कभी आपको पता है कि किसी सर्जरी से अचानक वजन कम करने वाले क्यों ख़ुश नहीं रहते? या फिर अस्थायी तरीके अपना कर वजन कम करने वाले? बात यह है कि उनके शरीर का फैट तो शॉर्टकट तरीक़ा अपना कर तो वो निकाल लेते हैं लेकिन उस स्किन का क्या जो उनके मोटापे की आदी हो चुकी है। उसे क्या पता कि आपको एक दिन वजन करने की सूझेगी। कई बार यह उम्रदराज लोगों में भी होता है कि वजन तो उन्होने कम कर लिया लेकिन स्किन ढीली हो गई (skin sagging after weight loss) या सिकुड़ गई। तो किन तरीक़ों से मोटापा कम करने के बाद ढीली स्किन को टाइट (skin sagging after weight loss) बनाया जाए और मोटापा कम करने के दौरान स्किन का कैसे रखना है ध्यान, ये हम आज आपको डॉक्टर की मदद से समझाएंगे।
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर रत्नाकर शुक्ला के अनुसार स्किन ढीली पड़ने का मुख्य कारण उम्र है लेकिन वजन कम करने के बाद स्किन ढीली पड़ने के कई कारण हैं, जैसे-
जब हमारा वजन बढ़ता है तो त्वचा खिंचती है ताकि शरीर पर चर्बी यानी फैट को ढक सके लेकिन जब आप तेज़ी से वजन कम करते हैं तो तो खिंची हुई त्वचा को नए आकार में ढलने का वक़्त नहीं मिलता। इसके कारण स्किन ढीली और लटकती हुई नजर आती है।
त्वचा का ढीला होना खास तौर पर उसके लचीलेपन (elasticity) के ही कारण है। स्किन में कोलेजन और इलास्टिन नाम के दो प्रोटीन होते हैं जो स्किन को मजबूत और लचीला बनाए रखते हैं लेकिन जब लंबे समय तक स्किन पर मोटापे के कारण खिंचाव बना रहेगा तो कोलेजन और इलास्टिन कमजोर हो जाते हैं। इस वजह से वजन घटने के बाद स्किन अपने पुराने शेप में वापस नहीं आ पाती।
उम्र भी स्किन के लचीलेपन को प्रभावित करती है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, कोलेजन और इलास्टिन का प्रोडक्शन कम होने लगता है। यही कारण है कि उम्रदराज लोगों की स्किन वजन कम करने के बाद और अधिक ढीली हो जाती है जबकि युवाओं की स्किन जल्दी रिकवर हो जाती है
लंबे समय तक मोटापे से पीड़ित लोगों की स्किन पर ज्यादा खिंचाव होता है जिससे वह परमानेंटली कमज़ोर हो जाती है। इसलिए जब वे वजन घटाते हैं तो उनकी स्किन सैगिंग (skin sagging after weight loss) होने लगती है।
लाइफस्टाइल की आदतें, जैसे स्मोकिंग और ज्यादा देर धूप में रहना भी स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। स्मोकिंग से स्किन में कोलेजन का प्रोडक्शन धीमा हो जाता है, जिससे स्किन ढीली होती चली जाती है।
अच्छे और हेल्दी खाने का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। ऐसा खाना खाएं जिसमें प्रोटीन,विटामिन और फाइबर भरपूर हों। ख़ास कर फल और हरी सब्जियां। इससे स्किन में कोलेजन और इलास्टिन नाम की विटामिन्स का बनना जारी रहेगा और आपकी स्किन ढीली (how to avoid skin sagging after weight loss) नहीं पड़ेगी।
इन दिनों भागदौड़ के चक्कर मे लोग व्यायाम से तौबा कर ले रहे हैं। इसका असर स्किन पर बुरी तरीके से पड़ रहा है। डॉक्टर रत्नाकर शुक्ला के अनुसार वेट लिफ्टिंग और कार्डियो एक्सरसाइज से अपनी मांसपेशियों को टोन किया जा सकता है जिससे त्वचा के अंदर कसावट (exercise to avoid skin sagging after weight loss) आने लगती है। पेट की ढीली स्किन के लिए आप प्लैंक्स और क्रंचेज जैसी एक्सरसाइज कर सकते हैं।
अपनी त्वचा की सही देखभाल पर ध्यान दें। डेली मॉइस्चराइजर और कोलेजन-बूस्टिंग क्रीम का इस्तेमाल करें। इसके अलावा नारियल तेल और एलोवेरा से त्वचा की मालिश भी त्वचा की वर्जिश कराकर उसे स्वस्थ बनाती है।
योग को अपने नियमित दिनचर्या में शामिल करना अपने स्किन को वरदान देने जैसा है। सूर्य नमस्कार और भुजंगासन जैसे योगासन स्किन को टाइट करेंगे और शरीर को भी लचीला बना देंगे।
डॉक्टर के पास कब जाएं?
1. सर्जरी या अन्य किसी उपाय से जिससे जल्दी से आपने अपना वजन कम कर लिया (skin sagging after weight loss) है तो आपको एक बार जरूर स्किन डॉक्टर से मिलना चाहिए। ताकि स्थिति समझ कर आपको उचित सलाह दे सके।
2. अगर ढीली स्किन के कारण स्किन में फोल्ड्स बन जा रहे हैं और यह फिर रैशेज के तौर पर सामने आ रहे हैं। तो आपको जलन होगी और स्किन इंफेक्शन भी हो सकता है। ऐसे केस में आपको तुरन्त डॉक्टर से मिल लेना चाहिए क्योंकि यही छोटा सा इंफेक्शन आपको बड़ी बीमारी दे कर जा सकता है।
3. अगर आपकी स्किन इतनी ज़्यादा लटक रही है कि आपको डेली के कामों में परेशानी हो रही है तो घरेलू उपायों का चक्कर छोड़ कर डॉक्टर से मिलें। क्योंकि अगर आप रोज़मर्रा के काम नहीं कर पाएंगे तो व्यायाम तो भूल ही जाइये। फिर घरेलू उपाय किस काम के? इसलिए डॉक्टर ही सही ऑप्शन है।
4. मोटापे से तो आपने छुटकारा पा लिया लेकिन वह तबका जो आपको आपके मोटापे के लिए कोसता था, क्या आपको आपकी ढीली स्किन के लिए जज करना छोड़ देगा? ऐसे में अगर आप किसी मानसिक समस्या से जूझ रहे हों तो आप तुरन्त किसी प्रोफेशनल से राय ले लें। वह आपको बेहतर राय देगा। डॉक्टर या सर्जन आपकी स्थिति के अनुसार उपयुक्त समाधान जैसे लेजर थेरेपी, रेडियोफ्रीक्वेंसी ट्रीटमेंट या सर्जरी सुझा सकते हैं जिससे आपकी स्किन दुरुस्त हो जाएगी।
कुल मिला कर बात यह है कि अगर आप घरेलू उपचार अपना कर थक चुके हैं तो आपको सीधे डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा ताकि डॉक्टर आपकी स्किन को टोन करने में आपकी मदद करे। मोटापा भी कम किया जा सकता है और स्किन को भी फिर से नॉर्मल किया जा सकता है। बस ज़रूरत है आपको जागरूक हो कर अपनी समस्याओं को शेयर करने की।
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