अगर आपको अपने लुक को बदलना है तो आप सबसे पहले एक चीज सोचते है कि अपने बलों की रूप रेखा बदलना। बालों को फैशनेबल दिखाने के लिए हम कई तरह के उपचार करते है। बालों की कटिंग कराते है, बालों में कोई स्टाइल या ट्रिटमेंट करवाते है या फिर बालों को डाई करवाते है। लेकिन बालों में बार बार डाई करवाने से इस पर बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है। बालों को रंगने में सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि इसकी अधिक प्रोसेसिंग आपके बालों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने बात की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. चित्रा से, डॉ. चित्रा डर्मेटोलॉजिस्ट जो त्वचा और बालों की एक्सपर्ट है। डॉ. चित्रा कोस्मोडर्मा की साइओ और फाउंडर भी है।
डॉ. चित्रा बताती है कि “बालों के शाफ्ट में घुसने वाले हेयर डाई हानिकारक होते हैं क्योंकि वे बालों को नुकसान पहुँचाते हैं, जिससे वे बूरे हो जाते हैं और टूटने का खतरा होता है।”
डॉ. चित्रा ने बताया कि परमानेंट हेयर डाई और ब्लीच सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। मुख्य रूप से अमोनिया सामग्री के कारण बालों की सुरक्षा पट्टी हट जाती है। इससे आगे चलकर बाल सुस्त बेजान हो जाते है।
हर हेयर कलर और डाई में अमोनिया होता है, जो कि बालों के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं है। अमोनिया हेयर क्यूटिकल्स को तोड़ने का काम करता है और रंग को उसमें जमा होने देता है। अमोनिया का इस्तेमाल आपके बालों की प्रकृतिक बनावट को खराब कर सकता है। अमोनिया से बाल सूखे, सुस्त और बेजान से दिखने लग सकते है। अमोनिया एलर्जी, त्वचा की जलन और श्वसन समस्याओं को भी ट्रिगर कर सकता है।
अगर किसी हेयर डाई में अमोनिया नही है इसका मतलब ये नही है कि वो आपके बालों के लिए अच्छा है या सुरक्षित है। अमोनिया की जगह अमोनिया फ्री कलर में मोनोएथेनॉलमाइन (MEA) का प्रयोग किया जाता है। यह भी अमोनिया की तरह ही काम करता है। यह हेसर क्युटिकल को तोड़कर उसमें रंग भरने का काम करता है। स प्रकार, अमोनिया के समान बालों के नुकसान का कारण बन सकता है। MEA पूरे स्वास्थ्य के लिए अमोनिया जितना हानिकारक नहीं है। लेकिन यह अमोनिया की तरह ही बालों को नुकसान करता है।
बालों में कलर होने के लिए क्युटिकल्स का खुलना और उसमें रंग का भरनी जरूरी है, लेकिन इससे बाल कमजोर भी हो सकते है। यह प्रक्रिया बालों के टूटने का कारण भी बन सकती है।
बालो में डाई करने से स्कैल्प की प्रकृतिक नमी भी खत्म हो जाती है। इससे बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचता है। बालों में डाई करना आपके बोलें को कमजोर करता है जिससे बालों के झड़ने की समस्या होती है। हल्के बालों में अगर आप डाई करवाते है तो ये आपके लिए और ज्यादा नुकसादायक हो सकता है।
सेमी परमानेंट डाई बालों के कॉर्टेक्स को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचाते हैं और इसे अतिरिक्त बालों की देखभाल के साथ संभाला जा सकता है।
डाई में एक और घटक होता है वो होता है पेरोक्साइड। पेरोक्साइड भी बालों के नुकसान का कारण बन सकता है। पेरोक्साइड भी आपके बालों के क्युटिकल्स के टोड़कर उसके रंग भरता है। पेरोक्साइड फ्री रंग बालों के क्युटिकल्स को नही तोड़कर उसमें रंग नही भरता है जिसका अर्थ हुआ कि बालों में रंग लंबे समय तक नही टिकेगा। जिसके लिए आपको बार बार डाई करवाना होगा। जिससे इसकी अधिकता भी आपके बालों को नुकासान पहुंचा सकती है।
बालों में डाई करने का मतलब है कि आप अपने आप को एक अच्छे और बदले हुए अवतार में देखना चाहते है। लेकिन लंबे समय के बाद ये रंग निकलता है जिसके बाद आपके असली बाल वापस दिखते है जो आपको अच्छा नही लगता है जिसको लए आप फिर से डाई करवाते है। आप इससे बेहतर जरूर महसूस कर सकती है लेकिन आप अपने बालों को खराब करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ जाती है।
इसके अलावा आपको बार-बार अपने बालों में टच-अप करवाना पड़ता है जो और ज्यादा नुकसान कर सकता है। यदि ऐसा होता है कि आपको अपने डाई का रंग पसंद नहीं आया तो आप इसे फिर से डाई करवाती है या ब्लीच करवाती है जो बालों को और ज्यादा नुकसान देता है।