मानसून की सौ ब्‍यूटी प्रोब्‍लम्‍स का एक उपाय है नीम, जानें इसके और भी कई औषधीय लाभ

नीम वाला साबुन, नीम वाला फेस वॉश, टूथ पेस्‍ट और न जाने क्‍या–क्‍या, तो ब्‍यूटी केयर इंडस्‍ट्री के इन भुलावों में फंसने की बजाए एक बार नीम को ही ट्राय करके देखें।
baalon ke liye neem ke fayde
अपने हेयर केयर रूटीन में शामिल करें नीम। चित्र- शटर स्टॉक
विदुषी शुक्‍ला Updated: 10 Dec 2020, 11:26 am IST
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मानसून आते ही ब्‍यूटी केयर इंडस्‍ट्री नीम को अलग-अलग तरह से बेचना शुरू कर देती है। हजारों रुपये के इन महंगे उत्‍पादों को इस्‍तेमाल करने वाले भी शायद नीम के औषधीय गुणों के बारे में ठीक ठीक नहीं जानते होंगे।
नीम के पेड़ का हर भाग औषधि का भंडार है। नीम की लकड़ी, छाल, पत्तियां और बीज सब कुछ आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रयोग किये जाते हैं। आयुर्वेद में नीम के पौधे का बहुत खास महत्व है। दातून से लेकर साबुन तक के रूप में नीम का इस्तेमाल होता आया है।

आज के समय में इन प्राकृतिक वस्तुओं का रूप बदल तो गया है, मगर इनका महत्व कम नहीं हुआ। हम अपने आसपास देखें तो फेस वॉश से लेकर क्रीम और टूथपेस्ट तक नीम के गुणों से युक्त होते हैं। लेकिन शुद्ध प्राकृतिक रूप में नीम के उपयोग का कोई सानी नहीं है।

नेशनल यूएस लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार नीम एंटीबैक्टीरियल और एन्टीफंगल गुणों से लैस होती है, जो इंफेक्शन से लड़ने का काम करती हैं। साथ ही नीम में एंटीऑक्सीडेंट, एन्टी इन्फ्लामेट्री प्रोपर्टी होती हैं और टारपेनॉइड्स होते हैं। नीम हमारे शरीर की लगभग सभी समस्याओं को दूर कर सकता है।

1. ओरल हेल्थ के लिए लाभकारी है नीम

नीम की लकड़ी से दातून करना हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है। नीम मुंह मे मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करती है, मसूड़ों को स्वस्थ बनाती है और मुंह के अल्सर को भी खत्म करती है। हालांकि दातून करना अब भी बुरा आइडिया नहीं है, पर अगर आप ऐसा नहीं कर सकतीं, तो की पत्ती चबाना भी उपयोगी होता है। हर दिन सुबह ब्रश करने के बाद 4 से 5 नीम की पत्ती चबा लें। यह उपाय कड़वा ज़रूर है मगर पूरी तरह कारगर है।

नीम मुंह मे मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करती है। चित्र- शटर स्टॉक

2. त्वचा के लिए नीम के फायदे

एक्ने और पिम्पल से लेकर गम्भीर इंफेक्शन तक, नीम त्वचा की बेस्ट फ्रेंड है। खुजली, दाने, एक्ने आदि की समस्या में नीम लगाना सबसे कारगर उपाय है। अब बाजार में नीम के बहुत से प्रोडक्ट मौजूद हैं, लेकिन अगर आप चाहें तो नेचुरल तरीके का भी सहारा ले सकती हैं।
नीम की 12 से 15 पत्तियां एक लीटर पानी में आधे घण्टे तक उबालिए। अब इस पानी को अपने नहाने वाले पानी में मिला लें। स्किन के सभी इंफेक्शन दूर हो जाएंगे। आप नीम का तेल भी इन्फेक्टेड स्किन पर लगा सकती हैं।

नीम त्वचा की बेस्ट फ्रेंड है।चित्र- शटर स्टॉक

3. डायबिटीज में फायदा करती है नीम

नीम में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हमारे खून को साफ करता है। नीम में मौजूद फ्लैवोनॉइड्स और टारपेनॉइड्स ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करते हैं। डायबिटिक व्यक्तियों को नीम रोज खानी चाहिए।

4. इंटेस्टाइन वोर्म्स को मारती है नीम

पेट और आंतों में मौजूद कीड़ो को खत्म करने के लिए नीम का उपयोग किया जाता है। नीम में एन्टी फंगल प्रॉपर्टी होती हैं जो पेट से कीड़ों को निकाल देता है। मुट्ठी भर नीम की पत्तियों को अच्छे से धो कर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को गुनगुने पानी के साथ निगल जाएं। इस होम रेमेडी के कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं और यह सौ प्रतिशत इफेक्टिव भी है।

 

5. चिकेनपॉक्स-इन्फेक्शन्स को फैलने से रोकती है नीम

अगर बचपन मे आपको मीसल या चिकेनपॉक्स हुए होंगे तो आपको याद होगा कि किस तरह मम्मी आपके बिस्तर पर नीम की पत्तियां बिछा देती थीं। और नीम के छाल का पेस्ट खुजली वाले दानों पर लगाती थीं। मम्मी का उपाय आज भी उतना ही कारगर है। इंफेक्शन ट्रांसफर होने से रोकने के लिए नीम का इस्तेमाल होता है।

 

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इसके साथ ही नीम का नियमित सेवन करनेसे हृदय रोग और लीवर सम्बन्धी रोग भी दूर रहते हैं। बर्थ कंट्रोल के रूप में भी नीम का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को नीम खाने से मना किया जाता है। अगर आप अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीड कर रही हैं तो भी नीम से दूरी बनाए रखें।

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लेखक के बारे में

पहला प्‍यार प्रकृति और दूसरा मिठास। संबंधों में मिठास हो तो वे और सुंदर होते हैं। डायबिटीज और तनाव दोनों पास नहीं आते। ...और पढ़ें

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