वेट लॉस के लिए डाइटिंग को सबसे सरल उपाय मान लिया जाता है। हम घंटों लगातार भूखे रहते हैं। भूखे रहने पर कुछ हद तक वेट लॉस तो हो जाता है। लेकिन इसके नुकसान कई सारे होते हैं। गट हेल्थ प्रभावित होने के साथ-साथ ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का भी जोखिम हो जाता है। कई बार तो वजन घटने की बजाय बढ़ जाता है। डाइटिंग के एक और नुकसान हैं। यह है बालों का झड़ना। डाइटिंग और हेयर फॉल एक दूसरे से जुड़े (dieting and hair loss) हुए हैं।
डर्मेटोलॉजी प्रेक्टिकल एंड कांसेप्टुअल जर्नल में शोधकर्ता एमिली एल गुओ और रजनी कट्टा के प्रकाशित शोध आलेख इस ओर इशारा करते हैं कि डाइटिंग और हेयर फॉल एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। वे बताते हैं कि डाइटिंग करने वाले लोगों में बालों के लिए जरूरी पोषक तत्वों की कमी का जोखिम बढ़ जाता है। पोषक तत्वों की कमी वाले रोगियों को पोषक तत्वों की जब आपूर्ति की जाती है, तो बालों का झड़ना कम हो जाता है। हालांकि मरीज के चिकित्सा इतिहास, आहार इतिहास और शारीरिक परीक्षा भी की जानी चाहिए।
शोधकर्ताओं के अनुसार, मेटाबोलिज्म के दृष्टिकोण से हेयर फॉलिकल (Hair Follicle) शरीर में सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। बालों का विकास कैलोरी और प्रोटीन कुपोषण (Protein Malnutrition) के कारण प्रभावित हो जाता है। साथ-साथ माइक्रो न्यूट्रीएंट (Micronutrient for Hair Growth) की कमी से भी यह प्रभावित हो सकता है। पोषण की कमी बालों की संरचना और बालों के विकास दोनों को प्रभावित कर सकती है। बालों के विकास में एक्यूट टेलोजेन एफ्लुवियम शामिल होता है। अचानक वजन घटाने या प्रोटीन सेवन में कमी के कारण सबसे अधिक यह प्रभावित होता है। साथ ही नियासिन की कमी के कारण भी बाल झड़ने लगते हैं। अध्ययन इस बात का संकेत देता है कि गंभीर मामलों में पोषण की कमी के कारण एलोपेसिया (Alopecia) भी हो सकता है। इसमें सिर पूरी
तरह गंजा (Baldness) हो जाता है।
कई बार बालों के झड़ने वाले रोगी बालों के विकास को बहाल करने के लिए पोषक तत्वों की सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं। लेकिन शोध इस बात की चेतावनी देते हैं बिना चिकित्सकीय परामर्श के बालों को झड़ने से रोकने के लिए सप्लीमेंट लेना जोखिम भरा हो सकता है। इसके कारण दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
बाज़ार में मिलने वाले कई पोषक तत्वों के सप्लीमेंट बालों के झड़ने के उपचार का दावा करते हैं। गूगल (Google) पर हेयर लॉस (Hair Loss) लिखते ही अलग-अलग कंपनी के विटामिन और डायटरी सप्लिमेंट्स दिखाई देने लगते हैं।
पर इसमें कौन सप्लीमेंट हेयर लॉस को रोकने में कितना कारगर है, यह बता पाना कठिन है। इसलिए बिना चिकित्सकीय परामर्श के विटामिन और डायटरी सप्लिमेंट्स लेना साइड इफेक्ट्स को बुलावा देना है।
नेचुरल हेयर जर्नल के शोध आलेख के अनुसार, क्रैश डाइट, रेसट्रिकटेड डाइट के कारण शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल सकते हैं। पोषक तत्वों की कमी या तनाव के कारण बालों का झड़ना शुरू हो जा सकता है।
आयरन, जिंक, प्रोटीन, सेलेनियम और आवश्यक फैटी एसिड की कमी को बालों के झड़ने से जोड़ा गया है। बहुत कम कैलोरी वाले आहार भी बालों के झड़ने का कारण बनते हैं। जानकारी के अभाव में लोग यह जान ही नहीं पाते हैं कि पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल झड़ रहे हैं। जब बालों के झड़ने को रोकने और इसके इलाज की बात आती है, तो बहुत से लोग आहार जैसे महत्वपूर्ण कारक को अनदेखा कर देते हैं ।
नेचुरल हेयर जर्नल के शोध आलेख के अनुसार, बालों को झड़ने से रोकने के लिए हमेशा वेट लॉस का तरीका स्वस्थ रखें। ऐसा तरीका, जिसमें सामान्य गति के साथ वजन कम हो। फैड डाइट (FAD Diet) की बजाय संतुलित आहार चुनें।
जो शरीर को बेहतर ढंग से काम करने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करे। तेजी से वजन घटाने का वादा करने वाले रिस्ट्रिक्टेड डाइट को न कहें। ऐसे डाइट लें, जिसमें आयरन, जिंक, विटामिन बी 12, विटामिन ए, विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में मौजूद हो।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंयह भी पढ़ें :-हेयर फॉल का कारण बन सकती है चाय और कॉफी की अधिकता, यहां जाने हेयर फ्रेंडली 5 ड्रिंक्स के बारे में