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मेलास्मा गर्भावस्था और बर्थ कंट्रोल पिल्स के कारण भी हो सकता है, जानिए इसके संभावित उपचार और घरेलू नुस्खे

मेलास्मा, त्वचा की एक आम समस्या है जो महिलाओं में अधिक होती है। इसके कारण त्वचा पर भूरे, फीके पड़ चुके धब्बे दिखाई देने लगते हैं. यह किसी प्रकार से हानिकारक तो नहीं होती है, लेकिन अगर आपका लुक इससे प्रभावित हो रहा है, तो इसके उपचार के बारे में जरूर जानना चाहिए।
Updated On: 17 Mar 2025, 03:29 pm IST
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melasma treatment at home
मेलास्मा भूरे, नीले, हल्के या गहरे भूरे रंग की झाइयां या धब्बे जैसा दिखता है।चित्र : अडोबीस्टॉक

मेलास्मा त्वचा (melasma treatment ) पर होने वाली एक ऐसी समस्या है जो आमतौर पर कुछ समय के बाद गहरा हो जाता है। ज्यादातर , गर्मी के दौरान यह स्थिति बनती है और सर्दियों के दौरान बेहतर हो सकती है। मेलास्मा भूरे, नीले, हल्के या गहरे भूरे रंग की झाइयां या धब्बे जैसा दिखता है। मेलास्मा ज्यादातर चेहरे को प्रभावित करता है। यह आपके माथे, ऊपरी होंठ या गालों पर अपना असर डालता है। ये कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन चेहरे पर मेलास्मा सार्वजनिक स्थानों पर आपकी शर्मिंदगी या चिंता का कारण बन सकता है।

जानिए क्या है मेलास्मा (Know what is melasma)

मेलास्मा एक स्किन डिसॉर्डर है जिसके कारण चेहरे पर भूरे रंग के धब्बे आने लगते हैं. यह आमतौर पर गाल, माथे और होंठ के ऊपरी हिस्से में होता है. इसकी समस्या ज्यादातर महिलाओं में होती है, खासकर गर्भावस्था के दौरान। मेलास्मा मेलेनिन निर्माण में वृद्धि के कारण होता है, जो त्वचा रंग देता है। हालांकि मेलास्मा हानिकारक नहीं होता है, लेकिन यह आपकी कॉन्फिडेंस और आत्म-सम्मान पर प्रभाव डाल सकता है।

kya hai melasma
मेलास्मा में, इसके परिणामस्वरूप त्वचा पर काले धब्बे नजर आना शुरू हो जाते हैं। धब्बे आमतौर पर भूरे रंग के होते हैं, लेकिन गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में वे नीले-भूरे या रंग के हो सकते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

सामान्य लक्षण जो मेलास्मा में नजर आ सकते हैं (Common symptoms that can be seen in melasma)

मेलास्मा के लक्षण सामान्य होते हैं। इनके कारण त्वचा के रंग में परिवर्तन होते हैं, जो चेहरे पर भूरे-भूर धब्बों के रूप में दिखाई देते हैं। मेलास्मा से पीड़ित (melasma treatment ) व्यक्ति सूर्य के प्रकाश में त्वचा विकृतियों को और अधिक स्पष्ट होते हुए देख सकते हैं। इसके कुछ सामान्य लक्षण-

  • अनियमित त्वचा मलिनकिरण
  • चेहरे पर भूरे रंग के धब्बे
  • त्वचा पर काले धब्बे

क्या हैं मेलास्मा के सामान्य कारण (What are the common causes of melasma?)

मेलास्मा हार्मोनल बदलाव, खासकर गर्भावस्था के दौरान या गर्भनिरोधक गोलियां लेते समय, इस स्थिति को बढ़ा सकता है। धूप इसके लिए प्रमुख कारण बन सकती है, क्योंकि अल्ट्रावायलेट किरणें मेलानोसाइट्स (melasma treatment ) को अधिक पिगमेंट बनाने के लिए प्रेरित करती हैं। जेनेटिक्स भी इसका कारण बन सकता है। जिन लोगों की त्वचा पर मेलास्मा की समस्या होती है, वे अधिक संवेदनशील होते हैं। इसके अलावा, कुछ दवाइयां, कॉस्मेटिक्स, और तनाव भी इसके बढ़ने का कारण बन सकता है।

जानिए मेलास्मा के उपचार के विभिन्न तरीके (Know the different methods of treatment of melasma )

केमिकल पील्स

इसमें त्वचा की ऊपरी परत को हटाने के लिए रसायनिक घोल इस्तेमाल किया जाता है, जिससे नई त्वचा का निर्माण होता है।

टॉपिकल इलाज

रेटिनोइड्स, हाइड्रोक्विनोन या कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स वाली क्रीम्स स्किन को हल्का करने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। हाइड्रोक्विनोन मेलास्मा के उपचार के लिए सबसे प्रभावी माना जाता है।

धूप से सुरक्षा

मेलास्मा को नियंत्रित करने के लिए प्रतिदिन सनस्क्रीन का उपयोग जरूरी है, क्योंकि अल्ट्रावायलेट किरणें त्वचा को ज्यादा प्रभावित कर सकती हैं। इसके साथ ही धूप में निकलने के दौरान चेहरे को ढंककर निकलें।

लेजर थैरेपी

ये इलाज गहरे पिगमेंटेशन को टारगेट करते हैं और डर्मल मेलास्मा के लिए प्रभावी होते हैं। हालांकि, इन्हें सावधानी से उपयोग करना चाहिए ताकि इसके दुष्प्रभाव से बचा जा सके।

सरसों के बीज सनबर्न को ठीक कर सकते हैं । चित्र- शटरस्टॉक।
यह आपके माथे, ऊपरी होंठ या गालों पर अपना असर डालता है। । चित्र- शटरस्टॉक।

घर पर मेलास्मा उपचार

अगर आप रासायनिक कॉस्मेटिक्स से सहमत नहीं हैं, तो आप इसके लिए घरेलू उपचार अपना सकते हैं। मेलास्मा (melasma treatment ) को हटाने के कुछ सामान्य तरीके-

हल्दी

हल्दी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जिसमें कर्क्यूमिन पाया जाता है. इसकी वजह से त्वचा में निखार आता है। 1:2 के अनुपात में दूध और हल्दी पाउडर को मिलाकर मेलास्मा से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसे आधे घंटे तक सूखने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें। यह प्रक्रिया आपको प्रतिदिन अपनानी है। 15 से 16 दिन बाद आपको इसका असर दिखाई देगा।

नींबू

नींबू त्वचा के विकारों के लिए एक अच्छा घरेलू उपचार है। इसे नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट भी कहा जाता है। मेलास्मा को हटाने के लिए प्रभावित क्षेत्रों पर आप नींबू का रस लगाएं और लगभग 20 मिनट तक लगा रहने दें फिर गुनगुने पानी से धो लें। आपको 3 सप्ताह में फर्क दिखाई देने लगेगा।

पपीता

पपीता त्वचा संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए बेहतर माना जाता है। इसमें मौजूद पपेन के कारण यह मेलास्मा के लिए बेहतर घरेलू उपाय है। इसके लिए पपीते के कुछ टुकड़ों को मैश करें और उसमें शहद मिला लें। फिर प्रभावित जगह पर लगाएं और 20 मिनट के लिए लगे रहने देने के बाद धो लें. इस प्रक्रिया को हफ़्ते में एक बार अपनाएं।

एलोवेरा 

एलोवेरा एक ऐसा घटक है जो कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। ताजा एलोवेरा का उपयोग करना सबसे अच्छा माना जाता है। मेलास्मा से छुटकारा पाने के लिए एलोवेरा से जेल निकालकर दिन में एक बार प्रभावित क्षेत्र लगाएं और लगभग दो मिनट तक मालिश करें। 15 मिनट के बाद धो लें.

खीरा

खीरा घरेलू उपाय है जो पिगमेंटेशन हटाने के लिए उपयोगी होती है। इसमें पानी की मात्रा अधिक होने के कारण पिगमेंटेड त्वचा को हल्का करता है। खीरे को कद्दूकस करके मेलास्मा से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। 20 मिनट तक लगाए रखने के बाद गर्म पानी से धो लें। अच्छे नतीजों के लिए इस प्रक्रिया को हर रोज दिन में एक बार अपनाएं।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
रूबी शुक्ला
रूबी शुक्ला

रूबी शुक्ला युवा हिंदी कंटेट क्रिएटर हैं। वे स्किन केयर, हेयर केयर, हेल्दी लाइफस्टाइल और पारंपरिक उपचार पद्धति के बारे में लिखती हैं।

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