ऑफिस आने जाने से लेकर घर के किचन में काम करते हुए भी आपकी स्किन और बाल बुरी तरह डैमेज हो जाते हैं। इसके साथ ही सूरज की हानिकारक किरणें, डस्ट और पॉल्यूशन भी आपके हेयर और स्किन हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में व्यस्तता के कारण हम अपनी त्वचा और बालों को एक सही देखभाल नहीं दे पाते। मगर अब परेशान न हों, क्योंकि आपके किचन में मौजूद पोषक तत्वों से भरपूर नींबू त्वचा के साथ-साथ बालों की सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है।
नींबू के रस में कई ऐसे महत्वपूर्ण गुण पाए जाते हैं, जो कोलेजन प्रोडक्शन से लेकर स्कैल्प हेल्थ तक को बनाए रखती हैं। नींबू को खाने और ड्रिंक्स में प्रयोग करने के साथ ही त्वचा और बालों पर सीधा इस्तेमाल कर सकती हैं। तो चलिए जानते हैं किस तरह यह आपके सौंदर्य को बनाए रखने में आपकी मदद करता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार नींबू में एंटीफंगल प्रॉपर्टी पाई जाती हैं। यह स्कैल्प से निकलने वाले ऑयल को कम करता है। इसके साथ ही स्कैल्प में होने वाले इन्फेक्शन और खुजली की संभावना को भी कम कर देता है।
मेथी के दानों को पानी में भिगोकर 4 से 5 घंटे तक फूलने के लिए छोड़ दें। फूले हुए मेथी दाना और मेहंदी के पत्ते को साथ में पीसकर केक साधारण कंसिस्टेंसी का पेस्ट तैयार करें। अब तैयार किए गए पोस्ट में तीन से चार चम्मच नींबू का रस मिलाएं।
आपका हेयर मास्क बनकर तैयार है, इसे स्कैल्प और बालों पर अच्छी तरह अप्लाई करें। अप्लाई करने के बाद 30 मिनट इसे बालों पर लगा हुआ छोड़ दें। फिर साधारण पानी से अच्छी तरह धो लें। यह आपके स्कैल्प हेल्थ को लंबे समय तक बनाए रखेगा।
नींबू के रस में मौजूद पोषक तत्व जैसे कि विटामिन सी वालों के लिए एक आवश्यक पोषक तत्वों में से एक हैं। यह कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है। वहीं कोलेजन हेयर ग्रोथ को प्रमोट करने के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता हैं। नींबू के रस का एसिडिक नेचर हेयर फॉलिकल्स की सेहत को बनाए रखता है। साथ ही नींबू हेयर फॉल ट्रीटमेंट के लिए भी एक अच्छा उपचार माना जाता है।
नींबू का रस, ऑलिव ऑयल और कास्टर ऑयल को एक साथ मिला लें। अब इस मिक्सचर को हल्का सा गुनगुना कर लें। अब इस तेल को लेकर हल्के हाथों से अपने स्कैल्प को मसाज दें। इसे 1 से 2 घंटे तक लगा कर रखें, फिर बालों को धो लें। उचित परिणाम के लिए सप्ताह में कम से कम 2 दिन इसका इस्तेमाल करें।
नींबू का रस डैंड्रफ को कम करता है। पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड स्कैल्प की पीएच वैल्यू को बनाए रखता है। जो स्कैल्प में रूसी को पनपने से रोकता है। साथ ही लेमन जूस स्कैल्प के सीबम लेबल को भी संतुलित रखता है। यह स्कैल्प में होने वाली खुजली और ड्राई स्कैल्प जैसी समस्याओं की संभावना को कम कर देता है।
एक कप फ्लेक्स सीड को पानी में फूलने के लिए छोड़ दें। जब यह फूल जाए तो इसमें थोड़ा सा और पानी डाल कर इसमें उबाल आने दें। जब यह थोड़ा गाढ़ा हो जाए तो गैस को बंद कर दें और इसमें नींबू का रस निचोड़ लें। इस मिक्सचर को ठंडा होने दें, यह ठंडा होने पर जेल जैसा नजर आएगा, इसे अपने बालों पर अच्छी तरह लगा लें।
अब पूरी रात इसी तरह लगा हुआ छोड़ दें, फिर अगली सुबह बालों में शैंपू कर लें। ओमेगा 3 फैटी एसिड और प्रोटीन से भरपूर फ्लेक्स सीड भी आपके बालों की सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
त्वचा पर नींबू के रस और अन्य खट्टे फलों का इस्तेमाल फेशियल स्किन में कोलेजन लेवल को बढ़ाने का एक सबसे प्रभावी प्राकृतिक तरीका है। वहीं कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है, जो त्वचा से जुड़ी लगभग सभी समस्याओं का इकलौता इलाज होती है। वही नींबू में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी फ्री रेडिकल्स से होने वाले स्किन डैमेज को रोकती हैं और त्वचा को मुलायम बनाए रखती हैं।
एक बाउल में नींबू के रस और शहद को डालकर अच्छी तरह मिला लें। अब इसे अपने चेहरे और गर्दन पर अप्लाई करें, इसे 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें। फिर हल्के गुनगुने पानी से चेहरे को साफ करें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा नींबू को लेकर प्रसारित एक डेटा के अनुसार नींबू में अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड जैसे कि ग्लाइकोलिक एसिड पाई जाती है। इस तरह की एसिड सेल्स के जीवन को लंबा कर देती हैं और डेड स्किन सेल्स को भी रिमूव करने में मदद करती है। यह डलनेस को रिमूव करता है, और प्राकृतिक स्किन ग्लो को बनाए रखने में मदद करता हैं।
नींबू और दूध को एक साथ मिला लें अब इसे रूम टेंपरेचर पर एक से दो घंटे के लिए छोड़ दें। फिर यह फ्रेश दही जैसा दिखाई देगा। इसका इस्तेमाल करते हुए चेहरे को हल्के हाथों से 5 से 7 मिनट तक मसाज दें। इसमें एक्सफोलिएटिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो डेड स्किन सेल्स को रिमूव करके स्क्रीन ब्राइटनेस को मेंटेन रखने में मदद करती है।
नींबू के रस में मौजूद एस्ट्रिंजेंट स्किन पोर्स को टाइट रखती हैं और एक्सेस सीबम प्रोडक्शन को भी कंट्रोल करने में मदद करती हैं। वहीं नींबू के रस का एसिडिक नेचर स्किन ऑयल को कंट्रोल करता है और त्वचा को चिपचिपा होने से रोकता है।
दो चम्मच आटा, आधा चम्मच हल्दी पाउडर और दो चम्मच नींबू के रस को एक साथ अच्छी तरह मिला लें। यदि पेस्ट की कंसिस्टेंसी बहुत ज्यादा है, तो इसमें हल्का सा पानी मिलाकर इसके टेक्सचर को फेस पैक जैसा बना लें।
अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर अच्छी तरह लगाएं और 15 से 20 मिनट तक सूखने के लिए छोड़ दें। यह सूख जाए तो सर्कुलर मोशन में हाथों को घुमाते हुए ठंडे पानी से अपने चेहरे को साफ करें। उचित परिणाम के लिए सप्ताह में कम से कम एक बार इसका इस्तेमाल करना जरूरी है।
यह भी पढ़े : बच्चा रो रहा है, तो क्या उसे ग्राइप वॉटर देना चाहिए? जानिए इस बारे में क्या कहते हैं पीडियाट्रिशियन