गर्मी बहुत बढ़ गई है। ऐसे में ज़रूरत है उन बातों पर ध्यान देने की जिनकी मदद से गर्मियों के दुष्प्रभाव से बचा जा सके। इस मौसम की सबसे बड़ी समस्या डिहाइड्रेशन या शरीर में पानी की कमी है। यह समस्या न सिर्फ आपको, बल्कि आपके बेबी को भी परेशान कर सकती है। पर वह अपनी समस्या के बारे में आपको ठीक से समझा नहीं पाएगा। ऐसी स्थिति में आपकी जिम्मेदार डबल हो जाती है। तो समझिए इस माैसम में बच्चों में होने वाली स्किन संबंधी समस्याएं ( Baby skin care) और उनसे निपटने के उपाय।
इसके लिए हेल्थ शॉट्स ने स्किनकेयर विशेषज्ञ आकांक्षा शर्मा से बात की, जिन्होंने गर्मियों के महीनों में आपके बच्चों की नाजुक त्वचा को स्वस्थ और मुलायम बनाए रखने के लिए टिप्स दिए।
शर्मा कहती हैं, ‘तापमान बढ़ने के साथ त्वचा की समस्या भी बढ़ रही है। लेकिन चिंता न करें, गर्मी में त्वचा पर होने वाली हर समस्या का समाधान है। जब हम गर्मी के बारे में सोचते हैं, तो सबसे पहले चुभने वाली गर्मी का ख्याल आता है, जिसके कारण बॉडी पर रैशेज़ हो जाते हैं। इन्हें हीट रैशेज भी कहा जा है। यह शरीर में अत्यधिक धूप, डिहाइड्रेशन और गर्मी के कारण होता है।
यह आमतौर पर बच्चे के गाल, नितंब (hips) या पीठ पर लाल निशान या चकत्ते के रूप में दिख जाता है। यह बड़े बच्चों को भी हो सकता है। गर्मी बढ़ने से बैक्टीरिया का संक्रमण बढ़ जाता है। गर्मियों में, बच्चों को अक्सर पसीने, गर्मी और यहां तक कि फॉलिकुलिटिस के कारण त्वचा में संक्रमण हो जाता है, क्योंकि वे धूप में बाहर निकलते हैं। इससे स्कैल्प के ऊपर मौजूद रोमछिद्रों में सूजन आ जाती है जो कभी-कभी दर्दनाक हो सकती है।
शर्मा के अनुसार, “पसीना गर्मी के कारण होने वाली शरीर की एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है। शरीर को ठंडा करने के प्रयास में हमारे शरीर से पसीना निकलता है। छोटे बच्चों में दौड़ने और खेलने के कारण शरीर में ज़्यादा गर्मी हो जाती है और पसीना भी अधिक बहता हैं।”
सिट्टा वर्ल्ड की सह-संस्थापक और सीईओ शर्मा ने इस बारे में बात करते हुए हेल्थ शॉट्स को बताया कि इन सभी त्वचा संबंधी समस्याओं से लड़ने के लिए, कुछ सरल चीजें हैं जिनका इस्तेमाल आप इन समस्याओं के समाधान के तौर पर भी कर सकती हैं। सबसे जरूरी है शरीर को हाइड्रेट रखना। “स्तनपान कराते समय, शिशुओं को ब्रेस्ट मिल्क/ मिल्क फॉर्मूला से पर्याप्त पानी मिल जाता है, लेकिन शिशुओं और बच्चों को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। पानी न केवल त्वचा की सेहत बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि बच्चों को डिहाइड्रेशन से जुड़ी दिक्कतों से भी निजात दिलाता है। स्वास्थ्य समस्याओं जैसे पेट में गड़बड़ी, शरीर में ऐंठन, मतली से भी यह आपके बच्चे का बचाव करता है” ।
बच्चों को पानी पिलाना हमेशा आसान नहीं होता है। नींबू पानी या नारियल पानी जैसे पेय भी शरीर और त्वचा को पोषण देते हैं। इसलिए उन्हें सादे पाने की जगह ये पिलाएं। पानी के स्वाद को बदलने के लिए स्ट्रॉबेरी और पुदीना जैसे विभिन्न फलों को मिलाकर इसे टेस्टी बनाएं। तरल पदार्थों के साथ-साथ उनकी डाइट को हल्का रखें, शरीर को सक्रिय और हल्का महसूस कराने के लिए बच्चों को ऐसे फल और सब्जियां खाने के लिए प्रोत्साहित करें जिसमें वॉटर कॉन्टेंट यानी पानी की मात्रा अधिक है। तरबूज और खीरा बच्चों के लिए एक शानदार स्नैक आइडिया हो सकते हैं जो शरीर की पानी की आवश्यकता को पूरा करती हैं।
“शिशुओ और बच्चों को ऐसे आरामदायक कपड़े पहनाएं जो तंग न हों और शरीर से चिपके न। सूती या लिनन जैसे फैब्रिक के कपड़े न सिर्फ हलके होते हैं, बल्कि शरीर तक हवा को पहुंचने से रोकते भी नहीं हैं। कपड़े पहनने से शरीर को ठंडा और सूखा रखने में मदद मिलती है। विशेष रूप से उनके खेलने के दौरान। ध्यान रखें कि वे हल्के रंग के कपड़े पहनें और टोपी भी लगाएं
बच्चों को बहुत अधिक धूप में बाहर निकलने से बचाएं। बच्चे अपनी प्यारी गर्मी की छुट्टियों के दौरान बाहर खेलना पसंद करते हैं, उन्हें दोपहर में बाहर जाने से रोकना चाहिए। उन्हें शाम को सूर्यास्त के बाद या सुबह जल्दी उठकर खेलने के लिए कहें जब मौसम दोपहर की तुलना में ठंडा रहता है। घर से बाहर निकलने से पहले हमेशा बच्चों को उनके के लिए इस्तेमाल होने वाला सनस्क्रीन लगाएं।
खेलने और पसीना बहाने के बाद बच्चों को नहलाएं ज़रूर। पसीने का स्किन पर सूखना उनकी त्वचा पर रैशेज़ का कारण बन सकता है। उन्हें दिन में दो बार नहाना चाहिए क्योंकि वे अत्यधिक गंदगी में खेलते हैं और बहुत पसीना बहाते हैं। एक ऐसा शैम्पू चुनें जिनमें केमिकल कम से कम या नही हों। जो बालों और स्कैल्प को सही तरीके से साफ करता हो। जिसमें हानिकारक विषाक्त पदार्थों या पैराबेंस / सल्फेट्स न हों। चूंकि बच्चे गर्मियों में दो बार नहाते हैं, ऐसे बॉडी वॉश का उपयोग करें जो एलोवेरा या नारियल जैसे पौष्टिक और मॉइस्चराइजिंग चीज़ों के साथ बना हो। यह त्वचा को डिहाइड्रेट होने से रोकेगा।
शर्मा सलाह देती हैं कि गर्मियों में त्वचा को ठंडा और ड्राई रखना महत्वपूर्ण है, लेकिन यह अक्सर त्वचा में और भी अधिक रूखापन पैदा कर देता है। बच्चों को अधिक पसीना आ सकता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम मॉइस्चराइजर इस्तेमाल करना छोड़ दें। इसलिए, गर्मी के चरम पर भी अपने बच्चों और बच्चों को मॉइस्चराइज़ करना न भूलें। त्वचा को हाइड्रेट करने वाली सामग्री जैसे नारियल तेल और शिया बटर वाले मॉइश्चराइज़र का इस्तेमाल करें। बच्चों के लिए उपयुक्त हल्के मॉइस्चराइज़र का विकल्प चुनें।
अंत में, पसीने के कारण होने वाली त्वचा संबंधी समस्याओं की संभावना को कम करने के लिए एक टैल्क-फ्री बेबी पाउडर लगाएं, विशेष रूप से शिशुओं की त्वचा पर उभरने वाली सिलवटों और उनके डायपर एरिया में। हालांकि, सुनिश्चित करें कि आप एक टैल्क-फ्री बेबी पाउडर का उपयोग कर रहे हैं क्योंकि टैल्क-फ्री बेबी पाउडर में कार्सिनोजेन्स होते हैं।
गर्मियों में साफ़ सफाई का ध्यान रखना और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बच्चों को खेलने के दौरान पसीना आता है। न खेलने देना या इनडोर गेम्स कोई विकल्प नहीं है। इसलिए बच्चों की त्वचा के देखभाल के लिए इन तरीकों को अपनाएं और उन्हें गर्मियों के लिए तैयार रखें।
यह भी पढ़ें: चीनी लोग आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए पीते हैं शहतूत की चाय, आइए जानते हैं इसके फायदे और रेसिपी