इन दिनों सोशल मीडिया पर कई वीडियोज दिखाए जाते हैं, जो बताते हैं कि रोज रात में चेहरे पर किसी भी जेल या फेस क्रीम के साथ विटामिन ई के कैप्सूल मिलाकर लगाने से झुर्रियां एक दम गायब हो जाती हैं।
वास्तव में विटामिन ई हमारी स्किन तक सही मात्रा में ब्लड पहुंचाता है और कोलाजेन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है। इससे हमारी स्किन के अंदर डैमेज हुए टिश्यू हील हो जाते हैं और हमारी त्वचा चमकदार दिखती है। लेकिन लंबे समय तक इसके प्रयोग से कुछ दिक्कतें भी आ सकती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ समस्याओं के बारे में जो विटामिन ई कैप्सूल के लगातार इस्तेमाल से हो सकती हैं।
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असल में विटामिन ई में अल्फा-टोकोफेरोल होता है। यह पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है, जो स्किन को धूल, मिट्टी, पॉल्यूशन के दुष्प्रभाव से सुरक्षा देता है। एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण ही यह झुर्रियों को कम करता है और चेहर पर चमक लाता है। इसलिए ज्यादातर सौंदर्य विशेषज्ञ अपने ब्यूटी रिजीम में विटामिन ई कैप्सूल शामिल करने की सलाह देते हैं।
दिल्ली के त्वचा स्किन क्लिनिक की स्किन एक्सपर्ट व डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. मेघा मोदी बताती हैं कि विटामिन ई ऑयल को ही विटामिन ई कैप्सूल में ट्रांसफॉर्म कर दिया जाता है। फिर इस कैप्सूल को तोड़कर उसके लिक्विड को किसी फेस क्रीम के साथ मिलाकर चेहरे पर अप्लाई किया जाता है।
इसे ओरल या इंजेक्शन के रूप में भी लिया जाता है। विटामिन ई को किसी भी फॉर्म में लिया जाए, यह हर तरह से फायदेमंद होता है। लेकिन इसके ओवर यूज या ज्यादा इस्तेमाल से स्किन संबंधी कुछ दिक्कतें भी होती हैं।
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कई महिलाओं की स्किन को विटामिन ई कैप्सूल सूट नहीं करते हैं। इस कैप्सूल को अप्लाई करते ही उनकी स्किन पर दाने निकल आते हैं। खुजली होने लगती है और रेड रैशेज हो जाते हैं। ये सभी एलर्जी के लक्षण हैं।
इस तरह की समस्या आने पर कैप्सूल अप्लाई करना तुरंत रोक देना चाहिए। ध्यान दें कि जिन्हें यह कैप्सूल सूट करता है, वे इसे अपनी रेग्युलर क्रीम के साथ मिलाकर लगातार 2-3 दिनों तक लगाएं तभी इसके अच्छे परिणाम आते हैं। इसे लगाने के बाद मसाज करना न भूलें।
विटामिन ई कैप्सूल में मौजूद ऑयल विपरीत तरीके से भी काम कर सकते हैं। जिन लड़कियों या महिलाओं की स्किन ऑयली है, वे विटामिन ई कैप्सूल के प्रयोग से बचें। ऑयली स्किन के ऑयल ग्लैंड्स एक्टिव होते हैं। विटामिन ई में मौजूद ऑयल स्किन में मौजूद ऑयल की मात्रा को बढ़ा देते हैं। इससे स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं और चेहरे पर पिंपल्स दिखाई देने लगते हैं।
विटामिन ई ऑयल सॉल्यूबल होता है। ऑयल फॉर्म में यह स्किन पोर्स के अंदर तक चला जाता है। इससे ऑयली या एक्ने प्रोन स्किन में ब्रेकआउट की समस्या हो जाती है। यदि आपकी स्किन को एक्ने की समस्या हो जाती है, तो ऐसे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें, जिसमें विटामिन ई विटामिन सी के साथ मिला हो।
रिसर्च में यह बात सामने आई है कि विटामिन ई कैप्सूल को ओरली लेने पर ब्लड में प्लेटलेट्स काउंट घट जाता है। इससे ब्लड पतला भी हो जा सकता है। इसलिए बिना डॉक्टर से परामर्श किए इसे ओरली न लें।
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