जिन कुछ खास वजहों से हम गर्मी के मौसम का इंतजार करते हैं, उनमें से तैराकी (Swimming) भी एक है। गर्मी से बचने के लिए स्विमिंग पूल में कूदना एक कूलिंग आइडिया हो सकता है। पर क्या ये आपकी स्किन के लिए भी उतना ही अच्छा है, जितना आपकी फिटनेस और मेंटल हेल्थ के लिए? इसका जवाब मिक्स फैक्ट्स के साथ आता है। असल में स्विमिंग पूल के पानी में मिलाए गए क्लोरीन की वजह से हमारी त्वचा कठोर हो जाती है। इसलिए अगर आप स्विमिंग के लिए जा रहीं हैं, तो इन स्किन केयर टिप्स (Swimming skin care tips) को बिल्कुल भी नजरंदाज न करें।
हां, ये सच है कि कीटाणुओं (germs) को मारने के लिए उस पानी में क्लोरीन मिलाया जाता है। यही कारण है कि इस पानी के ज्यादा संपर्क में आने पर तैराकी करने वाले शख्स की त्वचा रुखी (dry skin) हो जाती है। साथ ही उनके स्किन पर जलन और खुजली की शिकायत भी बढ़ जाती है। फिर भी निराश होने की जरुरत नही है ! इस हाल में भी आप तैर सकते हो और अपना स्किन भी सुरक्षित रख सकते हो। बस अपनी स्किन को क्लोरीन के बुरे प्रभाव से बचाने के लिए नहाने से पहले और बाद में एक्सपर्ट द्वारा दिए गए स्किनकेयर टिप्स को फॉलो करें।
अपनी हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट में मशहूर डर्मेटोलॉजिस्ट डाक्टर जयश्री शरद ने त्वचा की देखभाल के लिए कुछ बुनियादी सुझाव साझा किए हैं। उनके ये सुझाव त्वचा की सुरक्षा के लिहाज से बेहद कारगर हैं। डाक्टर शरद ने लोगों को नहाने से पहले या बाद में इन सुझावों को अपनाने की अपील की है।
त्वचा संबंधी समस्याओं की सूची में सबसे पहला नाम इसी का है। इस प्रकार की समस्या हो जाने पर त्वचा रुखी, रफ और उस पर खुजली होना सामान्य है। वहीं त्वचा में बढ़ता रुखापन एजिंग में योगदान करता है।
लंबे समय तक क्लोरीन के संपर्क में रहने के कारण त्वचा पर खुजली होने की शिकायत होती है. साथ ही उस पर चकत्ते दिखने लगते हैं. केमिकल के प्रति संवेदनशीलता होने के कारण किसी के त्वचा पर भी चकत्ते दिखने लगते हैं.
खासकर गर्मी के मौसम में लंबे समय तक तैरने की वजह से त्वचा पर सनबर्न हो सकती है। हालांकि तैराकी के समय को ध्यान में रखकर सनबर्न की शिकायत से आसानी से बचा जा सकता है।
आइए जानें कि तैराकी से पहले और बाद में किन-किन बातों का ध्यान रखकर त्वचा की सुरक्षा की जा सकती है
यदि आप स्विमिंग पुल के क्लोरीन युक्त पानी से अपनी त्वचा बचाना चाहती हैं, तो मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल काफी कारगर साबित हो सकता है। पूल में जाने से पहले या बाद में इसकी लेयर लगा लेने से न केवल त्वचा रूखी होने से बचेगी, बल्कि यह एक सुरक्षात्मक लेयर भी बनाए रखेगा।
डाक्टर शरद कहना है कि पूल में तैराकी करने से पहले और बाद में डॉइमेथिकोन, ग्लिसरीन, तेल या पेट्रोलियम युक्त मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
मॉइस्चराइजर के बाद सनस्क्रीन लगाना जरुर सुनिश्चत करें। डाक्टर शरद सुझाव देती हैं कि स्विमिंग पूल में जाने से 20 मिनट पहले वाटरप्रूफ सनस्क्रीन लगाएं। इसके बाद हर दो घंटे बाद इसे लगाती रहें। संभव हो तो ऐसे सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें, जो पूल में उतरने को बाद भी न धुले।
बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो आखों के नीचे भी सनस्क्रीन लगाते हैं। लेकिन आप इस तरह के इस्तेमाल से बचें। इसकी बजाए बेहतर क्वालिटी के स्विमिंग ग्लास पहनें।
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कस्टमाइज़ करेंत्वचा की सुरक्षा के साथ-साथ बालों की देखभाल करना न भूलें। बेहतर होगा कि पूल में उतरने से पहले बालों को पूरी तरह ढक लेने वाला स्विमिंग कैप पहन लें। ये कैप ढीले बालों को भी तैरने से रोकने में मदद करेगा।
तैरकर पूल से निकलने के बाद त्वचा पर चिपके क्लोरीन को धोने के लिए तुरंत साफ पानी से स्नान करें। अच्छे से नहाने से पहले आप माइल्ड क्लींजर से अपनी त्वचा को साफ कर सकती हैं।
पूल से तैर कर निकलने के बाद साफ पानी से नहाए और नहाने के बाद त्वचा को मॉइश्चराइज करना न भूलें। इस तरह करने से क्लोरीन के कारण होने वाले त्वचा के रूखेपन से बचा जा सकता है।
डाक्टर शरद सलाह देती है कि सुबह 10 बजे से 4 बजे के बीच पुल में तैरने के लिए न उतरें। स्विमिंग पुल में तैरने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह तड़के और शाम के समय सूर्यास्त के बाद है।
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