पिलो कवर, बेड, फर्श पर टूटे हुए बाल दिखना बालों की आम समस्या है। इससे हर कोई जीवन में कभी न कभी प्रभावित होता ही है। टूटे हुए बाल देखकर हम हताश हो जाते हैं। हम बालों के झड़ने को रोकने के लिए कई कही-सुनी बातों पर विश्वास कर लेते हैं। और कई तरह के नुस्खों को आजमाने भी लगते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर आप किसी भी तरह की भ्रांति को अपनाकर बालों पर प्रयोग करने लगती हैं, तो यह गलत है। हमें इसके फैक्ट्स को जरूर चेक करना चाहिए। आइये जानते हैं हेयर फॉल से जुड़े कुछ ऐसे ही मिथ (Hair fall myths) और फैक्ट को।
हेरेडिटी के अलावा हार्मोनल चेंज, मेडिकल स्थितियों या उम्र बढ़ने का परिणाम हो सकता है हेयर फॉल। राइबोफ्लेविन, बायोटिन, फोलेट और विटामिन बी12 की कमी बालों के झड़ने से जुड़ी हुई है। विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) दो महत्वपूर्ण को-एंजाइमों का एक घटक है: फ्लेविन मोनोन्यूक्लियोटाइड (एफएमएन) और फ्लेविन एडेनिन डाइन्यूक्लियोटाइड (एफएडी)। इनकी कमी से बाल झड़ने लगते हैं।
फैक्ट : बार-बार शैंपू करने से बाल झड़ने लगते हैं, ऐसा नहीं होता है। हम मन में यह धारणा बना चुके हैं कि शैम्पू करने से सिर से आवश्यक तेल निकल जाता है और बाल झड़ने लगते हैं। वास्तव में नियमित सफाई से स्कल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है। गंदगी के कारण अतिरिक्त तेल और प्रोडक्ट जमा हो जाते हैं। बालों को सप्ताह में कम से कम दो बार माइल्ड शैम्पू से जरूर धोएं। कंडीशनर का भी प्रयोग करें ।
फैक्ट : हैट पहनने से सीधे तौर पर बाल नहीं झड़ते हैं। हेयर फोलिकल्स स्कल में गहराई से जुड़े होते हैं। सिर पर इसे पहनने से बाहरी दबाव उनकी मजबूती को प्रभावित नहीं करता है। किसी भी तरह के स्कल इन्फेक्शन से बचने के लिए हेडवियर को साफ रखना जरूरी है। इन्फेक्शन के कारण बाल झड़ सकते हैं।
फैक्ट : बालों का झड़ना किसी विशेष आयु वर्ग तक सीमित नहीं है। यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है। इनमें वयस्क और किशोर भी शामिल हो सकते हैं। उम्र के साथ बालों का झड़ना बढ़ता है। तनाव, हार्मोनल परिवर्तन और जीवनशैली जैसे कारक जीवन के किसी भी चरण में बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं।
फैक्ट : यह एक धारणा है कि बाल झड़ना स्थायी होता है। बाल प्राकृतिक रूप से झड़ते हैं, जो बालों के डेवलपमेंट सायकल का एक सामान्य हिस्सा है। लंबे समय तक बालों का झड़ना उनके घनत्व में जरूर कमी ला सकते हैं। बालों के झड़ने के कुछ रूप स्थायी जैसे- एलोपीसिया हो सकते हैं। लेकिन ज्यादातर मामले अस्थायी होते हैं। बालों के झड़ने को रोकने का उपाय और जीवनशैली में बदलाव के साथ इसका उपचार किया जा सकता है।
फैक्ट : बालों के झड़ने के पीछे तनाव कारण है, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है। तनाव बालों के प्राकृतिक डेवलपमेंट सायकल को बाधित करता है। पोषण संबंधी कमियों और कुछ चिकित्सीय स्थितियों के कारण भी बाल प्रभावित हो सकते हैं। तनाव का प्रबंधन ओवरआल हेल्थ के लिए जरूरी है। इसलिए बालों के झड़ने की समस्या का समग्र समाधान खोजना जरूरी है।
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