बालों की ग्रोथ को रोकने वाली कई तरह की समस्या होती है। इन सभी समस्याओं में से रूसी सबसे अधिक परेशान करती है। रूसी की समस्या जाड़ा, गर्मी, बारिश तीनों मौसम में होती है। गर्मी में स्कैल्प और हेयर में पसीना जमने के कारण यह अधिक परेशान करता है। यह हमारे बालों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इसके कारण रूसी की समस्या आम है। आयुर्वेद में कई तरह की जड़ी-बूटी है, जो डैंड्रफ की समस्या को दूर करने (ayurvedic herbs for dandruff) में मदद करती है।
स्कैल्प पर परतदार सफेद रूसी स्कैल्प की संवेदनशीलता, उस पर तेल जमा होने या या अन्य कारण से हो सकती है। ड्राई स्किन वाले लोगों में परतदार रूसी होने की संभावना अधिक होती है। तैलीय त्वचा वाले लोगों में चिपचिपी रूसी होने की संभावना अधिक होती है। अध्ययन बताते हैं कि स्किन एलर्जी भी रूसी का कारण हो सकती है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां स्किन को साफ कर जरूरी पोषण देती हैं। इससे सीबम ग्लैंड अच्छी तरह प्रतिक्रिया करते हैं और ड्राईनेस खत्म होती है।
यदि स्किन अधिक ऑयली है, तो हर्ब तेल को सोखकर बालों और स्कैल्प को उचित नमी देता है।यदि डैंड्रफ का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह बालों की कई अन्य समस्याओं जैसे बालों का झड़ना और बालों के खराब विकास का कारण बन सकता है। साथ ही, पिंपल्स, पीठ पर मुंहासे और सोरायसिस जैसे अन्य साइड इफेक्ट भी डैंड्रफ के साथ आते हैं।
बहेड़ा जिसे बिभीतकी के नाम से भी जाना जाता है। यह बालों के विकास के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्वों और मिनरल से समृद्ध होता है। यह एक्स्ट्रा आयल हटाकर तेल संतुलन बनाता है। यह रूसी पर नियंत्रण रखकर खोपड़ी को साफ करता है। इस फल के पौष्टिक गुण इसे रूसी के लिए आयुर्वेदिक बाल उपचार में एक आवश्यक घटक बनाते हैं।
बालों पर लगाने के लिए बहेड़ा फल को पीस लें। इसे दही, शहद या एलोवेरा जेल के साथ पेस्ट बना लें। इसे स्कैल्प और बालों पर समान रूप से फैलाएं। 20 मिनट के बाद धो लें। सर्वोत्तम परिणाम के लिए इस मास्क का प्रयोग सप्ताह में दो बार करें।
अदरक एंटी बैक्टीरियल एजेंट है, जो रूसी और अन्य फंगल संक्रमण को ठीक करने में मदद करता है। यह मैग्नीशियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस और विटामिन का भी स्रोत है, जो बालों के विकास में मदद करता है।
दही के साथ 1 टेबलस्पून अदरक पाउडर मिक्स कर लें। इसे सिर पर लेप के रूप में लगाएं। बालों को धोने से पहले अदरक के रस को बालों के जड़ में लगाया जा सकता है। अदरक के तेल को भी लगाया जा सकता है।
नीम एक बेहतरीन एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। इसमें खून को साफ करने और रूसी को दूर रखने के भी गुण हैं। यह पत्ती फैटी एसिड, विटामिन ई, लिमोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट का भी एक संभावित स्रोत है।
बालों को धोने के लिए नीम के उबले हुए पानी का उपयोग किया जा सकता है। इससे रूसी के कारण होने वाली खुजली और जलन कम हो जाती है। स्थायी राहत के लिए नीम की पत्तियों का चूर्ण बनाकर लेप की तरह नियमित रूप से प्रयोग किया जा सकता है। नीम पाउडर को दही के साथ मिक्स कर भी लगाया जा सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंमेथी विटामिन ए, बी, और सी, एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और प्रोटीन से भरपूर है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण भी होते हैं। मेथी का पेस्ट सिर की त्वचा को नमी देता है। तेल का संतुलन बनाए रखता है। रूसी को रोकता है और सिर को स्वच्छ रखता है।
डैंड्रफ से राहत पाने के लिए मेथी के बीज को रात भर भिगोकर रखें। इसका पेस्ट बनाएं। हेयर मास्क के रूप में स्कैल्प पर लगाएं। रूसी खत्म करने के लिए मेथी युक्त हेयर लेप या हेयर ऑयल का भी उपयोग किया जा सकता है।
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