरल तरीके से धोने के कुछ खास उपाय (6 natural hair cleanser) ।
महिलाओं में दिनों दिन बढ़ रही बालों से जुड़ी समस्याओं पर बातचीत करते हुए छाया परिक्षक एवं नाड़ी विशेषज्ञ, भोपाल वैद्य चंद्रशेखर ने कई घरेलू इलाज बताएं। उनके मुताबिक बच्चों के जन्म के बाद महिलाओं के शरीर में विटामिन सी और विटामिन डी की कमी के चलते असमय बाल पकने और रूसी की समस्या बढत्ने लगती है। ऐसे में अगर आप शैंपू का निरंतर प्रयोग करती है, तो इससे बालों के टूटने, झड़ने और सफेद होने की समस्या बढ़ने लगती है। इनके मुताबिक शैम्पू में कास्टिक पाया जाता है, जिससे बाल अपनी सेंसिटिविटी (Hair sensitivity) को खो देते हैं। साथ ही बहुत से लोग सोराससिस का भी शिकार हो जाते हैं। इसके लिए अपने बालों में मुल्तानी मिट्टी और छाछ का घोल लगाएं। इसे बालों में सूख
ने दें और फिर बालों को धो दें। इससे बालों की खोई शाइन लौटने लगती है।
बालों को हेल्दी डोज़ देने के लिए गुनगुने पानी में सूखे काले आंवले, रीठा और शिकाकाई की कलियों को भिगो दें। इस पानी को आप दो से तीन दिन तक धूप दिखाएं। कोशिश करें इस मिश्रण को किसी लोहे के बर्तन में ही डालकर रखें। इससे विटामिन सी और आयरन के गुण भी इसमें मिल जाते हैं। अब इन्हें ठलनी से छानकर पानी अलग कर लें। इस पानी सक बालों को धोएं। इससे बालों में जमा गंदगी साफ होने लगेगी। साथ ही हेयरग्रेथ में भी फायदा पहुंचेगा।
लाइट राए फ्लोर अपने आप में एक हेयर वॉश है। इसे बालों में अप्लाई करने से स्कल पर इचिंग और रूसी से राहत मिलती है। इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल बालों के पीएच संतुलन को बनाए रखता है। विटामिन बी 5 से समृद्ध ये आटा ग्रीसी हेयर से भी मुक्ति दिलाता है।
एक कप पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा को मिलाएं। इसमें आवश्यकतानुसार पानी भी डालें। अब इस घोल को अच्छी तरह से मिलाकर एक पेस्ट बना लें। अब इसे बालों में ब्रश या उंगलियों की मदद से लगाएं। लगाने के बाद कुछ देर तक बालों में अच्छी तरह से मसाज करें। इससे बालों की नमी बरकरार रहती है। 5 से 10 मिनट तक बालों में इसे लगे रहने दें और फिर धो लें। इससे बाल मुलायम बनने लगते हैं।
सीटरिक एसिड से समृद्ध नींबू बालों में सीबम को बढ़ने से रोकता है। वहीं खीरे में पाया जाने वाला कूलिंग इफेक्ट बालों को मुलायम और शाइनी बनाता है। इससे बाल उलझने की समस्या अपने आप कम हो जाती है। एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच खीरा लें। इससे बालों की लंबा्रई से लेकर जड़ों तक लगाएं। इसे बालों में 15 मिनट तक लगे रहने दें और फिर धो दें। इससे सप्ताह में दो बार प्रयोग करें। इससे बालों की नमी बरकरार रहेगी। बाल धोने के बाद दोबारा शैम्पू करने की आवश्यकता नहीं है।
आयुर्वेद एक्सपर्ट अनिल बंसल के मुताबिक एक चम्मच एलोवेरा जेल लें और उसमें दो चम्मच शिकाकाई पाउडर का मिला दें। अब इस मिश्रण में एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे एड करें। इस घोल को मिक्स करके बालों में ब्रश की मदद से लगा लें। बालों में लगाने के बाद कछ देर तक मसाज करें। इसके बाद बालों को धो दें और शैम्पू का इस्तेमाल न करें। इससे पतले बालों की समस्या दूर होगी और बालों की थिकनेस बढ़ने लगती है।
आधा कप सेब के सिरके को आधा बालटी पानी में डालें। अब उसे घोल को बालों को धोने के लिए इस्तेमाल करें। इसे बालों में खोई हुई शाइन वापिस लौट आती है। 10 से 15 मिनट तक लगे रहने के बाद बालों को सादे पानी से धो दें। इसे इस्तेमाल करने से बालों के टेक्सचर में भी सुधार देखने को मिलता है।
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