आज के समय में ज्यादातर महिलाएं अपनी त्वचा को लेकर अधिक चिंतित रहने लगी हैं, इसका एक मुख्य कारण है वातावरण में बढ़ता प्रदूषण जिस प्रकार दिन प्रतिदिन वातावरण प्रदूषित होता जा रहा है त्वचा संबंधी नई-नई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। ऐसे में महिलाओं के लिए यह समझना जरूरी है, कि त्वचा पर प्रदूषण के क्या प्रभाव होते हैं (effect of pollution in skin)। इसके अलावा वातावरण की स्थिति को नजर में रखते हुए उन्हें अपनी एक स्किन केयर रूटिंग स्थापित करने की आवश्यकता है।
इसके अतिरिक्त यदि आप परमानेंट सॉल्यूशन चाहती हैं, तो प्रदूषण कम करने में अपना योगदान दें, और अपने घर की बाल्कनी, गार्डन में ढेर सारे पौधे लगाएं। साथ ही किसी भी प्रकार की अनहेल्दी प्रैक्टिस में पार्टिसिपेट न करें, जिससे की वातावरण में प्रदूषण बढ़ता हो। सर H. N. रिलायंस फाऊंडेशन हॉस्पिटल की कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट, डॉक्टर सोनाली कोहली ने प्रदूषण से त्वचा को प्रोटेक्ट करने के कुछ जरूरी टिप्स दिए हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में।
वातावरण में मौजूद सभी प्रकार के पदूषक जैसे की पार्टिकल्स, केमिकल्स त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार फ्री रेडिकल्स, त्वचा की सेल्स को नुकसान पहुंचाता है और उम्र बढ़ने की गति को बढ़ा देता है। फ्री रेडिकल प्रदूषण द्वारा हवा में छोड़े जाते हैं। ये अस्थिर अणु(unstable molecules) होते हैं, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस लाने की क्षमता रखते हैं, जिसकी वजह से त्वचा पर फाइन लाइंस, रिंकल्स और उम्र बढ़ने के अन्य लक्षण नजर आना शुरू हो जाते हैं।
पब मेड सेंट्रल के रिसर्च के अनुसार पार्टिकुलेट मैटर सूक्ष्म कणों का एक संग्रह है, जो त्वचा के अंदर जाकर सूजन पैदा करने की क्षमता रखते हैं। इसके परिणामस्वरूप एक्ने, एक्जिमा और सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं।
प्रदूषण के कई रूपों में लीड और मर्करी जैसे हैवी मेटल्स होते हैं। रिसर्च गेट के अनुसार इन मेटल्स के आपकी त्वचा को छूने से जलन, चकत्ते और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यह स्किन फ्रेंडली नहीं होते और आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
मेटल और प्रदूषण के अन्य रूपों में ओजोन गैस होता है। ओजोन त्वचा को परेशान कर सकता है और कोलेजन के उत्पादन को धीमा कर सकता है, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में तेज़ी आ सकती है।
एल-एस्कॉर्बिक एसिड फ्री रेडिकल्स को मारने और त्वचा पर इसके प्रभाव को कम करने में मदद करती हैं। पॉल्यूशन से होने वाले स्किन डैमेज को रोकने के लिए हर सुबह अपनी त्वचा पर एक एंटीऑक्सीडेंट युक्त सीरम अप्लाई करें।
प्रदूषण से अपनी त्वचा की रक्षा करने में सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक है इसे साफ करना। अपनी त्वचा से तेल, गंदगी और अन्य प्रदूषकों से छुटकारा पाने के लिए, एक सौम्य क्लींजर का उपयोग करें। कहीं बाहर से आने के बाद ज्यादा देर तक इंतजार न करें, त्वचा को डबल क्लींजिंग करना जरूरी है। अन्यथा पोल्यूटेंट त्वचा पर लंबे समय तक बने रहते हैं, और इसे अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। सुबह और रात दोनों समय अपने चेहरे और शरीर को अच्छी तरह क्लीन करें।
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कस्टमाइज़ करेंयदि आप अपनी त्वचा को यूवी किरणों से सुरक्षित रखना चाहती हैं, तो त्वचा पर सनस्क्रीन अप्लाई करना ज़रूरी है। अपनी त्वचा पर हर दिन, बादल वाले दिनों में भी, कम से कम 30 एसपीएफ वाला ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन जरूर लगाएं। इससे न केवल सूरज की हानिकारक किरणों से बल्कि वातावरण में मौजूद प्रदूषकों से भी सुरक्षा मिलती है।
सनग्लासेस और कैप आपके चेहरे को धूप और अन्य पर्यावरणीय कारकों से प्रोटेक्ट करता है, और आपकी त्वचा पर प्रदूषकों से होने वाले डैमेज को कम कर देता है।
प्रदूषण से आपकी त्वचा की सुरक्षा और उसके स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हाइड्रेशन बहुत ज़रूरी है। दिन और रात में अपनी त्वचा को मॉइश्चराइज रखने के लिए हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइज़र अप्लाई करें। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जिससे कि आपकी स्किन में हाइड्रेशन बरकरार रहेगा।
सब्जियों और फलों से भरपूर आहार लेने से आपकी त्वचा प्रदूषकों से सुरक्षित रहती है। इन खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व आपकी त्वचा के अवरोधक कार्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। आप इस विषय पर अपनी डाइटिशियन या डर्मेटोलॉजिस्ट से डाइट चार्ट ले सकती हैं।
धूम्रपान करने से आपकी त्वचा पर प्रदूषण के नकारात्मक प्रभाव और भी बदतर हो सकते हैं। ऐसे में स्मोकिंग से पूरी तरह परहेज करें। धूम्रपान छोड़ने से आपकी त्वचा पर स्किन केयर प्रोडक्ट्स सहित खाद्य पदार्थों का प्रभाव बढ़ जाता है, और आपका स्वास्थ्य भी बेहतर हो सकता है।