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एक्ने–पिंपल से परेशान हैं, तो नीम का तेल है बेस्ट होम रेमेडी, जानिए ये कैसे काम करता है

एक्ने ब्रेकआउट पर नीम ऑयल का इस्तेमाल, बेहद प्रभावी रूप से कार्य करते हुए त्वचा की सूजन और रेडनेस को शांत करती है, और समय के साथ एक्ने को कम कर देती हैं।
नीम का तेल अपने उपचार गुणों के लिए जाना जाता है, खासकर एक्ने वाली त्वचा के लिए। चित्र : अडॉबीस्टॉक
Published On: 11 Feb 2025, 11:38 am IST

अंदर क्या है

  • नीम ऑयल के फायदे
    एक्ने ब्रेकआउट में नीम
  • का तेल उपयोग करने का तरीका:-
    – फेशियल ऑयल के रूप में
    – त्वचा पर मास्क के रूप में इस्तेमाल करें

बाहरी प्रदूषण, केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल, त्वचा पर तरह-तरह की थेरेपी लेने से एक्ने, पिंपल आदि जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। पिंपल अपने बाद त्वचा पर दाग-धब्बे छोड़ जाता है, जिसकी वजह से त्वचा बेहद डल और बेजान नजर आती है (dull skin)। नीम के तेल में मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज, इसे हानिकारक बैक्टीरिया एवं कीटाणुओं से लड़ने के लिए उपयुक्त बनाती है।

एक्ने ब्रेकआउट पर नीम ऑयल का इस्तेमाल, बेहद प्रभावी रूप से कार्य करते हुए त्वचा की सूजन और रेडनेस को शांत करती है, और समय के साथ एक्ने (acne) को कम कर देती हैं। साथ ही ये दाग-धब्बे (black spot) भी नहीं छोड़ती है (neem oil for acne)। तो चलिए जानते हैं, इन्हें किस तरह त्वचा पर अप्लाई करना है (how to apply neem oil on skin)।

जानिए नीम ऑयल के फायदे (benefits of neem oil for acne)

1. बैक्टीरियल ग्रोथ कम करता है

नीम का तेल अपने उपचार गुणों के लिए जाना जाता है, खासकर एक्ने वाली त्वचा के लिए। यह प्रभावी रूप से बैक्टीरिया की उपस्थिति को हटा देता है, जो मुंहासों का कारण बनते हैं। नीम के तेल में प्राकृतिक एंटी बैक्टिरियल गुण होते हैं, जो एक्ने से लड़ने में मदद करते हैं। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की लालिमा को कम कर करते हैं, जिससे दर्दनाक मुंहासे शांत हो जाते हैं।

जब सीबम अत्यधिक हो जाता है, तो यह डेड स्किन सेल्स के साथ मिलकर पोर्स को बंद कर देता है। चित्र : अडॉबीस्टॉक

2. एक्सेस ऑयल रिमूव करता है

हार्मोनल परिवर्तन आम है, लेकिन कभी-कभी वे त्वचा को प्रभावित कर सकते हैं। इन हार्मोनल परिवर्तनों के कारण सीबम उत्पादन में वृद्धि देखी जाती है। जब सीबम अत्यधिक हो जाता है, तो यह डेड स्किन सेल्स के साथ मिलकर पोर्स को बंद कर देता है। ये बंद पोर्स मुंहासों के साथ दाग-धब्बों का कारण बन सकते हैं।

नीम का तेल पोर्स को खोलने में सहायता करता है, और सीबम उत्पादन को भी संतुलित करता है। अपने चेहरे के पर नीम का तेल लगाएं, इस प्रकार आपकी त्वचा को संतुलित रहने में मदद मिलेगी।

3. साफ हो जाती है त्वचा

नीम का तेल न केवल त्वचा की जलन से छुटकारा पाने में आपकी मदद करता है, बल्कि यह त्वचा के हाइपरपिग्मेंटेशन को भी कम कर देता है। इसमें विटामिन ई की गुणवत्ता पाई जाती है, जो मुहांसों के कारण होने वाले सेल डैमेज को रिपेयर करने में मदद करता है। इस प्रकार नीम के तेल को मुहांसों से होने वाली सूजन, लालिमा और निशानों को कम करने के लिए बेहद कारगर माना जाता है।

4. हल्के हो जाते हैं काले धब्बे और हाइपरपिग्मेंटेशन

त्वचा पर नजर आने वाले काले दाग-धब्बे और असमान त्वचा टोन दो आम समस्याएं हैं, लेकिन नीम इनका एक प्राकृतिक समाधान साबित हो सकता है। चेहरे पर काले धब्बों के लिए नीम के तेल का उपयोग पर प्रभावी साबित हो सकता है। इसकी एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणवत्ता समय के साथ पिग्मेंटेशन की रंगत को हल्का करने में मदद करती हैं।

इसमें विटामिन ई की गुणवत्ता पाई जाती है, जो मुहांसों के कारण होने वाले सेल डैमेज को रिपेयर करने में मदद करता है। चित्र : अडॉबीस्टॉक

नीम मेलेनिन उत्पादन को कम कर पिगमेंटेशन को रोकता है, जो मलिनकिरण का कारण बन सकता है। चाहे नीम को तेल के रूप में लगाया जाए या फेस पैक में मिलाया जाए, नीम त्वचा के लिए बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है।

जानिए एक्ने ब्रेकआउट में नीम के तेल का उपयोग कैसे करें (how to apply neem oil on skin)?

1. फेशियल ऑयल के रूप में

नीम के तेल को वाहक तेल यानी कि कैरियर ऑयल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें। त्वचा के मुहांसे से प्रभावित क्षेत्रों पर ऑर्गेनिक नीम के तेल को हल्के से थपथपाने के लिए एक कॉटन बॉल का इस्तेमाल करें और इसे 20 मिनट तक अवशोषित होने दें। एक बार जब ये अवशोषित हो जाए, तब अपने चेहरे को गर्म पानी से धो सकती हैं और बेहतरीन परिणाम देखने के लिए नियमित रूप से इस नियम का पालन करें।

2. त्वचा पर मास्क के रूप में इस्तेमाल करें

नीम के तेल से बना फेस मास्क त्वचा को आराम और शांत करने में आपकी मदद कर सकता है। आप 1 चम्मच नीम पाउडर और दो चम्मच एलोवेरा जेल को आपस में मिलाकर इसका पेस्ट बना लें। अब इसमें नीम ऑयल ऐड करें। एलोवेरा जेल में एंटी बैक्टिरियल गुण होते हैं, इसलिए ये मुहांसे से निपटने में आपकी मदद करते हैं।

हर दूसरे मास्क की तरह, आपको इसे अपने पूरे चेहरे पर समान रूप से अप्लाई करना है और इसे ठंडे पानी से धोने से पहले 15 मिनट तक लगा रहने दें। वैकल्पिक रूप से, आप अपने पसंदीदा मास्क में नीम का तेल मिला सकती हैं।

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संबंधित प्रश्न

क्या नीम का तेल सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है?

इसके प्राकृतिक गुण इसे सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त बनाते हैं। हालांकि, सभी त्वचा प्रकार पर इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट की सलाह दी जाती है।

उचित परिणाम के लिए इसे कितनी बार इस्तेमाल करना चाहिए?

मुहांसे ठीक होने में समय लगता है और हर व्यक्ति के लिए यह अलग-अलग हो सकता है। बेहतर नतीजों के लिए अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार स्किनकेयर रूटीन का पालन करें। इस पौष्टिक फेशियल ऑयल को दिन में एक से दो बार अपनी त्वचा पर अप्लाई करें।

नीम के तेल से क्या किसी तरह का साइड इफ़ेक्ट होता है?

कुछ लोगों को नीम से एलर्जी हो सकती है। इसलिए त्वचा पर किसी भी तरह की खुजली या लालिमा होने पर तुरंत अपने त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें और इसका इस्तेमाल बंद कर दें। वहीं त्वचा पर अप्लाई करने से पहले इसे त्वचा के छोटे हिस्से पर लगाकर पैच टेस्ट करें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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