अगर आपको भी यह लगता है कि ‘पहले मेरे बाल ज्यादा घने और स्वस्थ थे और अब वैसे नहीं रहे’! तो हो सकता है कि आप सही सोच रही हों, क्योंकि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपके शरीर में कई बदलाव आते हैं। आपके बाल भी इससे अछूते नहीं हैं। समय के साथ स्वाभाविक रूप से बालों का रंग और बनावट में भी बदलाव आते हैं।
आप जानती हैं कि हमारे बाल प्रोटीन स्ट्रैंड्स से बने होते हैं। बालों के एक स्ट्रैंड का सामान्य जीवन लगभग दो से सात साल का होता है। बाल हर महीने औसतन 0.5 इंच और साल में छह इंच बढ़ते हैं। उम्र, आहार, जेनेटिक्स, एजिंग और समग्र स्वास्थ्य जैसे कारक यह निर्धारित करते हैं कि यह कितनी तेजी से बढ़ते हैं और इनका स्वास्थ कैसा होगा।
इसलिए, अगर आपके बाल भी आजकल ज्यादा ड्राई और डैमेज हैं, तो यह आपकी बढ़ती उम्र के कारण हो सकता है।
यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार बाल वास्तव में कूप के अंदर बंडलों में उगते हैं। दुर्भाग्य से, प्रत्येक गुजरते दशक के साथ, बालों के उन बंडलों में अक्सर कुछ बाल कम होने लगते हैं, जो इनके पतलेपन का कारण बनते हैं, जिसे कई महिलाएं उम्र बढ़ने के साथ नोटिस करती हैं। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपके शरीर और चेहरे के बाल भी झड़ने लगते हैं। महिलाओं के चेहरे के बचे हुए बाल मोटे हो सकते हैं, ज्यादातर ठोड़ी पर और होंठों के आसपास।
अपने 20 के दशक के दौरान आपका शरीर कई हार्मोनल परिवर्तन से गुज़रता है। जिसका प्रभाव आपके स्वास्थ्य से लेकर आपके बालों तक पड़ता है। इस दौरान आपके बालों का स्वास्थ्य ज़्यादातर अच्छा रहता है, क्योंकि आपकी शारीरिक गतिविधि भी ज्यादा रहती है और शरीर प्राकृतिक रूप से तंदुरुस्त होता है।
तीस के दशक में आपके बाल ज्यादा झड़ने लगते हैं। साथ ही, इनका रंग भी उड़ने लगता है। बालों की मोटाई भी कम होने लगती है, जिससे आपके बाल ज्यादा पतले नज़र आते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर में न्यूट्रीएंट्स की कमी होने लगती है। इसके अलावा, गर्भावस्था भी एक अहम कारण है जो बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
जब आप 40 के दशक में प्रवेश करती हैं, तो रजोनिवृत्ति एक बड़ा किरदार अदा करती है। रजोनिवृत्ति के बाद अक्सर टेस्टोस्टेरोन का स्तर थोड़ा बढ़ जाता है। इन उम्र बढ़ने और पर्यावरणीय परिवर्तनों के कारण, बालों के कुछ रोम नए बालों का उत्पादन पूरी तरह से बंद कर देते हैं। समय के साथ, बालों के रेशे पतले हो जाते हैं और गिर जाते हैं; दुर्भाग्य से, वे कभी भी दोबारा नहीं उगते नहीं हैं।
बढ़ती उम्र के साथ-साथ पोषण की खुराक बढ़ाने की भी ज़रुरत है, इसलिए स्वस्थ और पौष्टिक आहार लें जैसे –
– पालक और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां। ये पोषक तत्वों से भरे होते हैं, स्वस्थ बालों की ज़रूरतें, जैसे कि फोलेट, आयरन और विटामिन A और C।
-प्रोटीन रिच डाइट जैसे अंडे – इनमें बायोटिन होता है, जो बालों के प्रोटीन के लिए जरूरी है।
-ओमेगा-3 – सैल्मन जैसी फैटी मछली ओमेगा -3 फैटी एसिड का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो बालों के विकास को बढ़ावा दे सकती है।
शारीरिक गतिविधि बढ़ा दें और नियमित योगाभ्यास या वर्कआउट को प्राथमिकता दें । इससे बालों के रोम छिद्रों में रक्त संचरण बेहतर होता है और आपके बालों की ग्रोथ भी बनी रहती है।
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