मौसम बदलने के साथ बालों की ग्रोथ और उनके टेक्सचर में अतंर आने लगता है। सर्दी में जहां बाल ज्यादा फ्रीजी नज़र आते हैं, तो वहीं गर्मी में बालों में हर वक्त चिपचिपाहट और टूटने की समस्या बनी रहती है, जिससे बालों की थिकनेस भी कम होने लगती है। बालों के वॉल्यूम को बढ़ाने और इससे जुड़ी अन्य समस्याओं से राहत पाने के लिए स्कैप्ल मसाज एक बेहतरीन उपाय है। औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी बूटियों और फलों व पत्तियों से तैयार होने वाले ये तेल बालों को नेचुरली ग्रो करने में मदद करेंगे। इससे बालों का वॉल्यूम भी बढ़ने लगता है। जानते हैं ऐसे 5 ऑयल्स के बारे में जो हेयरकेयर में देंगे आपका साथ (oils for hair growth and thickness) ।
अपनी खुशबू के लिए मशहूर ये तेल फॉलिकल्स को मज़बूत करने के साथ मानसिक तनाव से भी मुक्ति दिलाता है। इसे लगाने से बालों की जड़ों को मज़बूती मिलती है और पतले बालों की समस्या हल हो जाती है। इसमें आयरन, फाइबर, प्रोटीन, फोलट, विटामिन्स व मिनरल्स पाए जाते हैं।
आप चाहें, तो रोज़मेरी ऑयल को बालों में लगाकर ओवरनाइट रख सकते हैं। इसके अलावा रोज़मेरी तेल की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए इसमें कुद बूंद नारियल का तेल मिला दें। अब इससे बालों की चंपी करें। आप चाहें, तो इस मिश्रण को एक बॉटल में भरकर रख सकते हैं। हर सप्ताह बालों में 2 से 3 बार लगा सकते हैं।
एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ से भरपूर लेमनग्रास बालों को कई प्रकार के संक्रमण से बचाने का काम करता है। बालों में बढ़ रहे डैंड्रफ के प्रभाव को कम करता है। इसके लिए बालों पर लेमनग्रास ऑयल को लगाकर बाल झड़ने की परेशानी से भी बचा जा सकता है। इसे बालों में सर्कुलर मोशन में लगाने से बालों का टेक्सचर इंप्रूव होने लगता है।
इसे अप्लाई करने के लिए 2 से 3 बूंद लेमनग्रास ऑयल को 1 चम्मच बादाम के तेल में मिला लें। अब इससे बालों की जड़ों में मसाज करें। इसके बाद बालों पर तौलिया लपेट दें। इससे बालों का रूखापन दूर होने लगेगा। 1 घंटे बाद हेयरवॉश कर लें। इसके अलावा बालों को हेल्दी बनाने के लिए आप शैम्पू और कंडीशन में भी इसकी कुछ बूंदों को मिलाकर इस्तेमाल कर सकती हैं।
टी ट्री ऑयल स्कैल्प पर बढ़ने वाली इंफ्लामेशन को कम करके हेयर ग्रोथ को बढ़ाता है। इसके अलावा बालों में डैंड्रफ के कारण होने वाली खुजली को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। टी ट्री ऑयल में मौजूद एंटी माइक्रोबियल प्रापर्टीज फॉलिकल्स को मज़बूत करती है। साथ ही इस तेल को आप चेहरे पर भी प्रयोग कर सकते हैं।
टी ट्री ऑयल में किसी भी कैरियर ऑयल को मिलाकर बालों पर अप्लाई करें। इसे 1 घंटे तक बालों में लगा रहने दें और फिर हेयरवॉश कर लें। इसके अलावा आप इसकी कुछ बूंदों को कण्डीशनी में मिलाकर भी बालों पर लगा सकते हैं। इससे बालों में शाइन और मज़बूती दोनों चीजें बढत्रने लगती हैं।
समय से पहले बालों का सफेद होना, बालों का पतलापन और दो मुंहे बालों की समस्या से बचने के लिए नीम ऑयल को लगाना बहुत ज़रूरी है। विटामिन ई, कैल्शियम, फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर ये तेल बालों को माइश्चराइज़ करने का काम करता है।
बालों को माइश्चराइज़ करने के लिए नीम के तेल की कुछ बूंदों को एलोवेरा के साथ मिला लें। अब इसे बालों पर लगाएं। इसे रूट्स में भी ज़रूर लगाएं। 1 घंटे बाद बालों को वॉश कर लें। उसके बाद किसी माइल्ड हर्बल शैम्पू से बालों को धो लें। इसमें मौजूद कम्पाउंड बालों में संकमण को पनपने से राकते हैं।
बालों को गिरने से बचाने और वॉल्यूम बढ़ाने के लिए प्याज का तेल बेहद फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद सल्फर हेयर रिपेयरिंग का काम करता है। इसमें मौजूद जिंक और आयरन बालों को ताकत प्रदान करता है, ताकि तेज़ धूप, आंधी और बारिश से बचा जा सके। इसमें मौजूद कॉपर के गुण बालों को सफेद होने से रोकते हैं।
बालों में प्याज का तेल लगाने से त्वचा पोषित होने लगती है। इससे बालों की ग्रोथ में इज़ाफा होता है। वहीं इसके पोषण को बढ़ाने के लिए इस तेल में कुछ बूंद नारियल का तेल मिलाएं और बालों में लगा लें। इससे बात मज़ूबत होने लगेंगे।
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