त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए एक अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि एक अच्छी नींद लेने से हमारी त्वचा पर इसके बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। यह कई तरह से त्वचा के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। पर क्या कभी आपने सोचाा है कि आपकी सोने की पोजीशन भी आपकी स्किन हेल्थ को प्रभावित कर सकती है! जी हां, ये बिल्कुल सच है। आप कैसे सोती हैं, इसका असर भी आपकी त्वचा पर पड़ता है। हम बताते हैं कैसे।
असल में आपकी सोने की मुद्रा (sleeping positions) आपकी त्वचा पर असर डालती हैं और त्वचा पर मुंहासे और झुर्रियों की समस्या का कारण बन सकती है। जिस तरह से हम सोते हैं वह वास्तव में हमारे लुक को दर्शाता है।
इसलिए हम आपको सोने की मुद्रा (sleeping positions) से त्वचा पर पड़ने वाले 4 प्रभावों के बारे में बता रहे हैं। क्या आप इन्हें जानने के लिए उत्सुक हैं? चलिए तो बिना समय बर्बाद किए हम आपको इसके बारे में बताते हैं।
अपनी पीठ के बल सोना हमेशा सोने का एक अच्छा तरीका है। 20-30 डिग्री के कोण को बनाए रखने से शरीर में बेहतर तरल जल निकासी की अनुमति मिलती है। हालांकि, कई लोग करवट लेकर या अपने पेट के बल सोना पसंद करते हैं। यह आपके चेहरे को तकिए में धकेल देता है, जिसमें बैक्टीरिया होते हैं, यहां तक कि जो क्रीम या कोई भी उत्पाद जिसे हम अपनी त्वचा पर इस्तेमाल करते हैं, वह भी तकिये में रह जाता है।
इससे हमारी त्वचा काफी प्रभावित होती है। ऐसे में तकिये के कवर को लगातार साफ करना जरूरी है, नहीं तो यह आपकी त्वचा पर झाइयां या चकत्तों का कारण बन सकता है।
बहुत से लोग पेट के बल सोना बहुत पसंद करते हैं। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो यह किसी भी व्यक्ति के लिए सोने का सबसे बुरा तरीका है। जब हम सोते हैं, तो हमारी त्वचा को सांस लेने की जरूरत होती है। यह स्थिति पूरे चेहरे को तकिये में धकेल देती है, जो त्वचा के रोम को बाधित करती है।
त्वचा के बंद छिद्र, मुंहासे और त्वचा पर लाइनों का कारण बनते हैं। इस स्थिति में हमारी त्वचा में पर्याप्त सर्कुलेशन नहीं हो पाता है। साथ ही यह दबाव आंखों की सूजन का कारण भी बनता है। इस तरह सोने से आपके चेहरे की संरचना हर रात 8 घंटों तक तकिये से दबी रहती है, जो आपकी त्वचा के लिए बहुत अधिक दबाव है।
आखिरकार यह स्थिति आपकी फ्लैटर स्किन और त्वचा पर झुर्रियों को ट्रिगर कर सकती है। इसलिए आपको इस पोजीशन में सोने से बचना चाहिए।
यह स्थिति पेट की स्थिति की तुलना में त्वचा को कम नुकसान पहुंचाती है। हालांकि, यह आदर्श स्थिति नहीं है। जब आप अपनी तरफ करवट लेकर सोते हैं, तो आप एक तरफ जबरदस्त दबाव डालते हैं। यह गाल की हड्डी (cheek bone) को समतल करता है और सभी घर्षण और दबाव के कारण, त्वचा पर झुर्रियों को ट्रिगर करता है।
यह मुद्रा यानी पीठ के बल सोना, सोने के लिए एक आदर्श स्थिति है! सबसे पहले, आप अपने चेहरे की त्वचा पर ज्यादा दबाव नहीं डाल रहे हैं, इससे आपकी त्वचा पर कम फाइन लाइन होंगी। चेहरे की आकृति में कम चपटापन होगा, साथ ही आपकी त्वचा को जवां और चिकनी बनाए रखने में मदद करेगा।
पीठ के बल सोने से, करवट लेकर या पेट के बल सोने की तरह तरल पदार्थ आपकी आंखों के आसपास जमा नहीं होते हैं जिससे आंखें सूजती नहीं हैं। इसके अलावा, आपका चेहरा तकिये को छू नहीं सकता है, जिससे यह आपकी त्वचा को तकिये पर जमे हानिकारक बैक्टीरिया से बचाता है।
यह त्वचा की जलन या झाइयों को रोकेगा! अपनी पीठ के बल सोने से आपकी त्वचा रात भर खुद को ठीक कर लेती है। हालांकि, कुछ लोगों के लिए पीठ के बल सोना कठिन हो सकता है, लेकिन यह वास्तव में आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।