चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने के लिए सदियों से लोग गुलाब जल, मुल्तानी मिट्टी और दही बेसन का इस्तेमाल करते आए है। इनमें मौजूद गुण जहां स्किन को ग्लो प्रदान करते हैं, तो वहीं एक इंग्रीडिएंट ऐसा भी है, जिससे त्वचा की रंग और टैक्सचर दोनों में सुधार नज़र आता है। जी हां लाल मसूर की दाल स्किन ब्राइटनिंग में मददगार साबित होती है। सर्द हवाओं के साथ चेहरे का रूखापन नज़र आने लगता है, जो एजिंग का कारण साबित होता है। स्किन को ख्याल रखने के लिए इस तरह से करें मसूर दाल इस्तेमाल (masoor dal for skin), मगर पहले जान लें इससे स्किन को मिलने वाले कुछ फायदे।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ अकुर तंवर बताते हैं कि स्किन के ग्लो को बरकरार रखने के लिए अक्सर ब्यूटी प्रोडक्ट्स का प्रयोग किया जाता है। अगर आप नेचुरल विकल्प की तलाश में हैं, तो विटामिन और मिनरल से भरपूर मसूर दाल बेहद कारगर साबित होती है। इसमें पाए जाने वाले एक्सफ़ोलीएटिंग गुण स्किन की डीप क्लीजिंग में मदद करते हैं। मसूर दाल से त्वचा के टैक्सचर में सुधार आने लगता है। इसमें मौजूद बी-कॉम्प्लेक्स, सी और ई जैसे विटामिन त्वचा को रूखेपन से बचाते हैं। साथ ही आयरन, जिंक और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स त्वचा को पोषण प्रदान करने के अलावा एजिंग के प्रभावों से भी मुक्त रखते हैं।
लाल मसूर की दाल एंटीऑक्सीडेंटस का रिच सोर्स है। इससे त्वचा पर बढ़ने वाले मेलेनिन के प्रभाव को कम करके हाइपरपिगमेंटेशन से राहत मिलती है। चेहरे पर धूप और उम्र के साथ दिखने वाले एक्ने स्कार्स, यूवी डैमेज और अन्य दाग धब्बे कम होने लगते है और त्वचा का निखार बढ़ने लगता है।
प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर मसूर दाल फेस पैक स्किन पर मौजूद अतिरिक्त ऑयल और पोर्स में मौजूद पॉल्यूटेंटस को रिमूव करने में मदद करता है। इसमें पाई जाने वाली स्किन सूदिंग प्रॉपर्टीज़ त्वचा की लेयर्स को क्लीन करके उन्हें नरिशमेंट में मदद करती हैं।
धूप में निकलने से त्वचा का निखार कम होने लगता है। ऐसे में मसूर दाल लगाने से फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम हो जाता है। इससे डेड स्किन सेल्स की मात्रा को कम करके अनईवनटोन से राहत मिल जाती है।
त्वचा पर बढ़ने वाला ऑक्सीडेटिव तनाव मुहांसों की समस्या का कारण साबित होता है। सप्ताह में 2 बार मसूर दाल पैक को लगाने से त्वचा पर बनने वाले ब्लैकहेड्स और व्हाइट्हेड्स को नियंत्रित करके एक्ने से बचा जा सकता है। साथ स्किन पोर्स को संकुचित करने में भी मदद मिलती है, जिससे एक्ने का खतरा कम हो जाता है। नियमित रूप से स्किन केयर रूटीन को फॉलो करके एक्ने प्रोन स्किन की समस्या हल होने लगती है।
स्किन के टैक्सचर को मुलायम बनाए रखने के लिए उसका हाइड्रेट होना आवश्यक है। ऐसे में विटामिन और मिनरल से भरपूर मसूर दाल फायदेमंद है। दो चम्मच मसूर दाल को दूध में ओवरनाइट सोक करके रख दें। दूध में मौजूद फैटी एसिड स्किन के लचीलेपन को बनाए रखते हैं। रात भर भीगने के बाद मिश्रण को ब्लैंड कर दें। अब इसे चेहरे पर 10 से 15 मिनट तक लगाए रखें और फिर चेहरे को धो दें।
एंटी एजिंग गुणों से भरपूर मसूर दाल में मुल्ताली मिट्टी को मिलाकर चेहरे पर लगाने से स्किन का ढ़ीलापन कम होने लगता है। मसूर दाल को 3 से 4 घंटे पानी में भिगोकर रख दें। अब उसका पेस्ट बना लें और उसमें गुलाब जल और मुल्ताली मिट्टी को मिलाएं। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर छोड़ दें। 10 से 15 मिनट तक सूखने के बाद चेहरे को सर्कुलर मोशन में मसाज करें और फिर चेहरे को धो दें।
त्वचा के निखार को बनाए रखने के लिए मसूर दाल को कुछ देर भिगोकर रखने के बाद पीस लें। अब उसमें शहद और बादाम का तेल मिलाएं। इसे चेहरे पर लगाकर 5 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें। उसके बाद चेहरे पर मसाज कर लें। इससे लेयर्स में मौजूद गंदगी को क्लीन करके डेड स्किन सेल्स से बचा जा सकता है।
लाल मसूर दाल को दूध में मिलाकर पेस्ट बना लें। अब उसमें विटामिन सी से भरपूर ऑरेंज पील पाउडर को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। अब इसे चेहरे पर लगाकर 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इससे त्वचा पर दिखने वाले दाग ध्ब्बों को कम करके स्किन के रूखेपन को कम करने में मदद मिलती है।