घर के अंदर भी जरूरी है सनस्क्रीन का प्रयोग, वरना आपकी स्किन को हो सकते हैं ये नुकसान

घर से निकलना कम हो गया है, लेकिन सनस्क्रीन लगाना कम न करें, पर क्‍यों? कारण हम बताते हैं।
sunscreen ke side effects
सनस्क्रीन से आपको मुंहांसे भी हो सकते हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 10 Dec 2020, 11:06 am IST
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कोविड-19 के कारण हम सभी अपने घरों में हैं। घर से ही काम हो रहा है, जिसके कारण हम टाइट जीन्स, सैंडल्स, यहां तक की ब्रा भी छोड़ चुके हैं, लेकिन एक चीज जो नहीं छोड़नी चाहिए वह है सनस्क्रीन। अगर सनस्क्रीन छोड़ दी है, तो अपनी त्वचा के साथ गलत कर रही हैं।

अगर इस बीच आपने सनस्क्रीन लगाना छोड़ दिया था, तो अब डैमेज रिपेयर करने का समय है। अगर आपका काम लैपटॉप पर ही होता है या आप नेटफ्लिक्स मैराथन में शामिल होती हैं, तो सनस्क्रीन लगाना आपके लिए जरूरी है।

हम आपको बताते हैं क्या हैं स्किन के लिए सनस्क्रीन के फायदे।

क्या है सनस्क्रीन के पीछे का साइंस

आपकी खिड़की के शीशे सूरज की UV किरणों को कम तो कर सकते हैं, लेकिन रोक नहीं सकते। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बताएं तो UV किरणें दो प्रकार की होती हैं- UVA और UVB। UVA किरणें सेल्स की एजिंग के लिए जिम्मेदार होती हैं और झुर्रियां पैदा करती हैं। वहीं UVB किरणें सनबर्न के लिए जिम्मेदार होती हैं। UVB किरणें स्किन कैंसर का भी कारण हो सकती हैं।

घर के अंदर भी अपनी स्किन को प्रोटेक्‍ट करना जरूरी है। चित्र: शटरस्‍टॉक
घर के अंदर भी अपनी स्किन को प्रोटेक्‍ट करना जरूरी है। चित्र: शटरस्‍टॉक

होता यूं है कि कांच के खिड़की दरवाजे UVB किरणों को तो रोक लेते हैं, लेकिन UVA को नहीं रोक पाते। आपको मालूम भी नहीं पड़ता कि आप सूरज की हानिकारक किरणों का शिकार हो रही हैं और आपकी स्किन में कोलेजन बनना कम हो जाता है।

घर पर आप तभी सुरक्षित हैं, जब आप बिना कांच की खिड़की, दरवाजे वाले कमरे में हों या UV रोकने वाले पर्दे हों। अब यह सब तो सम्भव नहीं। लेकिन आप अपने स्किन केयर रूटीन में थोड़ा सा बदलाव ला कर इस समस्या को खत्म कर सकती हैं।

आपके फोन और लैपटॉप की स्क्रीन भी त्वचा को नुकसान पंहुचाती हैं

जी हां, यह सच है। आपके स्मार्टफोन और लैपटॉप की स्क्रीन आपकी स्किन को बहुत नुकसान पहुंचा रही हैं। थोड़े समय में कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन जब आप कई घण्टों के लिए स्क्रीन के सामने बैठती हैं, तो इनका स्किन पर बहुत प्रभाव पड़ता है।

स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट जिसे हाई एनर्जी विजिबल लाइट कहते हैं, आपकी त्वचा के अंदर जाकर डार्क स्पॉट और झुर्रियां पैदा करती है।

जर्नल ऑफ बॉयोमेडिकल फिजिक्स और इंजीनियरिंग में प्रकाशित स्टडी के अनुसार ब्लू लाइट फ्री रेडिकल्स को बढ़ावा देती है, जो कोलेजन को खत्म करते हैं। यही नहीं यह लाइट आंखों को बहुत नुकसान पहुंचाती है।

मोबाइल से निकलने वाली नीली रोशनी आपकी स्किन को नुकसान पहुंचाती है। चित्र: शटरस्टॉक
मोबाइल से निकलने वाली नीली रोशनी आपकी स्किन को नुकसान पहुंचाती है। चित्र: शटरस्टॉक

यही कारण है कि आपको सनस्क्रीन घर पर भी लगानी चाहिए। हालांकि कोई भी सनस्क्रीन इस ब्लू लाइट से बचाव के लिए नहीं बनी है, लेकिन जिस लोशन में जिंक ऑक्साइड हो वह कारगर होती है। इसलिए जब भी सनस्क्रीन खरीदें, तो इस इंग्रेडिएंट का ध्यान रखें। नहाने के बाद सनस्क्रीन लगाना अपनी आदत बना लें। यह आपकी त्वचा को घर में आने वाली UVA किरणों से तो बचाएगी ही, साथ ही स्क्रीन की ब्लू लाइट से भी बचाएगी।

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तो लेडीज यह जरूर ध्यान रखें कि आपको घर पर भी सनस्क्रीन लगानी चाहिए।

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