बालों की देखभाल के लिए आयुर्वेद के पास खजाना है। इन्हीं में से एक नायाब तोहफा है, भृंगराज पौधा। इसकी पत्तियों से तैयार तेल बालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह प्राचीनतम पौधा है और आयुर्वेद में इसे बालों का राजा या फिर केशराज के नाम से जाना जाता है। केवल नाम ही नहीं, अपने गुणों के वजह से यह बालों का राजा माना जाता है। सूर्यमुखी परिवार से ताल्लुक रखने वाला भृंगराज बालों की सेहत के लिए बेहद लाभकारी है। तो आइए जानते हैं भृंगराज ऑयल के पांच बड़े फायदे।
मेडिकल साइंस व आयुर्वेद में भृंगराज काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसमें विटामिन-डी, विटामिन-ई, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, स्टेरॉयड्स, पॉलीपेप्टाइड्स तथा प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह पोषक तत्व आपके बालों को जड़ से मजबूत बनाता है। साथ ही यह स्कैल्प की सभी पार्शनियों से आपको मुक्ति दिला सकता है। भृंगराज ऑयल, इस पौधे की पत्तियों से निकाला जाता है।
कई अध्ययनों के अनुसार भृंगराज ऑयल रक्त संचार को बढ़ाता है। यह बालों के लिए आवश्यक पोषण की पूर्ति करने में मदद करता है। इस तेल के उपयोग से आपके बाल तेजी से लंबे हो सकते हैं। 2009 में जर्नल ऑफ इथनाफार्माकोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, कुछ चूहों के बालों पर भृंगराज ऑयल लगाया गया। जिसके बाद यह निष्कर्ष सामने आया कि चूहों के बालों की वृद्धि काफी तेजी से हुई। कई अन्य रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि भृंगराज तेल बालों को बढ़ाने में मददगार है।
अगर, आप रूसी और बालों के रूखेपन से परेशान है तो भृंगराज ऑयल इसका कारगर उपाय है। भृंगराज तेल गाढ़ा होता है और यह स्कैल्प में आसानी से अंदर चला जाता है। बालों के रूखेपन से निजात पाने के लिए स्कैल्प में भृंगराज तेल लगाएं। इसके बाद एक गर्म टावल से सिर को कुछ समय के लिए बांधें। इससे बालों के क्यूटिकल्स खुल जाते हैं व सेबेसियस ग्लैंड्स तेजी से एक्टिव हो जाते हैं। वहीं, रूसी से छुटकारा पाने के लिए रात को सोते समय भृंगराज ऑयल को गर्म करके लगाएं। सुबह स्कैल्प को शैम्पू और नींबू के रस से धो लें।
भृंगराज में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिससे झड़ते बालों से राहत मिलती है। इससे मसाज करने से सिर में ठंडक और तनाव से राहत मिलती है। यह कई तरह की मिनरल्स की पूर्ति करता है, जिसके कारण बालों का झड़ना बंद हो जाता है। वहीं यह हेयर फॉलिकल्स को पुर्नजीवित करने और बालों की वृध्दि में लाभदायक है।
यह बालों की प्राकृतिक सौन्दर्यता को बनाए रखता है। इस तेल के प्रयोग से असमय बाल सफेद नहीं होते हैं। बालों को सफेद होने से रोकने के लिए भृंगराज ऑयल में आंवला तेल मिलाकर स्कैल्प पर अच्छी तरह से मालिश करें। रातभर बालों में तेल लगा रहने दें। इसके बाद सुबह बालों को अच्छी तरह से धो लें। इसके अलावा बालों को कलर करने के लिए भृंगराज की पत्तियों से तैयार हेयर डाई का उपयोग करें। यह प्राकृतिक तरीके से बालों को डाई करता है। इसे इंडिगो और बैलून वाइन के साथ मिक्स करके भी लगाया जा सकता है।
भृंगराज एक प्राकृतिक कंडीशनर का काम करता है। यह बालों की चमक और मजबूती बढ़ाता है। इससे कंडीशनर की तरह इस्तेमाल करने के लिए तिल के तेल और आंवले के एक्ट्रैक्ट के साथ उपयोग करना चाहिए।
तो लेडिज, महंगे केमिकल युक्त हेयर ट्रीटमेंट के बजाय अपने हेयर केयर रूटीन में भृंगराज को विशेष स्थान दें। यह हेल्दी हेयर पाने का आयुर्वेदिक उपाय है।
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