आज के समय में बालों से संबंधी समस्याएं बेहद आम हो चुकी हैं। ड्राई और डल हेयर के साथ ही बाल बेहद कमजोर होते जा रहे हैं और हेयर फॉल भी की समस्या भी बढ़ती जा रही है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हैं, जिनमें से सबसे बड़ा कारण है एनवायरमेंटल फैक्टर। वातावरण में बढ़ते प्रदूषण और टॉक्सिंस से हमारे बाल पहले से ही काफी ज्यादा डैमेज हो चुके हैं, उसके ऊपर से आजकल के नए हेयर ट्रेंड्स ने इन परेशानियों को और ज्यादा बढ़ा दिया है। ऐसे में हमें बालों की सेहत को बनाए रखने के लिए कुछ हेयर टॉक्सिक चीजों से दूरी बनाए रखने की आवश्यकता है। तो चलिए आज इसी बारे में बात करते हैं।
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर सु उर्फ सुयोमी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए तीन ऐसे टॉक्सिक हेयर ट्रेंड्स (damage hair causes) बताए हैं, जो आपके बालों को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं और आपको हेयर फॉल का शिकार बना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं, ये क्या हैं और हम अपने बालों के साथ कौन सी गलतियां कर रहे हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार इमरजेंसी में या कभी कभार ड्राई शैंपू का इस्तेमाल बाल एवं स्कैल्प के चिपचिपेपन को दूर करने के लिए किया जा सकता है। परंतु यदि आप इसे बार-बार इस्तेमाल करती हैं, तो यह आपके बालों को डैमेज कर सकता है।
यह आपकी नियमित शैंपू की तरह आपके स्कैल्प को पूरी तरह से क्लीन नहीं करता और आपको लगता है कि आपके स्कैल्प और बाल क्लीन हो गए हैं, परंतु ऐसा नहीं होता, ड्राई शैंपू के फ्रिक्वेंट इस्तेमाल से बाल और स्कैल्प में डैंड्रफ जमा हो सकते हैं। इसके साथ ही स्कैल्प बॉईल की समस्या का सामना करना पड़ता है।
इसलिए ड्राई शैंपू के इस्तेमाल से जितना हो सके उतना परहेज करें। बाल एवं स्कैल्प को पूरी तरह से साफ करने के लिए आपको अपनी नियमित शैंपू का इस्तेमाल करना चाहिए।
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जैसा की हम सभी जानते हैं, हीटिंग टूल्स का इस्तेमाल किसी भी तरह से आपके बालों के लिए उचित नहीं है। परंतु आजकल लोग गीले बालों पर हीटिंग प्रोडक्ट चलाते हैं, ताकि स्ट्रेटनिंग में आसानी हो। गीले बालों में स्ट्रेटनर चलाना आपके बालों को अधिक नुकसान पहुंचा सकता है।
जब बाल ड्राई होते हैं, तो इन पर हीटिंग इफेक्ट का प्रभाव कम पड़ता है। गीले बालों पर ईटिंग टूल्स चलाने से केमिकल डैमेज का स्तर लगभग ड्राई बालों के सामान्य रहता है, परंतु स्ट्रक्चरल डैमेज का स्तर काफी ज्यादा होता है।
इस स्थिति में आपके बालों की फिजिकल प्रॉपर्टीज पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए बालों पर हीटिंग टूल्स का इस्तेमाल जितना हो सके उतना कम करें। इसके साथ ही इसका इस्तेमाल करने से पहले हीट प्रोटेक्टिंग स्प्रे, क्रीम आदि का इस्तेमाल जरूर करें।
आजकल टाइट पोनीटेल और हेयर स्टाइल काफी ज्यादा ट्रेंड कर रहे हैं, परंतु यह आपके बालों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं। टाइट हेयरस्टाइल से आपके बाल जड़ से खींचते हैं, जिसकी वजह से ट्रैक्शन एलोपेसिया हो सकता है। यह एक प्रकार का हेयर लॉस है, जो आपके हेयरलाइन के आसपास देखने को मिलता है।
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कस्टमाइज़ करेंइस स्थिति में जब आप टाइट हेयर स्टाइल करना छोड़ देती हैं, और अपने बालों की उचित देखभाल करती हैं, तो यह समस्या कुछ दिनों में ही नार्मल हो जाती है।
बालों की उचित देखभाल से हेयर फॉल सहित स्कैल्प इनफेक्शन सहित अन्य तमाम समस्याओं से बचा जा सकता है। बालों को बार-बार वॉश न करें, हफ्ते में 2 बार हेड वॉश करें। इसके साथ ही हेड वॉश से पहले बालों में अच्छी तरह से ऑयलिंग करें। वहीं ऑयलिंग करके बालों को लंबे समय तक न छोड़े, 2 से 3 घंटे के बाद इसे वॉश कर लें।
टाइट हेयरस्टाइल न करें, बालों को खुला रखें या फिर ढीले हेयर स्टाइल करें। इससे आपके बाल जड़ से खींचते नहीं हैं, और यह कमजोर नहीं होते। होममेड हेयर स्प्रे और हेयर मास्क की मदद से आपके बालों की सेहत को बनाए रखने में मदद मोलेगी। इसके अलावा यदि हेयर फॉल की समस्या रहती है, तो भूल कर भी गीले बालों में कंघी न करें। बालों को पूरी तरह से ड्राई होने दें उसके बाद ही कंघी करें।
ठंड के मौसम में हम सभी सूरज की किरणों में समय बिताना बेहद पसंद करते हैं। परंतु इस दौरान तो चाय के साथ-साथ बालों को भी सूरज के हानिकारक किरणों से बचना जरूरी है। इसके लिए अपने बाल को हैट, स्कार्फ या फिर किसी भी अन्य तरीके से कवर जरूर करें। वहीं spf युक्त हेयर प्रोटक्शन स्प्रे का इस्तेमाल जरूर करें।
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