उम्र बढ़ने के कारण जब आपके बालों में मेलेनिन (melanin) की कमी हो जाती है, तो वे सफेद होने लगते हैं। बालों का सफेद होना पूरी तरह से स्वाभाविक है, और यह आमतौर पर तब होना शुरू होता है जब आपकी उम्र 35 से 40 वर्ष हो। हालांकि, समय से पहले बाल सफेद होना (premature hair graying) सामान्य नहीं है और यह पोषण की कमी और तनाव का संकेत हो सकता है।
अगर आप भी कम उम्र में सफेद बालों से परेशान हैं तो हम आपके लिए कुछ जरूरी टिप्स लेकर (tips to prevent premature hair graying) आए हैं। राहत के उपाय जानने से पहले पता करिए कि आखिर क्यों कम उम्र में ही बाल होने लगते हैं सफेद।
समय से पहले सफेद बालों का एक प्रमुख कारण विभिन्न प्रकार के विटामिन की कमी है। सफेद बाल विटामिन डी और बी -12 की कमी के लक्षणों में से एक है। लेकिन यह निर्धारित करने के लिए कि आपके शरीर में कौन सा तत्व कम है, ब्लड टेस्ट कराना एक बेहतर विकल्प है। एक बार सही पोषक तत्व की कमी का पता चलने के बाद इस स्थिति से निपटने के लिए बेहतर आहार और विटामिन युक्त खाने से आप आसानी से राहत पा सकते हैं।
कई शोध और अध्ययन के बाद प्रीमैच्योर हेयर ग्रेइंग के लिए कुछ विशेष पोषक तत्वों की खोज की गई है। उदाहरण के लिए, अध्ययनों से पता चलता है कि आयरन, कॉपर, विटामिन बी, आयोडीन और ओमेगा 3 की कमी से बाल सफेद हो जाते हैं। इसलिए उन्हें आहार में अवश्य शामिल करना चाहिए। दूसरी ओर, पैकेज, जंक, रिफाइंड या प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, बालों को और भी अधिक बेजान बनाने में योगदान कर सकते हैं।
यह तो थे डाइट संबंधी कारण। लेकिन मानसिक अस्वस्थता भी सफेद बालों का कारण बन सकता है। तनाव बढ़ने से हेयर फॉलिकल में नोरेपीनेफ्राइन नामक एक रसायन निकलता है। यह रसायन मेलानोसाइट स्टेम कोशिकाओं को प्रभावित करता है जिससे वे तेजी से रूप बदलने लगते हैं और बालों के रोम से बाहर निकल जाते हैं। इससे आपके बाल सफेद होने लगते हैं।
न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट नैचरल मेडिसिन में प्रकाशित लेख के मुताबिक, जब शरीर बेहद तनाव में होता है, तो इससे वो सेल्स कम होने लगते हैं, जो हेयर कलर के लिए जिम्मेदार होते हैं। वहीं एक अन्य स्टडी के मुताबिक, स्ट्रेस के कारण सेल को रिजनरेट होने में भी ज्यादा समय लगता है, जिससे बॉडी फ्री रैडिकल्स से अच्छे से लड़ नहीं पाती है।
बालों का जल्दी सफेद होना अन्य कारकों पर भी निर्भर करता है। इनमें पारिवारिक इतिहास, हार्मोनल असंतुलन, या यहां तक कि कब्ज या एनीमिया जैसी कुछ चिकित्सीय स्थितियों के दुष्प्रभाव भी शामिल हैं।
ऐसे कई फूड कॉम्बिनेशन हैं जो इस स्थिति से बचने में आपकी मदद कर सकते हैं। यहां कुछ सलाह दिए गए हैं:
अपने आहार में सुधार करें। यह बालों के समय से पहले सफेद होने सहित हर स्वास्थ्य समस्या का सबसे महत्वपूर्ण समाधान है। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन आपको अपने काले, चमकदार बालों को वापस पाने के लिए करना चाहिए। इसके लिए कॉपर से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे काजू, आलू, छोले, बादाम, मशरूम आदि का सेवन करें।
बालों पर ज्यादा केमिकल बेस्ड प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करना फॉलिकल्स और स्कैल्प को डैमेज कर सकता है। इससे प्रीमैच्योर ग्रेइंग ट्रिगर हो सकती है। वहीं बाल बेजान बन सकते हैं और उनका झड़ना भी बढ़ सकता है। ये उम्र से पहले गंजापन भी ला सकता है। बेहतर विकल्प प्राकृतिक या फिर कम केमिकल्स वाले प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल है।
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कस्टमाइज़ करेंनारियल तेल या घर पर बने प्राकृतिक तेलों का स्कैल्प पर उपयोग करें। आपको केवल 500 मिलीलीटर नारियल का तेल, 1 बड़ा चम्मच प्याज के बीज, 1 बड़ा चम्मच मेथी के बीज और 1 बड़ा चम्मच सूखे करी पत्ते का पाउडर चाहिए। इसे अच्छी तरह मिलाएं और उपयोग करने से पहले इसे चार से पांच दिनों के लिए धूप में छोड़ दें। इन सामग्रियों में मौजूद पोषक तत्व आपके स्वस्थ बालों का राज़ बन सकता है।
आंवला एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है और इसमें एंटी-एजिंग गुण भी होते हैं जो काले बालों को वापस लाने में मदद कर सकते हैं। ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप इस फल से लाभ उठा सकते हैं। आप अपने बालों को आंवला के पानी से तुरंत धो सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, आप आंवला का रस निकाल सकते हैं और इसे एक चम्मच बादाम के तेल और कुछ बूंद नींबू के रस के साथ मिला सकते हैं। इसे अच्छी तरह मिलाकर अपने स्कैल्प पर लगाएं और बालों को धोने से पहले कुछ मिनट तक लगा रहने दें।
4. हफ्ते में दो बार, अपने बालों और स्कैल्प को शुद्ध घी (clarified butter) से मालिश करें।
5. एक प्याज को एक ब्लेंडर में ब्लेंड करें और फिर एक छलनी का उपयोग करके रस निकालें। सप्ताह में दो बार, इस रस को अपने स्कैल्प में रगड़ें। इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर हमेशा की तरह शैम्पू करें।
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