चेहरे की त्वचा कोमल हेती है, जो दिनभर धूल, मिट्टी, प्रदूषण और यूवी रेज़ के संपर्क में आने से झुलस जाती है। ऐसे में त्वचा पर हथेलियों का मुलायम स्पर्श तनाव दूर करने के साथ त्वचा के निखार को बनाए रखने में मदद करता है। बचपन में मां अक्सर उंगलियों पर तेल या फिर क्रीम लेकर मेरे चेहरे पर कुछ देर सर्कुलर मोशन में मसाज किया करती थीं और ये स्किन रीचुअल मैं आज भी फॉलो करती हूं। इससे त्वचा पर बढ़ती उम्र का प्रभाव नज़र नहीं आता है और स्किन दिनभर हाइड्रेट रहती है। हांलाकि इन दिनों मसाज के लिए कई उपकरण भी बाज़ार में उपलब्ध है। मगर हाथों से कुछ देर की जाने वाली फेशियल मसाज इस प्रकार से फायदेमंद (facial massage benefits) साबित होती है।
कभी थपथपाकर, तो कभी उंगलियों से दबाव डालकर चेहरे की त्वचा को हेल्दी बनाया जाता है। बाज़ार में मौजूद एसेंशियल ऑयल को केरियर ऑयल में मिलाकर चेहरे पर लगाने से स्किन संबधी समस्याएं हल होने लगती है। इससे त्वचा का निखार बढ़ता है और स्किन हेल्दी और क्लीयर नज़र आती है।
इस बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट डॉ भारती तनेजा बताती हैं कि फेशियल मसाज से स्किन टोन होती है और त्वचा का लचीलापन बना रहता है। उन्होंने बताया कि फेशियल करते वक्त हमेशा नीचे से उपर की ओर जाना चाहिए। सही डायरेक्शन अपनाने से मसल्स रिलैक्स होते है और ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ने लगता है। अपवर्ड मसाज से कानों के पीछे की मांसपेशियां रिलैक्स होने लगती हैं, जिससे कान के पीछे लिम्फ नॉड्स से डस्ट को सिक्रीट करते है, जिससे त्वचा का ग्लो बना रहता है।
फेशियल मसल्स को रिलैक्स रखने और त्वचा पर दिखने वाली फाइन लाइंस को कम करने के लिए फेशियल मसाज बेहद कारगर है। इससे मांसपेशियों की कसावट बढ़ने लगती है, जिससे त्वचा की लोच बरकरार रहती है। इससे अर्ली एजिंग का प्रभाव कम हो जाता है और झुर्रियों से राहत मिलती है। दिनभर में 5 से 10 मिनट चेहरे की मसाज करने से स्किन के टैक्सचर में भी बदलाव दिखने लगता है।
ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए चेहरे पर उंगलियों से मसाज करें। माथे से लेकर चिन तक स्किन पर दबाव डालने से स्किन सेल्स में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ने लगता है, जिससे स्किन टोन में निखार आता है और त्वचा का रूखापन भी कम होने लगता है। नियमित रूप से चेहरे और गर्दन पर मसाज करने से कोलेजन की मात्रा भी बढ़ने लगती है।
डॉ भारती तनेजा बताती हैं कि मसाज से स्किन टोन होती है और चेहरे पर बढ़ने वाली थकान कम होने लगती है। मसल्स रिलैक्स हो जाते है और त्वचा का ग्लो बना रहता है। इससे स्किन पर बढ़ने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को भी कम किया जा सकता है।
त्वचा पर थकान के कारण आंखों के नीचे और गालों पर पफ्फीनेस का सामना करना पड़ता है। ऐसे में एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर विटामिन सी युक्त प्रोड्क्टस का इस्तेमाल करने से त्वचा हेल्दी रहती है और इफ्लामेशन कम होने लगती है। आंखों के नीचे उंगलियों से मसाज करने से चेहरे को फायदा मिलता है।
मसाज करने से चेहरे पर लगाए जाने वाले असेंशियल ऑयल, क्रीम और सीरम से वो स्किन में पहुंचती है। उसका अवशोषण उचित तरह से होने से स्किन पर उसका फायदा दिखने लगता है। इस्तेमाल करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह से ही स्किन टाइप को समझकर असेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करें।