सूरज की हानिकारक किरणों से लेकर वातावरणीय प्रदूषण, गलत खानपान, खराब लाइफस्टाइल और देखभाल की कमी त्वचा से जुड़ी समस्यायों (skin problems) को बढ़ावा दे रही हैं। लगभग सभी महिला कहीं न कहीं अपनी त्वचा से जुड़ी समस्यायों को लेकर परेशान रहती है। ऐसे में आज कल अलग-अलग ब्रांड तरह-तरह के स्किन केयर प्रोडक्ट्स को लांच कर रहे हैं और लोग इसे बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कर रहे हैं। खासकर आज कल सीरम (face serum) का इस्तेमाल काफी ज्यादा ट्रेंड कर रहा है। वहीं मार्केट में एक ही कम्पोजीशन के सीरम, फेस वॉश और क्रीम सभी उपलब्ध हैं।
लेकिन कई बार महिलाएं जानकारी के अभाव में एक साथ दो तरह के कम्पोजीशन का इस्तेमाल करना शुरू कर देती हैं। जो कि स्किन के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। उदाहरण के तौर पर आप विटामिन सी (vitamin c) को देख सकती हैं, इसे यदि किसी अन्य कम्पोजीशन के साथ मिलकर इस्तेमाल किया जाये तो इसके फायदे नुकसान में बदल जाते हैं। अब चाहें वह फेस वॉश हो या सीरम यदि आप एक समय विटामिन सी युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रही हैं, तो दूसरे कम्पोजीशन के प्रोडक्ट को एक उचित समय के अंतराल पर इस्तेमाल करें।
आपके इस कन्फूजन को दूर करने के लिए आज हम लेकर आये हैं ऐसे 4 कॉम्बिनेशन जिनका इस्तेमाल त्वचा को डैमेज कर सकता है (skincare combinations to avoid)। किसी भी स्किन केयर प्रोडक्ट्स की उचित जानकारी प्राप्त किये बगैर इनका इस्तेमाल न करें।
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रेटिनोइड्स का इस्तेमाल करने से पहले इससे जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां होना बहुत जरुरी है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ के अनुसार रेटिनोइड्स और विटामिन सी को कभी भी एक साथ इस्तेमाल न करें। यह दोनों ही त्वचा के लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं। दरअसल, इनका कॉम्बिनेशन इनके व्यक्तिगत प्रवृति से भिन्न काम करता है। विटामिन सी का पीएच लेवल काफी एसिडिक होता है। यदि इन दोनों को एक साथ या एक ही समय पर त्वचा पर अप्लाई किया जाए तो आपकी स्किन लाल होने लगती है। साथ ही त्वचा पर सूजन आना और जलन का अनुभव होता है।
विटामिन सी सुबह के वक़्त काम करती है, ठीक इसी प्रकार रेटिनोइड या रेटिनोल रात के वक़्त असरदार होते हैं। यदि आप सुबह विटामिन सी अप्लाई कर रही हैं, तो इसके ऊपर सनस्क्रीन लगाना न भूलें। साथ ही इन दोनों को एक उचित समय का गैप लेकर त्वचा पर अप्लाई करें।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ के अनुसार नियासिनामाइड एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है और विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है। यह दोनों स्वाभिक रूप से काफी फायदेमंद होते हैं परन्तु जब इन्हे एक साथ इस्तेमाल किया जाये तो यह त्वचा को डैमेज कर सकते हैं। इन्हे एक साथ मिलाने से इनकी प्रभावशीलता पर नकारात्मक असर पड़ता है। इन्हे हमेशा एक उचित समय का गैप रखते हुए अप्लाई करें, अन्यथा त्वचा बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। खुजली, रेडनेस और ब्रेकआउट का भी सामना करना पड़ता है।
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आमतौर पर कई महिलाओं को त्वचा पर काफी ज्यादा एक्ने होते हैं। वहीं फाइन लाइन और रिंकल्स को कम करने के लिए रेटिनोइड का उपयोग करने की सलाह सी जाती है। मुहांसों को कम करने और रोमछिद्रों को साफ रखने के लिए सैलिसिलिक एसिड का इस्तेमाल करते हैं। बीटा हाइड्रॉक्सी एसिड (BHA) त्वचा की कोशिकाओं के टर्नओवर को बढ़ा देती हैं। लेकिन दोनों ही त्वचा को ड्राई कर देती हैं। इसलिए उन्हें एक साथ इस्तेमाल करना अधिक नुकसानदेह होता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार इनका कॉम्बिनेशन त्वचा में जलन का कारण बनता है, साथ ही स्किन को बुरी तरह से डैमेज कर देता है। जब त्वचा अधिक ड्राई होती है तो इसे मैनेज करने के लिए स्किन अधिक मात्रा में ऑयल प्रोड्यूस करता है। ऐसे में ड्राइनेस और ऑयल एक साथ मिलकर त्वचा के लिए समस्याएं खड़ी कर सकते हैं। ऐसे में यदि दोनों का उचित लाभ उठाना चाहती हैं तो सैलिसिलिक का इस्तेमाल सुबह करें और रेटिनोइड का रात को सोने से पहले।
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कस्टमाइज़ करेंविटामिन ए डेरिवेटिव रेटिनोल और रेटिनोइड्स और अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (एएचए), जैसे की ग्लाइकोलिक एसिड एंटी-एजिंग होते हैं। यह त्वचा के सेल टर्नओवर को बढ़ा देते हैं साथ ही कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हुए त्वचा को प्राकृतिक ग्लो प्रदान करते हैं। वहीं दूसरी ओर ये दोनों त्वचा की बाहरी परत को एक्सफोलिएट करते हैं। ऐसे में इन्हे एक साथ इस्तेमाल करना हानिकारक हो सकता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार इनके कॉम्बिनेशन से त्वचा पर रेडनेस, खुजली, स्किन पीलिंग जैसी समस्याएं हो जाती है। यदि इन दोनों को इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो एक दिन के गैप पर इसे त्वचा पर अप्लाई करें। ऐसा करने से त्वचा को नुक्सान नहीं पहुंचता।
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