वातावरण में बढ़ता प्रदूषण, क्लाइमेट चेंज, केमिकल यूज्ड प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल, साथ ही साथ त्वचा के प्रति बरती गई लापरवाही से महिलाएं त्वचा संबंधित समस्याओं की शिकार हो रही हैं। खास कर महिलाओं की स्किन पर एक्ने, पिंपल, प्रीमेच्योर एजिंग के निशान, आदि देखने को मिलते हैं। वहीं स्किन कांप्लेक्शन भी पिगमेंटेशन की वजह से कम होता जा रहा है। ऐसे में महिलाएं अधिक चिंतित रहती हैं और अपनी स्किन पर कई हजारों रुपए खर्च कर देती हैं। परंतु असल में त्वचा पर इनका कोई फायदा नहीं होता, बल्कि लॉन्ग टर्म में इसका नुकसान देखने को मिलता है।
हमारी मां दादी सभी त्वचा की देखभाल के लिए आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खे आजमाती थी, जिनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। वहीं यह असल में त्वचा के लिए काम करते हैं। इन्हीं नुस्खे में से एक है “अपराजिता का फूल”। इस फूल को आयुर्वेद में तरह-तरह की समस्याओं को ट्रीट करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस फूल को त्वचा के लिए भी स्वस्थ बताया जाता है। आयुर्वेद के साथ ही मेडिकल साइंस भी अपराजिता के फायदों का समर्थन करता है। तो क्यू न आप भी अपनी स्किन के लिए अपराजिता के फूल (Aparajita flower for skin) का इस्तेमाल करें।
अपराजिता के फूलों में कई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिनमें फ्लेवोनोइड्स, एंथोसायनिन और पॉलीफेनोल शामिल हैं। समग्र स्वास्थ्य और फ्लेक्सिब्लिटी को बढ़ावा देने के लिए, आपकी त्वचा को एंटीऑक्सीडेंट की आवश्यकता होती है। पसीने, प्रदूषण, सौंदर्य प्रसाधनों और गंदगी के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए एंटीऑक्सीडेंट महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, एंटीऑक्सीडेंट समय से पहले त्वचा पर नजर आने वाले फाइन लाइंस और रिंकल्स के निशान को भी कम करता है, और आपकी त्वचा के समग्र रूप को बेहतर बनाने में मदद करता है।
अपराजिता के फूलों में फ्लेवोनोइड्स होते हैं। रिसर्चगेट की माने तो इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं, जो एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट होते हैं। यही कारण है कि अपराजिता त्वचा को शांत करने और रेडनेस को कम करने में प्रभावी रूप से कार्य करती है।
अपराजिता की फुल त्वचा में नमी को लंबे समय तक बरकरार रखती है। नियमित नमी त्वचा के सेल्स टर्नओवर को प्राकृतिक रूप से बहाल करने में मदद करती है। इसके अलावा, नमी से ड्राइनेस की समस्या नहीं होती, और लिपिड संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। नमीयुक्त हाइड्रेटेड से त्वचा के कोमल, स्वस्थ और युवा दिखने की संभावना अधिक होती है।
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पब मेड सेंट्रल के अनुसार कोलेजन त्वचा की फ्लेक्सिब्लिटी को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। कोलेजन “त्वचा की संरचना” है और उम्र के साथ स्वाभाविक रूप से कम हो जाती है। नियमित रूप से एक कप गर्म अपराजिता के फूल की चाय पिएं। यह टॉक्सिंस और अपचित खाद्य पदार्थों की उपस्थिति को खत्म कर देती है। वहीं यह पेट, लीवर और किडनी के अंगों को स्वस्थ रहने में मदद करती हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार अपराजिता के फूल में हर्बल एंटीऑक्सीडेंट और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। इन पोषक तत्वों में शामिल है विटामिन ए, सी और ई। इस प्रकार, अपराजिता त्वचा के नेचुरल बैरियर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती हैं।
अपराजिता के फूल को पीस लें या उसे क्रश कर लें। अब इसमें थोड़ी सी दही और थोड़ा शहद मिलाएं। इस मिश्रण को अपनी त्वचा पर अप्लाई करें, और लगभग 10 से 15 मिनट तक छोड़ दें। उसके बाद सामान्य पानी से इसे साफ कर लें।
अपराजिता की चाय का नियमित सेवन आपकी स्किन में एक नई जान ला सकता है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर इस ड्रिंक को बनाने के लिए एक कप पानी में 5 से 7 अपराजिता के फूल डालकर उसमें 5 मिनिट तक उबाल आने के लिए छोड़ दें। फिर इसमें नींबू का रस निचोड़े और इसे एंजॉय करें।
एक मुट्ठी भर अपराजिता के फूल को एक कप पानी में डालकर, इसमें 7 से 10 मिनिट तक उबाल आने दें। अब इसे ठंडा करें, और फिर इसे छानकर अलग निकाल लें। इस टोनर को स्प्रे बॉटल में डालें और दिन में दो बार इसे अपने चेहरे पर अप्लाई करें।
फ्रेश एलोवेरा जेल और अपराजिता के फूल को ब्लेंड करते हुए एक स्मूद जेल तैयार करें। इस जेल को अपनी स्किन पर अप्लाई करें और त्वचा को मसाज दें। इसके बाद इसे लगभग 20 मिनट के लिए त्वचा पर लगा हुआ छोड़ दें। फिर हल्के गुनगुने पानी से अपनी त्वचा को साफ कर लें।
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