जिस तरह से शरीर के सभी अंगों की देखभाल जरूरी है, उसी तरह पैरों के नाखून की भी अच्छी देखभाल जरूरी है। नाखून हमारी उंगलियों की संवेदनशील टिप्स को सहारा देते हैं और उनकी रक्षा करते हैं। इसलिए उन्हें साफ रखना, समय पर ट्रिम करना और सही पोषण देना भी जरूरी है। वरना आपके लिए कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। यहां हम उन समस्याओं के बारे में बात कर रहे हैं, जो पैरों के लंबे नाखून (Side effects of long toenails) आपको दे सकते हैं।
बढ़े हुए नाखून के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के लिए हमने बात की शिमला के सीनियर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. संदीप ठाकुर से।
डॉ. संदीप ठाकुर कहते हैं, अक्सर बढ़े नाखून से होने वाली समस्याओं में चोट, संक्रमण और त्वचा रोग भी शामिल हैं।
जब नाखून बहुत अधिक बढ़ने लगते हैं, तो वे मोटे भी होने लगते हैं। यह स्थिति पैर के नाखूनों को अधिक प्रभावित करती है। इससे बुजुर्गों को अधिक खतरा होता है। इसके कारण पैरों में फंगल इंफेक्शन, चोट, पैरों की उंगलियों में ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत, पैर की उंगलियों में गठिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खराब फिटिंग वाले जूते पहनने पर यह समस्या बढ़ भी सकती है।
नाखून बड़े होने पर स्टेफिलोकोकस ऑरियस बैक्टीरिया नाखून में पनपने लगते हैं, इससे बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का डर रहता है। आमतौर पर संक्रमण सबसे पहले नाखून के आधार यानी बेस से लगी स्किन पर होता है।
यदि पैर लगातार गीले रहते हैं, तो उंगलियों के टिश्यू भी प्रभावित होने लगते हैं। सही समय पर उपचार नहीं कराया जाता है, तो इससे नाखूनों के आसपास और उंगलियों में सूजन और मवाद हो सकता है।
लंबे समय तक समस्या बने रहने पर इससे कैंडिडा संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। नाखूनों के आसपास के एरिया में एक्जिमा होने का भी डर लगा रहता है।
जब पैरों के नाखून बड़े होने लगते हैं, तो ये टेढ़े-मेढ़े आकार में बढ़ने लगते हैं। कभी-कभी नाखून स्किन में घुसने लगते हैं। इस अवस्था को इनग्रोन टूनेल्स (Ingrown Toenails) कहते हैं।
इसे घर पर भी सही किया जा सकता है। यदि यह समस्या बरकरार रहती है, तो स्किन में रेडनेस, खराब ब्लड सर्कुलेशन आदि परेशानियां होने लगती हैं। लंबे समय तक सही तरीके से नाखून नहीं काटने पर फंगल इंफेक्शन का डर भी बनने लगता है।
यदि आपके पैरों के नाखून बहुत बड़े हो गए हैं, तो इनके कपड़ों में फंसने की आशंका बनी रहती है। ये कपड़ों में फंसकर टूट सकते हैं और अन्य अंगों में चोट भी लग सकती है।
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कस्टमाइज़ करेंनाखून यदि कटे नहीं होते हैं, तो परेशानी की स्थिति में हम उंगलियों के नाखून चबाने लगते हैं। वहीं पैरों की उंगलियों से जमीन को कुरेदने लगते हैं। इससे पंजों में चोट लगने का डर बना रहता है।
दूसरी ओर उंगलियों और पैरों के नाखून ज्यादा बड़े होने पर शरीर एनर्जेटिक फील नहीं कर पाता है। यह आपके फोकस भी नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
यदि आपको डायबिटीज है या आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो सबसे पहले आपको अपने पैरों और नाखूनों का ध्यान देना होगा।
डायबिटीज के मरीज के पैरों में ब्लड सर्कुलेशन सही ढंग से नहीं होने के कारण सुन्नता रहती है। इससे चोट लगने और फंगल इंफेक्शन होने का खतरा सबसे अधिक होता है। इसलिए पैरों और नाखूनों की सही देखभाल बेहद जरूरी है।