नर्म मुलायम और गुलाबी होंठ पर्सनैलिटी को पूर्ण बनाते हैं। इससे हमारी फोटो भी खूबसूरत आ पाती है। लेकिन जितना समय और मेहनत हम अपने फेस स्किनकेयर में लगाते हैं, उतना ही कम समय हम अपने होठों पर देते हैं। अक्सर हम अपने होठों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। इसके कारण होंठ ड्राई होकर फटने लगते हैं। जानकारी के अभाव में हम कुछ गलतियां भी करते हैं, जिनसे हमारे होठ खराब हो जाते हैं। इसके लिए हमें कुछ प्राकृतिक उपाय अपनाना (Lip care tips) चाहिए।
हाइड्रेशन की कमी, अत्यधिक धूप के संपर्क और एलर्जी के कारण भी हमारे होंठ प्रभावित हो जाते हैं। कुछ महिलाओं को होंठ चूसने की आदत होती है। इससे भी लिप्स खराब हो जाते हैं। स्मोकिंग और वाइन के कारण भी समस्या का सामना करना पड़ता है। किसी चोट के कारण खून का थक्का बनना, लो ब्लड शुगर, ठंड, विटामिन की कमी के कारण भी होंठों का रंग काला पड़ जाता है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ साइंस एंड रिसर्च में प्रकाशित शोध के अनुसार, नियमित तौर पर एक्सफोलिएशन होंठों को नरम और कोमल बनाता है। एक्सफोलिएशन नहीं करने पर यहां की स्किन प्रभावित हो जाती है। सूखे और फटे होंठ पर पपड़ी बन जाते हैं। ये सभी डेड सेल्स हैं। सप्ताह में एक बार लिप एक्सफोलिएशन जरूर करें। यह ओलिव आयल या चीनी और शहद के साथ किया जा सकता है। सप्ताह में एक बार 2-3 मिनट के लिए होठों को एक्सफोलिएट किया जा सकता है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ साइंस एंड रिसर्च के अनुसार बहुत कम लोगों को पता है कि होठों को यूवीए और यूवीबी किरणों से बचाने के लिए सनस्क्रीन की जरूरत पड़ती है। एसपीएफ वाला लिप बाम न केवल होंठों को धूप के संपर्क से बचाता है, बल्कि हाइपरपिग्मेंटेशन से भी बचाव करता है। होठों को धूप और किसी भी तरह के बाहरी नुकसान से बचाने के लिए कम से कम 20 एसपीएफ वाले लिप बाम का इस्तेमाल करना सुनिश्चित करें।
ऑस्ट्रेलिया के एडिथ कोवान विश्वविद्यालय की शोधकर्ता स्किन एक्सपर्ट एम. ओगिलवी के अनुसार, ज्यादातर महिलाएं लिपस्टिक का प्रयोग किये बिना नहीं रहती हैं। होंठों पर लिपस्टिक लंबे समय तक रह जाता है, जिन्हें हटाना वे भूल जाती हैं।
होंठों से लिपस्टिक नहीं हटाने पर यहां की स्किन खराब हो जाती है और असमय एजिंग की शिकार हो जाती हैं। यहां तक कि होंठों को काला भी कर देती हैं। इसलिए दिन के अंत में लिपस्टिक, लिप-ग्लॉस और लिपलाइनर को नारियल या बादाम तेल या फिर मिसेलर पानी (micellar water) से हटाना सुनिश्चित करें।
शोधकर्ता और स्किन एक्सपर्ट डॉ. एम. ओगिलवी बताती हैं, कुछ महिलाएं अपनी पसंदीदा लिपस्टिक का उपयोग तब तक करती हैं जब तक कि वह पूरी तरह से खत्म न हो जाए। कभी कभी बिना एक्सपायरी चेक किये पुरानी लिपस्टिक का इस्तेमाल भी वे करती जाती हैं। यह होठों के लिए काफी हानिकारक होता है। बार-बार एक ही लिपस्टिक का इस्तेमाल करने पर उसमें काफी गंदगी इकट्ठी हो जाती है। इसमें बैक्टीरिया ग्रो कर जाते हैं।
इसके माध्यम से गंदगी और बैक्टीरिया होठों पर ट्रांसफर हो जाते हैं। इससे होठों पर जलन, खुजली या लालिमा और पिगमेंटेशन होने की संभावना हो जाती है। इसलिए इस्तेमाल से पहले लिपस्टिक की जांच कर लें। बीच-बीच में ब्रेक भी लें।
रिसर्च जर्नल ऑफ़ टोपिकल एंड कास्मेटिक के अनुसार, हम यह बिल्कुल भूल जाते हैं कि होठों की देखभाल प्राकृतिक तरीके से भी की जा सकती है।
कुछ प्राकृतिक सामग्री जैसे शहद, गुलाब का तेल, बादाम का तेल, चुकंदर, एलोवेरा होंठ की फीकी त्वचा को ठीक कर सकते हैं और होंठों को नेचुरल रूप से गुलाबी बना सकते हैं।
होंठों की देखभाल स्किनकेयर रूटीन का एक अभिन्न हिस्सा है। इसलिए इसे सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए सही प्रोडक्ट का उपयोग करना जरूरी है। साथ ही, हेल्दी लिप के लिए खराब आदतों को छोड़ना भी जरूरी है।
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