तुलसी एक औषधीय पौधा है जिसमें चिकित्सीय गुण पाए जाते हैं। वहीं तुलसी को आयुर्वेद सहित मेडिकल साइंस में इसके तमाम स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। आयुर्वेद में इसे सालों से दवाइयों को बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा है, वहीं मेडिकल साइंस भी इसके फायदों को प्रमाणित कर चुका है। यह पौधा आपकी समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होता है, वहीं यह त्वचा स्वस्थ को भी बढ़ावा देता है। तुलसी की पत्तियों को डाइट में शामिल करने के साथ ही आप इसे टॉपिकली भी अपनी त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं। इससे त्वचा संबंधित कई समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
यदि आप भी एक्ने, पिंपल, ब्रेकआउट, ओपन पोर्स आदि जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं से परेशान हैं, तो आज ही तुलसी की पत्तियों को अपनी स्किन केयर रूटीन में शामिल करें। इसके नियमित इस्तेमाल से त्वचा में कई सकारात्मक बदलाव नजर आएंगे।
तुलसी अपने एंटी बैक्टीरियल गुणों के लिए जानी जाती है। यह एक्ने ब्रेकआउट का एक बेहद प्रभावी उपाय साबित हो सकती है। स्किन पोर्स के बंद होने पर अंदर गंदगी जमा हो जाती है, और बैक्टीरिया की ग्रोथ की वजह से वे संक्रमित हो जाती है। ऐसे में एक्ने निकल आ सकता है। एक्ने प्रॉन स्किन वाले लोगों के लिए, तुलसी जैसी एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी से युक्त तुलसी का उपयोग बेहद कारगर साबित हो सकता है।
तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा पर फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर देते हैं। फ्री रेडिकल्स समय से पहले बुढ़ापा और अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। वहीं एंटीऑक्सीडेंट इन हानिकारक कणों को बेअसर करने और त्वचा पर होने वाले नुकसान को रोकने में मदद करते हैं। तुलसी में विटामिन सी और युकेलिप्टोल सहित एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने और त्वचा को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं।
तुलसी की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण स्किन पिगमेंटेशन को कम करने में आपकी मदद करते हैं। तुलसी की पत्तियों को प्रभावित एरिया पर अप्लाई करें। हालांकि, परिणाम नजर आने में कुछ समय लग सकता है, इसके लिए कंसिस्टेंसी बहुत जरूरी है। एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स के उत्पादन को कम करते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ते हैं। इससे पिगमेंटेशन में सुधार हो सकता है।
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तुलसी विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होती है, जिसमें विटामिन सी भी शामिल है, जो त्वचा के हाइड्रेशन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे त्वचा कोमल, और पोषित महसूस होती है। यह ड्राई या डिहाइड्रेटेड स्किन वाले लोगों के लिए एक उत्कृष्ट कंपाउंड है। इसके नियमित इस्तेमाल से त्वचा में हाइड्रेशन बना रहता है और ड्राइनेस की समस्या नहीं होती, साथ-साथ त्वचा नेचरली ग्लोइंग नजर आती है।
तुलसी फेशियल स्टीम आपकी त्वचा को रिलैक्स करती है और इन्हें पर्याप्त नमी प्रदान करती है। साथ ही साथ इससे त्वचा संक्रमण का खतरा भी कम हो जाता है। इसे तैयार करने के लिए 2 कप पानी में 10 से 12 क्रश की हुई तुलसी की पत्तियां डालें, और पानी में 10 मिनट तक अच्छी तरह उबाल लें। फिर चेहरे को तौलिए से ड्राई करें और 5 से 10 मिनट तक स्टीम लें। उसके बाद अपनी स्किन को ड्राई कर लें, और मॉइश्चराइजर और सीरम अप्लाई करें।
एक्ने, ब्रेकआउट, ब्लैकहेड्स आदि जैसी समस्याओं से डील करने में तुलसी से बना फेस मास्क आपकी मदद कर सकता है। तुलसी की पत्तियों को अच्छी तरह क्रश कर लें और इन्हे शहद या दही के साथ मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें, इस पेस्ट को अपनी त्वचा पर सभी ओर अच्छी तरह से अप्लाई करें। फिर 10 से 15 मिनट तक लगा रहने दें, उसके बाद सामान्य पानी से चेहरे को साफ कर लें।
10 से 12 तुलसी की पत्तियों को क्रश कर लें, और इन्हें पानी में डाल दें। पानी में 10 से 15 मिनट तक उबाल आने दें। फिर पानी को छानकर ठंडा होने दें। ठंडा होने पर अलग स्प्रे बॉटल में डाल लें और इसे अपनी त्वचा पर स्प्रे करें, टैप करके सुखाएं और रात को इसी तरह से सो जाएं। नियमित इस्तेमाल से आपको अपनी त्वचा में एक बेहद खूबसूरत ग्लो दिखेगा।
तुलसी क्लींजर तैयार करने के लिए आपको 5 से 7 तुलसी की पत्तियों को आधे कप दूध में डालकर इन्हें एक साथ अच्छी तरह उबाल लेना है। उसके बाद दूध को ठंडा होने दें, अब आप इसे अपनी स्किन पर अप्लाई करें, और त्वचा को मसाज देते हुए क्लिंज करें।
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