सौ तरह की कोशिशों के बाद भी पिंपल्स दोबारा से लौट आते हैं। दरअसल, पसीना, धूल, मिट्टी और गंदगी एक्ने और ब्रेकआउट्स (Breakouts) का कारण बनने लगते हैं। कारण चाहे कोई भी हो। मगर इसका प्रभाव चेहरे की खूबसूरती पर नज़र आने लगता है। मेकअप अप्लाई करने के बाद भी मुहांसे (acne) छुप नहीं पाती है। साथ ही दर्द भी महसूस होता है। इससे चेहरे की रंगत भी फीकी लगने लगती है और कई प्रकार की त्वचा संबधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ने लगता है। डेली रूटीन में कई प्रकार की गलतियां एक्ने प्रोब्लम्स का कारण साबित होने लगती है। जानते हैं एक्ने प्रोब्लम्स (Acne problems) कैसे करें दूर।
जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल, कॉस्मेटिक एंड इन्वेस्टिगेशनल डर्मेटोलॉजी के मुताबिक ब्लड में इंसुलिन की मात्रा बढ़ने से ऑयल ग्लैंडस ज्यादा तेल प्रोड्यूस करने लगते है। जो त्वचा पर मुहासों का कारण साबित होने लगता है। इससे त्वचा की नमी खोने लगती है। स्किन पर स्मॉल पोर्स पाए जाते हैं। जब वे छोटे रोम छिद्र अत्यधिक ऑयल से भर जाते हैं, तो त्वचा पर पिंपल उत्पन्न होने लगते हैं।
इस बारे में डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ ज्योति गुप्ता का कहना है कि त्वचा का नेचुरल ग्लो पाने के लिए मुहांसों का दूर होना ज़रूरी है। दरअसल, त्वचा की कई लेयर्स होती है। जो आपकी स्किन को प्रोटेक्ट करने के साथ डिहाइड्रेटेड और ड्राईनेस से भी बचाती है। मगर अत्यधिक कैमिकल्स का इस्तेमाल और बार बार प्रदूषण के संपर्क में आने से पिंपल्स की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में त्वचा को धूल मिट्टी से बचाने के लिए सनब्लॉक बेहद ज़रूरी है। ध्यान रखें कि 30 से 50 के भीतर एसपीएफ वाली सनस्क्रीन प्रयोग करें। इसके अलावा नेचुरल प्रॉडक्टस का प्रयोग करें और चेहरे पर बार बार मेकअप अप्लाई करने से बचें। इसके अलावा मेकअप की प्रोपर क्लीनिंग भी ज़रूरी है।
स्किन को प्रदूषण के प्रभाव से मुक्त रखने के लिए फेस क्लीनिंग का ख्याल रखना ज़रूरी है। चेहर पर जमा अतिरिक्त तेल और गंदगी को दूर करने के लिए सबसे पहले ऑयल की पतली लेयर को चेहरे पर लगाकर मसाज करें। इससे चेहरे पर मौजूद मेकअप और ब्लैक् हेड्स अपने आप बाहर निकल आते हैं। उसके बाद जेल क्लींजर को चेहरे पर अप्लाई करें और चेहरे पर सर्कुलर मसाज करे। इससे चेहरे पर मौजूद बैक्टीरिया अपने आप क्लीन होने लगता है।
चेहरे की त्वचा की नमी को बनाए रखने में सनक्रीन या सनब्लॉक को अवश्य अप्लाइ करें। एक्सपर्ट के अनुसार इसका प्रभाव 3 से 5 घंटे तक बना रहत है। ऐसे में दिन में दो बार इसे अप्लाई करें। अगर आप घर में ही मौजूद है। तब भी इसे दिन में दो बार चेहरे पर लगाएं। इससे सूरज की तेज़ किरणों के प्रभाव से बचा जा सकता है। इसके अलावा टैनिंग की समस्या भी कम होने लगती है। इसे चेहरे पर लगाने से तेल के अतिरिक्त उत्पादन को भी रोका जा सकता है।
अगर आप चेहरे पर ज़ोर ज़ोर से स्क्रबिंग करते हैं, तो इससे चेहरे का लचीलापन गायब होने लगता है। त्वचा रूखी और बेज़ान हो जाती है और मुहांसे बनने लगती है। रोज़ाना चेहरे को स्क्रब करने से इंफ्लामेशन की समस्या बढ़ती चली जाती है। इसे अवॉइड करें और स्किन को हल्के हाथों से क्लीन करें।
अगर आप धूल मिट्टी से भरे हाथ बार बार चेहरे पर लगाती हैं, तो इससे स्किन पर बैक्टीरियल अंफेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है। त्वचा पर पिंपल्स निकलने लगते हैं। ऐसे में त्वचा को छूने से पहले हाथों को क्लीन करना न भूलें।
एक्ने की समस्या को हल करने के लिए ऐसे फूड्स को अवॉइड करना चाहिए, जिससे शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इससे इंसुलिन का विकास होता है। जो त्वचा में अतिरिक्त ऑयल का कारण बनने लगते हैं। ऐसे में अपनी डाइट में नारियल पानी, खीरा, दालें और विटामिन सी से भरपूर नींबू को शामिल करें। इससे बॉडी डिटॉक्स होती है। जो इस समस्या से बचा लेती है।
चेहरे की त्वचा पर उभरने वाले पिंपल्स को दूर करने के लिए बर्फ के टुकड़े को चेहरे पर लगाएं। बर्फ को कपड़े में लपेटकर चेहरे पर मसाज करें। इससे चेहरे पर मौजूद अतिरिक्त ऑयल की समस्या कम होने लगती है। साथ ही फैले हुए रोम छिद्र कम होने लगते हैं। फेस पर कुछ देर मसाज करने के बाद बर्फ को हटा दें।
एंटीऑक्सीडेंटस और एंटी इंफलोमेटरी गुणों से भरपूर शहद और दालचीनी को मिलाकर एक पेस्ट बना लें। अब इस थिक पेस्ट को चेहरे पर अप्लाई करें। इसे लगाने से पहले फेसवॉश अवश्य कर लें। इससे त्वचा में कोलेजन की मात्रा बढ़ती है और डेड स्किन सेल्स की समस्या से मुक्ति मिल जाती है। 10 से 15 मिनट तक चेहरे पर लगाने के बाद फेस को क्लीन कर लें। इससे चेहरे की त्वचा में निखार आने लगता है। साथ ही स्किन पर होन वाली पिंपल्स की समस्या हल हो जाती है।
तुलसी के पत्तों को 10 से 15 मिनट तक पानी में उबाल लें। जब पत्तों का रंग बदलने लगे, तो गैस बंद कर दें। पानी को ठण्डा कर लें और सोने से पहले चेहरे को धोएं। इसके बाद तुलसी के पत्तों का पेस्ट बना लें। अब इसे कॉटन बॉल की मदद से चेहरे पर लगाएं। इससे पर निखार आता है और मुहांसे भी दूर होने लगती है।
त्वचा को टैनिंग से बचाने के लिए चंदन पाउडर, गुलाब जल और नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें। इससे एक्ने पर लगाएं और सूखने दें। उसके बाद चेहरे को धो लें इससे बढ़ने वाली मुहांसे कम होने लगती है और त्वचा की खोई रौनक भी लौट आती है। इस मिश्रण को सप्ताह में 2 से 3 बार लगाएं।
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