बरसात के मौसम में हमें त्वचा संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कभी एक्ने तो कभी पिंपल्स कुछ न कुछ लगा ही रहता है। हम कितना भी नॉर्मल स्किन केयर रूटीन का पालन कर लें, स्किन ऑयली (Oily Skin) रहती है। ऑयली स्किन की वजह से त्वचा में गंदगी समा सकती हैं, जिसकी वजह से ब्लैकहेड्स हो सकते हैं। हालांकि, ब्लैकहेड्स (Blackheads) निकलने का कोई मौसम नहीं होता है। यदि आपकी त्वचा साफ नहीं है तो इसपर ब्लैकहेड्स हो सकते हैं।
ब्लैकहेड्स या व्हाइटहेड्स का स्किन पर निकलना आम बात है, लेकिन आप इससे कैसे छुटकारा पाती हैं यह गौर करने वाली बात है। तो क्या आप ब्लैकहेड्स हटाने के लिए पोर स्ट्रिप (Pore Strip) का इस्तेमाल करती हैं? यदि हां… तो आपकी स्किन के पिंपल्स (Pimples) के लिए यही जिम्मेदार हैं।
एक गोंद जैसा चिपकने वाली स्ट्रिप जिसमें विभिन्न अवय होते हैं, जो आपकी त्वचा की ऊपरी परत से जुड़ जाते हैं और हटाए जाने पर इसे छील देते हैं। ये स्ट्रिप त्वचा से मृत कोशिकाओं, तेल, गंदगी और धूल को हटाने में सहायक होती हैं। ऐसा करने से यह थोड़े समय के लिए ब्लैकहेड्स को हटा देती है।
पोर स्ट्रिप या नोज़ स्ट्रिप ब्लैकहेड्स हटाने का एक आसान तरीका है और यह काफी प्रभावी भी है। मगर इसके कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जो कई स्किन प्रॉब्लेम्स को जन्म दे सकते हैं।
इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं। पोयर स्ट्रिप्स में भी आमतौर पर पैराबेंस होते हैं, जो स्किन के लिए हानिकारक है। पॉलीक्वाटरनियम -37, सिलिका, पानी, ग्लिसरीन, पॉलीसिलिकोन -13, पीईजी -12 डाइमेथिकोन, टाइटेनियम डाइऑक्साइड, हैमामेलिस वर्जिनियाना (विच हेज़ल) एक्सट्रैक्ट, ब्यूटिलीन ग्लाइकोल, स्टीयराइल ग्लाइसीरहेटिनेट।
पहला घटक, पॉलीक्वाटरनियम -37, एक हेयरस्प्रे जैसा पदार्थ है, जो बिल्डअप को हटाने के लिए आपके छिद्रों से चिपक जाता है। लेकिन यह रोमछिद्रों को भी फैलाता है, जिससे और भी अधिक बिल्डअप और बड़े ब्लैकहेड्स होते हैं! पोयर स्ट्रिप्स में भी आमतौर पर पैराबेंस होते हैं, जो स्किन के लिए हानिकारक है।
ये नुकसान पहुंचता है इसलिए, सप्ताह में लगभग एक बार केवल नोज़ स्ट्रिप का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। नोज़ का अधिक उपयोग करने से आपकी त्वचा वास्तव में खराब हो सकती है। इतना ही नहीं इससे त्वचा में जलन हो सकती है और यह लाल हो सकती है।
यदि आपके पास अधिक संवेदनशील है, तो यह ब्रेकआउट और जलन पैदा कर सकता है। पोर स्ट्रिप को लगाने की वजह से कुछ लोगों की नाक से खून भी निकल आता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप पोर स्ट्रिप को खीचती हैं, तो त्वचा की पहली परत डैमेज हो सकती है। सबसे बुरी बात यह है कि इससे आपकी त्वचा पर झुर्रियां भी पड़ सकती हैं।
ब्लैकहेड्स तब बनते हैं जब तेल, मृत त्वचा और गंदगी स्वाभाविक रूप से छिद्रों में जमा हो जाती है। नाक की पट्टियां केवल ऊपर की काली परत से छुटकारा पाती हैं, लेकिन शेष ब्लैकहैड अभी भी छिद्र में रहता है, इसलिए आप वास्तव में छिद्र की सफाई नहीं कर रहे हैं। वास्तव में, नाक की पट्टी छिद्रों में छिपी सारी गंदगी और तेल को याद करती है। इसलिए आपको इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराना होगा।
पोर स्ट्रिप का इस्तेमाल करने के बजाय आप ब्लैकहेड्स हटाने के लिए अपनी स्किन को एक्सफोलिएट कर सकती हैं। कॉफी और चीनी की मदद से आप स्किन को अच्छी तरह से स्क्रब सकती हैं। इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं। मगर पोर स्ट्रिप से दूर ही रहें।
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