सर्दियों में अक्सर बालों का खुरदरापन बढ़ने लगता है। इससे बचने के लिए जहां कुछ लोग केमिकल युक्त प्रोडक्टस की मदद लेते है, तो कुछ कैप या मफलर से उसे छुपाने का प्रयास करते है। इससे बालों की रफनेस बढ़ने लगती है। दरअसल, मौसम में बढ़ने वाली शुष्कता बालों की शाइन को कम कर देती है, जिससे बाल क्षतिग्रस्त होने लगते है। ऐसे में बालों को सॉफ्ट, हेल्दी व फ्रिज़ फ्री बनाने के लिए ओवरनाईट हेयरमास्क कारगर उपाय है। इस तरह से बालों को हाइड्रेट रखने के लिए कुछ खास बातों का ख्याल अवश्य रखें। जानते हैं बालों को फ्रिजीनेस से बचाने के लिए कौन से हेयरमास्क हैं फायदेमंद (Hair mask for frizzy hair)।
बालों को बिना हार्श केमिकल्स के स्मूद और शाइनी बनाने के लिए हेयरमास्क की मदद ली जा सकती है। रूखे और डैमेज हेयर को मैनेज करने के लिए रसोई में मौजूद कुछ खास इंग्रीडिएंट्स की मदद ली जा सकती है। इन बजट फ्रेंडली हेयरमास्क से डैमेज बालों को रिपेयर करने, रूखेपन को कम करने, हेयरफॉल से राहत पाने और सफेद बालों की समस्या हल करने के लिए अप्लाई किया जा सकता है। जानते हैं ब्यूटी एक्सपर्ट भारती तनेजा से बालों की फ्रिजीनेस को करने के लिए कैसे ओवरनाईट हेयरमास्क कारगर साबित हो सकते हैं। जानते हैं हेयर फ्रिजीनेस दूर करने के लिए टिप्स।
रात भर बालों में मास्क लगाकर रखने से बालों में नमी को रीस्टोर करने में मदद करता है और बालों की नेचुरल शाइन को भी बढ़ाता है। इसके अलावा बाल कम टूटते हैं और उलझने से भी बचते हैं। सप्ताह में 2 से 3 बार इसका इस्तेमाल बालों की जड़ों को मज़बूती प्रदान करता है। इससे फ्रिज़ीनेस दूर करने के अलावा बालों को टूटने से भी बचाया जा सकता है।
बालों की नरिशमेंट के लिए जहां एवोकाडो में विटामिन और हेल्दी फैट्स की मात्रा पाई जाती है। वहीं ऑलिव ऑयल नेचुरल मॉइश्चराइज़र के रूप में कार्य करता है, जिससे बालों की मज़बूती बढ़ने लगती है। इनके लिए एक चम्मच एवाकोडो में कुछ बूंद ऑलिव आयल की मिलाकर बालों की लेंथ पर लगाकर छोड़ दें और बालों को कवर कर दें। सुबह बालों को धोएं। इससे बालों की शाइन को रीस्टोर करने में मदद मिलती है।
अमीनो एसिड से भरपूर चावल के पानी से बालों को विटामिन और मिनरल की प्राप्ति होती है। इससे बालों की नरिशमेंट के अलावा उसे मज़बूत बनाने में भी मदद मिलती है। वहीं बालों की स्मूदनेस को बढ़ाने के लिए चावल के पानी में कोकोनट मिल्क को मिलाएं और उसे बालों पर अप्लाई करें। एक चौथाई चावल के पानी में आधा कप कोकोनट मिल्क को मिलाएं और फिर उसे बालों की लेंथ से लेकर जड़ों पर अप्लाई करे।
बालों की नेचुरल कंडिशनिंग के लिए हिबिस्कस कारगर साबित होता है, तो वहीं बालों के रूखेपन को कम करने में नारियल का तेल बेहद ज़रूरी है। इससे बालों को डैमेज होने से रोका जा सकता है और उसकी शाइन मेंटेन रहती है। इसे बनाने के लिए हिबिस्कस के फूलों के साथ नारियल के तेल को ब्लैंड करके मास्क तैयार कर लें। अब इसे बालों पर लगाकर छोड़ दें। ओवरनाईट लगाने के बाद इससे बालों को फायदा मिलता है।
ड्राय, डैमेज बालों की मजबूती को बढ़ाने के लिए सरसों को तेल बेहद कारगर साबित होता है। इससे बालों की रफनेस कम होती है और फॉलिकल्स की मज़बूती बढ़ने लगती है। इसके लिए एक चौथाई कप सरसों के तेल में कलौजी को पकाकर तेल को छान लें। अब इस तेल को बालों में अप्लाई करे। इससे बालों का टूटना कम होता है
और उसके टैक्सचर में भी बदलाव आने लगता है।
केले में सिलिका की मात्रा पाई जाती है, जो प्रकार का मिनरल है, जिससे बालों की रूखापन कम होता है और थिकनेस को भी बढ़ाता है। वहीं शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स बालों को मॉइश्चराइज़ करने के अलावा शाइन को भी रीस्टोर करने में मददगार साबित होता है। इसके लिए केले को मैश करके उसमें शहद को मिलाएं और बालों पर अप्लाई करें। इससे बालों को फायदा मिलता है।
विटामिन और मिनरल से भरपूर कैस्टर ऑयल हेयरफॉल को कम करने में मददगार साबित होता है। इसे रोज़मेरी ऑयल के साथ मिलाकर बालों पर अप्लाई करने से स्कैल्प् का पीएच मेंटेन रहता है और रूखेपन की समस्या को भी कम किया जा सकता है। ओवरनाइट इसे बालों में अप्लाई करके कुछ देर मसाज करने से ब्लड का सर्कुलेशन बढढ़ने लगता है, जिससे बालों की शुष्कता में कमी आने लगती है।
यह भी पढ़ें- प्याज के रस से फ्रिज़ी बालों को बनाएं मज़बूत और शाइनी, इन 7 तरीको से करें अप्लाई
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।