समय अपनी गति से बढ़ता है और उसे रोकने का कोई उपाय नहीं है। और समय बीतने के साथ एजिंग के लक्षण (Signs of aging) भी त्वचा (Skin aging) और बालों (Hair aging) पर दिखाई देने लगते हैं। आज समस्या सिर्फ बढ़ती उम्र की नहीं है, बल्कि अर्ली एजिंग (early aging) की भी है। आप अक्सर यह सुनती होंगी कि ”बीस की उम्र में ही स्किन लेट 40 की लगने लगी है।” यही स्टेटमेंट कभी-कभी बालों के लिए भी सुनने को मिल ही जाता है। एजिंग की प्रक्रिया आपको चिंता में डाल सकती है। तो क्या इसका कोई उपाय है?
जी हां, आयुर्वेद में एजिंग को धीमा करने का भी उपाय है, और इस एक उपाय का नाम है आंवला (Amla)। आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे आंवला एजिंग के लक्षणों (Anti aging food Amla) से बचाता है और इसे कैसे अपनी डाइट में शामिल करना है।
प्रतिदिन एक आंवला का सेवन आपकी बढ़ती उम्र की निशानियों को धीमा कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार आंवला में एंटी एजिंग (anti-aging) गुण हैं, जो आपकी आयु को बढ़ने से रोकता है। बढ़ती आयु की रफ्तार को धीमा करने के लिए यह अमृत के समान माना गया है। इसका प्रतिदिन उचित मात्रा में सेवन करने से आयु वृद्धि बहुत धीरे-धीरे होती है। साथ ही आपके चेहरे पर चमक बनी रहती है।
यह त्वचा की लोच को बरकरार रखने के साथ आपके बालों को भी काले और घने बनाने में मदद करता है। इसके एंटी ऑक्सीडेंट गुण अर्ली एजिंग के संकेतों को दूर करते हैं। यह त्वचा की झुर्रियों और महीन रेखाओं को मिटाने के साथ पिगमेंटेशन और काले धब्बों को भी छिपाता है। अगर आपको जवां दिखना है, तो केमिकल युक्त क्रीम और महंगी ट्रीटमेंट पर भरोसा करने से अच्छा है कि आप रोजाना एक आंवला का सेवन करें। यह किफायती होने के साथ कोई साइड इफेक्ट नहीं देता।
त्वचा के अलावा यह बालों के लिए हेयर टॉनिक माना जाता है। अगर आप उम्र से पहले सफेद बालों से परेशान हैं, तो आंवला आपका बचाव कर सकता है। विटामिन सी और विटामिन ई से भरपूर आंवला कॉलेजन को प्रभावित कर सेल्स को डैमेज होने से बचाता है। बढ़ती उम्र के साथ बालों का रंग, घनेपन, और क्वालिटी पर असर पड़ सकता है। इन्हें रोकने के लिए आप आंवला पर भरोसा कर सकती हैं।
रोजाना सुबह खाली पेट आप एक कच्चे आंवले का सेवन कर सकती हैं। हालांकि यदि इसका खट्टा-कड़वा स्वाद आपको पसंद नहीं आता, तो इसके अन्य व्यंजनों को आप खा सकती हैं। इसमें आंवला का मुरब्बा, आंवला कैंडी, आंवला की चटनी, आदि शामिल है। आंवला का चूरन भी आपको फायदा दे सकता है।
सुबह आप एक चम्मच आंवला पाउडर को गुनगुने पानी के साथ खाली पेट खा सकती हैं। अगर आंवला का किसी भी रूप में नियमित रूप से सेवन करती हैं, तो इससे एजिंग के लक्षणों को धीमा किया जा सकता है।
सफेद बालों की परेशानी को दूर करने के लिए आप आंवला का हेयर मास्क बना सकते हैं। आंवला, रीठा और शिकाकाई का मिश्रण आपको खूबसूरत, काले और घने बाल दे सकता है। इन तीनों आयुर्वेदिक घटकों को रात भर लोहे की कढ़ाही में भिगोकर रखें। अगले दिन इस लेप को सिर पर लगाएं और कुछ देर बाद धो लें। यह प्रीमेच्योर हेयर ग्रेइंग को भी रोकता है।
इसके अलावा आप नारियल के तेल में दो चम्मच आंवला पाउडर मिलाकर गरम कर लें। तेल का रंग भूरा होने के बाद गैस बंद करें और इसे ठंडा होने दें। आंवला के तेल से अपने स्कैल्प और बालों में मालिश करें। आधे घंटे बाद इसे सल्फ़ेट-फ्री शैम्पू से धो लें। यह बालों की जड़ों को जरूरी पोषण प्रदान करेगा।
आंवला फेस पैक आपकी त्वचा के प्रोटीन यानी कॉलेजन के स्तर को बनाए रखता है। कॉलेजन आपकी स्किन की लोच को बरकरार रखने के साथ ही झुर्रियों से बचाता है। आप आंवला पाउडर को अपने किसी फेस पैक के साथ मिलाकर चेहरे पर लगा सकती हैं। इसके अलावा आप 1 चम्मच आंवला चूर्ण को गुलाब जल के साथ मिलाकर अपने फेस पर लगाए। इसे 15 मिनट तक रहने दें और पानी से धो लें। यह चेहरे की महीन रेखाओं और एजिंग साइन को कम करता है।
तो लेडीज, बाजार के महंगे उत्पादों पर पैसे खर्च करने से अच्छा है कि आप घर बैठे प्राकृतिक और आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर आंवला का लाभ उठाएं। यह आपकी एजिंग के लक्षणों को कुछ और साल आपसे दूर रख सकता है।
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