सर्दियों के मौसम में ठंडी हवा हमारी त्वचा और बालों को काफी प्रभावित करती है। जिससे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस मौसम में त्वचा बेजान हो जाती है और बाल कमजोर होने लगते हैं। केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स कुछ देर के लिए काम तो करते हैं, पर बदले में और बहुत सारे साइड इफैक्ट भी दे जाते हैं। जबकि हम आपको नेचुरल रहने और प्राकृतिक सामग्रियों के इस्तेमाल की सलाह देंगे। ऐसा ही एक नेचुरल प्रोडक्ट है नीम का तेल। जानिए कैसे यह आपकी सर्दियों की सौंदर्य समस्याओं से निजात दिला सकता है।
एनसीबीआई के डाटा के अनुसार नीम (Azadirachta indica) भारत में पाया जाने वाला एक आम पेड़ है। खास बात यह है इसकी पत्तियों से लेकर जड़ और जड़ से लेकर फल तक कई चीजों का औषधीय इस्तेमाल किया जा सकता है। लंबे समय से पारंपरिक एशियाई चिकित्सा में उपयोग किया जाता रहा है नीम।
ऐतिहासिक रूप से, इसका उपयोग दर्द, बुखार और संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता रहा है। नीम के पेड़ की टहनियों का उपयोग दांतों को साफ करने के लिए किया जाता रहा है। नीम की पत्तियां सौंदर्य बरकरार रखने के कई घरेलू नुस्खों में काम आती है।
आयुर्वेदिक इलाज के अलावा नीम में विटामिन ई-सी, कैरोटीनॉयड, लिनोलिक एसिड, ओलिक एसिड, स्टीयरिक एसिड और पामिटिक एसिड जैसे तत्व होते हैं जो त्वचा के साथ बालों की सेहत को भी मजबूत बनाने का काम करता हैं।
बाल झड़ने और गंजेपन को रोकने के लिए नीम बहुत लाभदायक है। बालों में नीम के तेल का इस्तेमाल किया जाता है इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यदि आपके बाल धीमे बढ़ रहे हैं तो आप नीम के पानी से हफ्ते में एक बार सर धोकर अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं।
अगर आप डैंड्रफ की समस्या से परेशान हैं और कई उपाय आजमा के देख चुके हैं तो अब वक्त आ गया है कि नीम का सेवन कर डैंड्रफ की समस्या से निजात पा लें। दरअसल नीम के अर्क में पाए जाने वाले गेडुनिन और निंबिडोल में एंटी-फंगल गुण रूसी को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा इससे सिर में होने वाली सूजन, खुजली, जलन, फंगल इंफेक्शन की समस्या भी दूर होती है।
आपने बाजारों में आने वाले कई दवाइयों और शैंपू में नीम के गुण जरूर देखे होंगे। दरअसल नीम के तेल में सिर के जुओं को मारने की क्षमता होती है। आयुर्वेद के अनुसार नीम का तेल मात्र कुछ घंटों में सर की जुओं का खात्मा कर सकता है। इसमें मौजूद कीटनाशक एजेंट जूं के विकास और प्रजनन को रोकने में भी कारगार है।
आप नीम की पत्तियों को सुखाकर उसे फेस पैक में तब्दील कर सकती हैं, इसके लिए आपको नीम की पत्ती का पाउडर और मुल्तानी मिट्टी लेने की जरूरत है। यह फेस पैक एक्सफोलीएटिंग एजेंट के रूप में काम करता है। यह ना सिर्फ पोर्स को साफ करता है बल्कि इससे ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स जड़ से समाप्त हो सकते हैं।
कई लोग नीम के पानी से नहाना पसंद करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार नीम में मौजूद जीवाणुरोधी गुण शरीर पर जमा हो जाने वाले बैक्टीरिया से लड़ता है जिससे मुंहासे और चर्म रोगों जैसी समस्याएं होने की संभावना कम होती है।
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