हमारी रसोई में मौजूद कुछ सुपरफूड हमेशा से सौंदर्य का खजाना माने गए हैं। पर क्या आप जानती हैं कि किसी भी इंग्रीडिएंट का बिना सोचे-समझे इस्तेमाल आपके लिए जोखिम कारक भी हो सकता है। जी हां, आपने बिल्कुल ठीक पढ़ा। रसोई की ऐसी ही एक खास सामग्री है नींबू, जिसे हमें क्लीन्ज़र या पिंपल रिमूवर के तौर पर अपने चेहरे पर इस्तेमाल करते हैं। विटामिन सी से भरपूर इसके रस से चेहरे पर मसाज करने से त्वचा में बेदाग़ निखार आता है। पर इसके ज्यादा इस्तेमाल के कुछ नुकसान (Lemon side effects for skin) भी हैं। आइए जानते हैं आज उन्हीं के बारे में।
बेदाग़ त्वचा के लिए नींबू के रस का उपयोग करने की सलाह दी जाती रही है। झुर्रियों से लेकर व्हाइटहेड्स और सनस्पॉट्स तक नींबू अपने मैजिक इफेक्ट से हर ब्यूटी फ्रीक के दिल पर राज करता है। विटामिन सी से भरपूर नींबू, त्वचा की देखभाल से जुड़े उत्पादों में एक लोकप्रिय घटक के रूप में भी इस्तेमाल होता है। इसके शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुणों और आसानी से उपलब्धता के कारण इसका इस्तेमाल विभिन्न तरह से किया जाता है। फिर भी इंटरनेट पर दिए गए घरेलू उपचारों को आजमाने में सावधानी बरतें।
नींबू के रस में कुछ गुण होते हैं, जो आपकी त्वचा के लिए बहुत अच्छे हैं। जिसमें अल्फा हाइड्रॉक्सिल एसिड भी शामिल है। यह सुस्त त्वचा कोशिकाओं को हटा सकता है और नई कोशिकाएं उत्पन्न कर सकता है। इस तरह यह एक प्रकार के एक्सफोलिएंट के रूप में काम करता है।
इतना ही नहीं, यह मृत त्वचा कोशिकाओं को एक जगह इकठ्ठा होने से रोकर ब्लैकहेड्स बनना कम करने में मदद करता है। चेहरे पर आई सूजन और स्किन पर तेल उत्पादन को कम करके मुंहासे के इलाज में भी यह मददगार है। पिगमेंटेशन और अन्य दिक्कतों से पैदा होने वाले निशान को कम करने में सहायक है।
नींबू के रस का उपयोग करने पर सबसे आम प्रतिक्रिया त्वचा में जलन का होना है। यह जलन यूं तो हल्की हो सकती है, लेकिन संवेदनशील त्वचा वाले लोगों के लिए यह गंभीर भी हो सकती है। चूंकि नींबू का रस 2pH पर अत्यधिक अम्लीय (acidic) होता है, यह आपकी त्वचा को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
यह आपके एसिड मेंटल के नेचुरल पीएच को बदल सकता है, जिससे संभावित रूप से त्वचा में जलन, हाइपरपिग्मेंटेशन और सनरेज़ को लेकर संवेदनशीलता हो सकती है। स्किन पर नींबू के इस्तेमाल की वजह से ये दो समस्याएं हो सकती हैं।
सिर्फ इसलिए कि नींबू प्राकृतिक है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह पूरी तरह हानिरहित है। आपकी त्वचा पर अगर आपने नींबू का रस लगाया है, तो धूप में जाने से बचें। वरना आप मार्गरीटा बर्न (margarita burn) की शिकार हो सकती हैं। जिसे आधिकारिक तौर पर फाइटोफोटोडर्माटाइटिस के रूप में जाना जाता है। इसे मार्गरीटा बर्न इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह समुद्र तट पर मार्गरीटास (या लाइम वेजेज वाली बीयर) पीने से भी हो सकता है।
नींबू के रस को डाइल्यूट यानी पतला कर देने से इससे होने वाले जोखिम कम हो सकते है, लेकिन फिर भी यह बड़ी समस्या पैदा कर सकता है। नींबू के रस, शराब और ग्लिसरीन से बने होममेड टोनर की वजह से ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न की एक 22 वर्षीय महिला को अस्पताल जाना पड़ गया। उसने अपने चेहरे पर झाईयों और काले धब्बों का इलाज करने के लिए नींबू आधारित सौंदर्य उत्पाद का इस्तेमाल किया, जिसका परिणाम रासायनिक ल्यूकोडर्मा के रूप में सामने आया।
कुछ रासायनिक यौगिकों के बार-बार संपर्क होने के कारण नींबू के रस के इस्तेमाल से आपके चेहरे पर असमान सफेद धब्बे हो सकते हैं। खतरनाक बात यह कि यह दाग स्थायी हो सकते हैं।
नींबू के नुकसान जानने के बाद भी क्या आप इसे आज़माना चाहती हैं? तो चलिए जानें इसे आजमाने के सेफ तरीके आयुर्वेद और ब्यूटी एक्सपर्ट डॉक्टर सुरभि सक्सेना से –
1 हमेशा उपयोग से पहले अपनी गर्दन या कोहनियों के किनारों पर पैच टेस्ट करें।
2 अपने चेहरे पर लगाने से पहले हमेशा नींबू के रस में गुलाब जल या शहद मिलाएं (पैच टेस्ट इन कॉम्बो को भी)
3 विटामिन सी के किसी भी रूप को अप्लाई करने के बाद एसपीएफ़ का होना जरूरी है।
4 ध्यान रहे कि इस्तेमाल के लिए ताजा नींबू के रस का ही उपयोग करें, क्योंकि समय बीतने के साथ ही नींबू में विटामिन सी की मात्रा कम हो जाती है।
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