भीष्ण गर्मी का प्रकोप चेहरे की स्किन के लिए बेहद नुकसानदायक है। इससे निपटने और चेहरे की खूबसूरती को बनाए रखने के लिए इन दिनों कई प्रकार के ब्यूटी प्रॉडक्टस और एसिड ट्रेंड में है। इन्हीं में से एक नियासिनमाइड। विटामिन बी 3 के नाम से मशहूर नियासिनमाइड एक वॉटर सॉल्यूबल विटामिन है। इससे त्वचा पर बढ़ने वाले दाग धब्बों और एक्ने की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। साथ ही गर्मी के चहरे चेहरे पर बढ़ने वाली फाइन लाइंस की समस्या से बचाने में भी कारगर हैं। जानते हैं नियासिनमाइड क्या है और ये त्वचा के लिए किस प्रकार से फायदेमंद है (Niacinamide beauty Benefits)।
इस बारे में स्किन एक्सपर्ट डॉ भारती तनेता बताती हैं कि नियासिनमाइड को निकोटिनमाइड भी कहा जाता है, जो विटामिन बी 3 के रूप में त्वचा को फायदा पहुंचाता है। इसे चेहरे पर अप्लाई करने से त्वचा स्वस्थ और एजिंग के प्रभावों से मुक्त हो जाती है। इसे मॉइश्चराइज़र, आई क्रीम और सीरम के रूप में प्रयोग किया जाता है।
इसे चेहरे पर अप्लाई करने से त्वचा हाइड्रेट रहती है और स्किन ब्राइटनिंग में भी मदद मिलती है। इससे एजिंग, फाइन लाइंस और हाईपरपिगमेंटेशन की समस्या हल होने लगती है। इसके इस्तेमाल से स्किन सेल्स को ग्रो करने में मदद मिलती है और त्वचा का लचीलापन बना रहता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार नियासिनमाइड की मदद से डार्क स्पॉटस को दूर करने में मदद मिलती है। दरअसल, इसमें यूवी रेज़ के चलते त्वचा में मेलेनिन का प्रभाव बढ़ जाता है। ऐसे में नियासिनमाइड रिच प्रोड्क्टस मेलेनिन पिगमेंट को स्किन सेल्स से मिलने में बाधा उत्पन्न करने लगते हैं। नियमित रूप से इसका प्रयोग करने से हाईपरपिगमेंटेशन की समस्या से मुक्ति मिल जाती है।
नियासिनमाइड का प्रयोग करने से कोलेजन की मात्रा बढ़ने लगती है। इससे त्वचा की इलास्टीसिटी में सुधार आने लगता है। साथ ही महीन रेखाओं और झुर्रियों समेत स्किन टेक्सचर इंप्रूव हो जाता है। मेलेनोसोम ट्रांसफर से त्वचा का निखार बढ़ता है। इससे आंखों, माथे और हाठों के नज़दीक दिखने वाली रेखाओं की समस्या हल होने लगती है। इसकी खासियत ये है कि इसे सभी प्रकार की स्किन टाइप के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
इसे चेहरे पर अप्लाई करने से यूवीए और यूवीबी के प्रभाव से चेहरे की स्किन को प्रोटेक्ट करने में मदद मिलती है। इससे स्किन सेल्स को डैमेज होने से बचाने में मदद मिलती है। इसके अलावा सन टैनिंग को दूर करने में मदद मिलती है और पिगमेंट प्रोड्यूसिंग सेल्स को भी कम किया जा सकता है। लगातार कुछ सप्ताह तक इसका इस्तेमाल त्वचा को हेल्दी और क्लीन बनाने में मदद करता है।
गर्मी के मौसम में अधिकतर ऑयली स्किन की समस्या का सामना करना पड़ता है। नाक ,होठों और माथे पर जमा होने वाले तेल से ब्लैकहेड्स की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में त्वचा के चिपचिपेपन को दूर करने के लिए नियासिनमाइड चेहरे पर अप्लाई करें। इससे ऑयल ग्लैंडस को नियंत्रित करके त्वचा को स्वस्थ बनाया जा सकता है। इसे रोज़ाना अप्लाई करने से ऑयली स्किन से राहत मिलने लगती है।
अपने ब्यूटी रूटीन को हेल्दी बनाने के लिए नियासिनमाइड बेस्ड मॉइश्चराइज़र, फेसवॉश और सीरम का प्रयोग करें। इससे एक्ने, डार्क स्पाटस और एजिंग से राहत मिलती है। इसे डे और नाइट केयर रूटीन का हिस्सा बनाएं। ब्यूटी प्रोडक्टस में 2 फीसदी से 5 फीसदी तक नियासिनमाइड का प्रयोग किया जाता है। एक्सपर्ट से सलाह लेने के बाद स्किन टाइप के हिसाब से इसे इस्तेमाल करें।
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