शरीर में ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने यानी कि डायबिटीज की स्थिति में बॉडी में कई सारे बदलाव देखने को मिलते हैं। लंबे समय तक अनकंट्रोल्ड डायबिटीज हार्ट डिजीज, किडनी और लिवर डैमेज सहित तमाम अन्य प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकती है। इसके साथ ही डायबिटीज का प्रभाव त्वचा पर भी नजर आता है। इस स्थिति में स्किन काफी ज्यादा संवेदनशील हो जाती है, जिसकी वजह से त्वचा संबंधी तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। डायबिटीज में आपकी त्वचा को सामान्य त्वचा की तुलना में अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है।
डायबिटीज में त्वचा पर नजर आने वाले बदलाव से डील करने के कुछ प्रभावी उपाय जानने के लिए हेल्थ शॉट्स ने मैक्स हॉस्पिटल गुड़गांव के डर्मेटोलॉजिस्ट डिपार्टमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ मनमोहन लोहरा से बात की। तो चलिए जानते हैं, इस विषय पर क्या है एक्सपर्ट की राय (how to manage diabetic skin)।
डायबिटीज से जुड़ी किसी भी परेशानी को नियंत्रित करने का सबसे पहला तरीका है ब्लड शुगर लेवल पर नियंत्रण पाना। जिसके लिए नियमित जांच बहुत जरूरी है, ताकि आपको पता लग सके कि आपकी कौन सी कोशिका कितने प्रभावी रूप से कार्य कर रही है। रोजाना जांच करवाने के साथ-साथ खान-पान का विशेष ध्यान रखें, साथ ही साथ शारीरिक रूप से सक्रिय रहे, ताकि ब्लड शुगर स्पाइक न हो।
यदि आपको डायबिटीज है तो इस स्थिति में स्किन ड्राइनेस की समस्या आम हो जाती है। खासकर जिनकी स्किन पहले से ड्राई है, उन्हें अधिक परेशानी हो सकती है। नहाने के बाद हल्की गली त्वचा पर मॉइश्चराइजर अप्लाई करें। यह आपकी स्किन को पूरे दिन मॉइश्चराइजर रहने में मदद करती है। अपनी त्वचा के अनुसार मॉइश्चराइजर चुने और उसे हमेशा अपने साथ रखें, ताकि ड्राइनेस महसूस होने पर आप उसे फौरन अप्लाई कर सकें।
यदि आप अपनी स्किन को स्वस्थ रखना चाहती हैं, तो इन पर चोट न लगने दें। डायबिटीज की स्थिति में यदि आपकी स्किन पर कट लग जाता है, या आपकी त्वचा छिल जाती है, तो उसे हिल होने में एक लंबा समय लग सकता है। वहीं यदि त्वचा संक्रमित हो गए तो बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है। ऐसे में आपको स्वयं सावधानी बरतनी होगी, किसी भी शारीरिक गतिविधि में भाग लेते हुए या घर का कामकाज करते हुए सुरक्षित रहने का प्रयास करें।
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ज्यादातर महिलाएं डायबिटीज में त्वचा पर नजर आने वाले स्पॉट्स को ट्रीट करने के लिए तमाम तरह की केमिकल युक्त क्रीम, मॉइश्चराइजर, सीरम आदि का इस्तेमाल करना शुरू कर देती हैं। जो बिल्कुल भी हेल्दी नहीं होते। हो सकता है यह आपके लिए विपरीत कार्य करें। इस दौरान आपकी स्किन अधिक सेंसिटिव होती है और केमिकल्स के साथ रिएक्ट कर सकती है, इसलिए सावधानी बरकाना जरूरी है।
डायबिटीज की स्थिति में आपके पैर के अंगूठे और उंगलियों में संक्रमण की अधिक संभावना होती है, जिन्हें अवॉइड करने के लिए अपने पैरों का खास ध्यान रखें। डायबिटीज में ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिसकी वजह से आपकी त्वचा संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती है।
इसके अलावा इंटिमेट एरिया की त्वचा के प्रभावित होने का खतरा होता है। डायबिटीज से पीड़ित महिलाएं अक्सर इंटिमेट एरिया में खुजली, रैशेज, फ्रिक्वेंट इन्फेक्शन का सामना करती हैं। जिसे अवॉइड करने के लिए दिन में दो बार अपने वेजाइनल स्किन को साफ करें। साथ ही साथ प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें और क्लीनिंग के लिए किसी भी सेंटेड हाइजीन प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें।
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